फरीदपुर पुलिस ने शराब के नशे में धुत ट्रक ड्राइवर जयवीर की साजिश का पर्दाफाश किया! जमीन विवाद में झूठा मुकदमा रचने के लिए खुद को गोली मारकर भाई को फंसाने की कोशिश, गिरफ्तारी के साथ अवैध तमंचा बरामद। पढ़ें पूरी कहानी।
जयवीर की नहीं हुई जय: झूठी शिकायत के बाद फरीदपुर पुलिस ने दबोचा।
बरेली, 18 अप्रैल 2025 – जमीन के बँटवारे को लेकर पारिवारिक विवाद में फंसे ट्रक ड्राइवर जयवीर सिंह (27) ने शराब के नशे में एक खतरनाक साजिश रच डाली। दरअसल खुद को गोली मारकर सौतेले भाइयों पर झूठा केस लगाने का आइडिया शराब के नशे में धुत जयवीर के खुराफ़ाती दिमाक में आया। लेकिन फरीदपुर पुलिस ने सूझबूझ से जयवीर के आइडिया को फेल करते हुए मामले का भांडा दिया।
क्या हुआ था?
मिली जानकारी के अनुसार, थाना फरीदपुर क्षेत्र के कैरूआ गांव के रहने वाले जयवीर नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि, मेरे सौतेले भाई बालिस्टर ने मुझे जान से मारने की नियत से मेरे पैर में गोली मार दी है।
गोली मारने की खबर को गंभीरता से लेते हुए फरीदपुर पुलिस की दो पीआरवी मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि, फोन करने वाला जयवीर सिंह घायल अवस्था में गन्ने के खेत में तड़फड़ा रहा था। उसके बाये पैर की जांघ में गोली लगी थी तथा खून बह रहा था तथा पास में ही एक 315 बोर का एक तमंचा पड़ा हुआ था।
घायल जयवीर को पुलिस ने तत्काल सामुदायिक स्वस्थ्य केन्द्र फरीदपुर भिजवाया पहुंचाया और मामले की छानबीन में भीड़ गई। पुलिस ने बताया कि, ‘मौके पर मौजूद लोगो से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि जयवीर का अपने सौतेले भाईयों से जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है।’
पुलिस की जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि, जयवीर ट्रक चालक है जो अक्सर बाहर ही रहता है। गांव में कभी-कभार ही आता है। जब भी वह गांव आता है तो शराब के नशे में आता है। घटना के दिन 16 जनवरी को भी जयवीर सिंह काफी नशे में था।
इस दौरान वह अपने भाईयो तथा ग्राम वासियों को गाली गलौच कर रहा था तथा कह रहा था कि आज इस जमीनी विवाद को जड़ से खत्म कर दूँगा। अपने सौतेले भाईयो को किसी मुकदमे में फसा दूँगा । जिस समय गोली चलने की आवाज आयी, उस समय बालिस्टर् व उसके भाई अजय पाल, रामवीर, विनोद पुत्रगण मेहरवान सभी गांव मे ही मौजूद थे।
पुलिस का कहना है कि, आस-पड़ोस के लोगों को पूर्ण विश्वास है कि जयवीर ने अपने सौतेले भाईयों को झूठे मुकदमे में फसाने के लिये खुद अपने पैर में गोली मारी है।
पुलिस की जांच ने उजागर किए झूठ के सबूत।
- नशे में धुत होने की पुष्टि: जयवीर उस दिन शराब के नशे में गांव वालों को गालियां दे रहा था और “आज इस विवाद को खत्म कर दूंगा” की धमकी दे रहा था।
- स्वयं मारी गोली: ग्रामीणों और सबूतों के आधार पर पुलिस ने पाया कि जयवीर ने खुद को गोली मारकर झूठी शिकायत दर्ज कराई।
- हथियार का स्रोत: बरामद तमंचे की जांच से पता चला कि यह अवैध रूप से प्राप्त किया गया था।
क्यों रची गई साजिश?
- जमीन विवाद: जयवीर और उसके सौतेले भाइयों (बालिस्टर, अजयपाल, रामवीर, विनोद) के बीच खेत बँटवारे को लेकर पुराना तनाव।
- नशे का प्रभाव: पुलिस के मुताबिक, शराब के नशे में उसने भावनात्मक फैसला लिया और खुद को घायल करके भाइयों को जेल भिजवाना चाहा।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई।
बरेली जिलें की फरीदपुर पुलिस ने इस मामले को उजागर करते हुए “X” पर पोस्ट जारी किया तथा प्रेस नोट में बताया कि आरोपी जयवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- 18 अप्रैल 2025 को पुलिस ने जयवीर को उसके घर से गिरफ्तार किया।
- मुकदमा दर्ज: धारा 248/231 BNS और 3/25 A ACT के तहत केस दर्ज कर उसे न्यायालय भेजा गया।
- पुलिस टीम: एसआई हरेंद्र सिंह, उपनिरीक्षक महेशपाल सिंह और टीम को सफल ऑपरेशन का श्रेय।
प्रभारी निरीक्षक ने क्या कहा?
प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र सिंह ने कहा, “झूठी शिकायतें दर्ज कराना गंभीर अपराध है। हम ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करेंगे। अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ भी अभियान जारी है।”
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वही इस पूरे मामले पर बरेली साउथ की एसपी अंशिका वर्मा ने कहा कि, ‘जयवीर ने खुद ही साजिश रचते हुए अपने पैर में गोली मारी थी।’ उन्होंने आगे बताया कि, घटना में प्रयुक्त तमंचा रिकवर कर लिया गया है और असली अभियुक्त को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस की सूझबूझ से बेगुनाह जेल जाने से बच गया। अगर जयवीर की असलियत उजागर नही होती तो असली गुनहगार बाहर होता और बेगुनाह जेल की सलाखों में।