अगर आप गांव में रहकर रोजगार की तलाश में है तो सिरोही नश्ल की बकरी का पालन कर कम खर्च में लाखों रूपये कमा सकते है. बता दे, सिरोहीं प्रजाति का बकरा केवल एक वर्ष में 100 किलों वजनी हो सकता है. जबकि सिरोही बकरी बड़े आराम से 2 से 3 किलों तक दूध दे सकती है. पशुपालन से जुड़ें विशेषज्ञों के मुताबिक भूमिहीन किसान इस व्यवसाय से बेहद कम लागत में सीमांत और बड़े किसानों की तरह अच्छी आमदनी कर सकते है. यहां हम मर्चेंट नेबी की नौकरी छोड़ बकरी पालन करने वाले और MBA कर विदेश की नौकरी छोड़ अपने देश में बकरी पालन कर सालाना 3 करोड़ रूपये का टर्नओवर करने वाले दो व्यक्तियों के बारे में भी बतायेंगे. इसके साथ ही इस व्यवसाय से जुडी चीजों के बारे में अवगत करायेंगे. तो अगर आप मांसाहार का सेवन नहीं करते है और गांव में रहकर रोजगार करना चाहते है. तो यह आर्टिकल आपके लिए है.
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बकरी पालन कर सालाना 3 करोड़ रूपये का करते है टर्नओवर.
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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के निवासी मुनेंद्र ने MBA तक की पढाई की है. MBA करने के बाद मुनेंद्र विदेश में नौकरी करने लगे. लेकिन वर्ष 2014 में पारिवारिक कारणों से उन्हें अपने वतन वापिस आना पड़ा. परिवार की समस्या सुलझने के बाद मुनेंद्र ने गांव में रहकर व्यवसाय करने का मन बनाया. काफी रिसर्च करने के बाद उन्होंने बकरी पालन (Goat Rearing) का व्यवसाय शुरू किया. मुनेंद्र ने शुरुआत 13 बकरियों से की. आज इनके पास 600 से अधिक बकरियां है और सालाना टर्नओवर 3 करोड़ रूपये से अधिक का है. इनके अनुसार कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है. मैंने शुरुआत छोटे से की और आज विदेश से भी अच्छी आमदनी कर रहा हूँ. मुनेंद्र के अनुसार गाय और भैस के दूध से महंगा बकरी का दूध बिकता है. बाज़ार में बकरे के मीट की कीमत भी अधिक है. जरुरत पड़ने पर बकरी को बेचकर तत्काल नगदी भी प्राप्त कर सकते है.
[su_pullquote align=”right”]बकरी के बच्चें को जन्म के 15 दिन तक उसके शरीर भार यानी वजन का 10% दूध दे, 15 दिन से 1.5 माह तक शरीर भार का 15% दूध दे और फिर 3 माह तक 10% दूध दे. इस तरह सही रख रखाव से सिरोही प्रजाति का बकरा 1 वर्ष में 100 किलों वजनी हो सकता है.[/su_pullquote]
सिरोही नश्ल की बकरी की पहचान कैसे करे?
- रंग डार्क ब्राउन, लाइट ब्राउन और शरीर पर धब्बे.
- पूंछ मुड़ी व घने बालों से ढकी हुई.
- पीठ पर हल्का ढलान.
- कान मध्यम लंबे और निचे की ओर लटके हुए.
- 7 से 8 माह में बकरी 30 किलों वजनी हो जाती है.
- दूध 2-3 लीटर, दूध में फैट की मात्रा 4% से अधिक.
गर्मी के मौसम में बकरी की देखबाल कैसे करे?
- बकरी के शेड में ताजे पानी की व्यवस्था करे.
- आहार में सूखा और हरा चारा व दाना दे.
- शेड के आस-पास खिड़की और दरवाजे पर टाट लगाएं.
- शेड के आस-पास पेड़ होने चाहिए.
- बकरी के बच्चें की नाभि को तीन इंच छोड़कर काटने के बाद टिंचर आयोडीन लगाएं.
सिरोही नश्ल की बकरी के बारे में आम जानकारी.
सिरोही नश्ल की बकरी मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश में पाई जाती है. इस नश्ल की बकरी 2 से तीन बच्चों को जन्म देती है. इस प्रजाति की बकरी सबसे अधिक राजस्थान में पाई जाती है. राजस्थान के एक जिलें का नाम भी सिरोही है. इसके अलावा गुजरात के पालमपुर जिलें में भी इस प्रजाति की बकरियां बहुयात में पाई जाती है. 70 हज़ार रुपये मासिक मर्चेंट नेवी की नौकरी छोड़ बकरी पालन का व्यवसाय करने वाले हरियाणा निवासी का वीडियों देखने के लिए यहां क्लिक करे.
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