मेरठ में बीते 23 जून को भूपगढ़ी गांव में हुई हत्या का खुलासा 14 दिन बाद हुआ। खुलासे के अनुसार पत्नी और बेटी ने प्रेमियों के साथ मिलकर की थी हत्या। हत्या में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय के सुपुर्द किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मेरठ हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा: पत्नी और बेटी ने प्रेमियों के साथ मिलकर की थी सुभाष की हत्या।
मेरठ (उत्तर प्रदेश) 07 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जहां एक पत्नी और उसकी बेटी ने अपने प्रेमियों के साथ मिलकर एक किसान की हत्या की साजिश रची। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा पुलिस ने 14 दिन की गहन जांच के बाद किया। मृतक सुभाष की पत्नी कविता, बेटी सोनम, उनके प्रेमी गुलजार, विपिन और विपिन के दोस्त अजगर उर्फ शुभम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह घटना मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के भूपगढ़ी गांव में 23 जून 2025 को हुई थी।
सुभाष की हत्या: एक सुनियोजित साजिश
जानी खुर्द के भूपगढ़ी गांव में रहने वाले सुभाष एक मेहनती किसान थे। उनकी पत्नी कविता और चार बच्चों के साथ वह साधारण जीवन जी रहे थे। उनकी बड़ी बेटी की शादी हो चुकी थी, जबकि दूसरी बेटी सोनम बीए फाइनल की छात्रा थी। उनके दो बेटे, आयुष (11वीं कक्षा) और वंश (10वीं कक्षा) भी उनके साथ रहते थे।
23 जून की शाम को सुभाष अपने खेत में पानी लगाने गए थे। वहां उन पर पीछे से गोली चलाई गई, जो उनकी कमर में लगी। गंभीर रूप से घायल सुभाष ने पास से गुजर रहे एक व्यक्ति से मदद मांगी, जिसने तुरंत पुलिस और गांव वालों को सूचना दी। पुलिस ने सुभाष को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, लेकिन अगले दिन सुबह 4:30 बजे उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस की जांच और चौंकाने वाला खुलासा
सुभाष की हत्या के बाद उनके बेटे आयुष ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने चार टीमों का गठन कर जांच शुरू की। शुरुआत में कविता और सोनम ने खुद को बेकसूर दिखाने की कोशिश की और 13 दिनों तक सच्चाई छिपाई। लेकिन पुलिस की गहन पूछताछ और तकनीकी जांच ने सारा राज खोल दिया।
पुलिस को गांव वालों से पता चला कि कविता का गांव के ही गुलजार के साथ अवैध संबंध था। गुलजार और सुभाष के खेत आसपास थे, जिसके चलते कविता और गुलजार की नजदीकियां बढ़ीं। दूसरी ओर, सोनम का ब्रह्मपुरी के विपिन के साथ प्रेम संबंध था, जो कॉलेज के पास दूध की दुकान पर काम करता था। दोनों की मुलाकात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के जरिए हुई थी।
साजिश की परतें: मां-बेटी का खतरनाक खेल
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सुभाष अपनी पत्नी और बेटी के व्यवहार से नाराज थे। वह कविता के गुलजार से संबंधों पर शक करते थे और सोनम को भी उसकी हरकतों के लिए टोकते थे। इससे परेशान होकर कविता और सोनम ने सुभाष को रास्ते से हटाने की ठान ली।
सोनम ने अपनी मां को ब्लैकमेल किया कि अगर उसकी शादी विपिन से नहीं कराई गई, तो वह कविता और गुलजार के संबंधों का खुलासा कर देगी। दोनों ने अपने-अपने प्रेमियों को हत्या के लिए उकसाया और एक सुनियोजित योजना बनाई। विपिन ने अपने दोस्त अजगर उर्फ शुभम को इस साजिश में शामिल किया।
कैसे दिया पत्नी और बेटी ने प्रेमियों के साथ हत्या को अंजाम?
23 जून की शाम को जब सुभाष खेत में थे, कविता और सोनम ने वॉट्सऐप कॉल के जरिए अपने प्रेमियों को सूचना दी। विपिन ने तमंचा और कारतूस की व्यवस्था की, जबकि अजगर ने गोली चलाने की जिम्मेदारी ली। दोनों बाइक पर नहर पटरी के पास पहुंचे, जहां अजगर ने सुभाष को पीछे से गोली मार दी। गोली लगने के बाद दोनों मौके से फरार हो गए और तमंचा छिपा दिया।
>हत्या के बाद विपिन ने सोनम को फोन कर कहा, “डार्लिंग, काम हो गया। अब चिंता मत करो।” पुलिस ने बाद में तमंचा बरामद कर लिया।
पुलिस की तकनीकी जांच ने खोला राज
पुलिस ने कॉल डिटेल्स, लोकेशन डेटा और सोशल मीडिया चैट्स की जांच की। कविता, सोनम, गुलजार और विपिन के बीच वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए लगातार बातचीत हो रही थी। हत्या के दिन विपिन और अजगर की लोकेशन घटनास्थल पर पाई गई। सोनम और विपिन की चैट में सोनम ने पछतावे का इजहार किया, लेकिन विपिन ने उसे भरोसा दिलाया कि सब ठीक हो जाएगा।
एसपी देहात डॉ. राकेश कुमार मिश्रा ने बताया, “पुलिस की चार टीमें लगातार जांच में जुटी थीं। कॉल डिटेल्स और लोकेशन के आधार पर हमने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें कविता, सोनम, गुलजार, विपिन और अजगर शामिल हैं।”
बड़ी बेटी की राह पर चल दी छोटी बेटी भी।
इस मामले ने सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों पर भी सवाल उठाए हैं। सुभाष की बड़ी बेटी ने पहले ही परिवार की मर्जी के खिलाफ अंतरजातीय विवाह किया था, जिसका सुभाष ने विरोध किया था। छोटी बेटी सोनम भी उसी राह पर चल पड़ी। कविता और सोनम दोनों सुभाष को अपनी प्रेम कहानियों में बाधा मानते थे।
हैरानी की बात यह है कि सुभाष की हत्या के बाद कविता और सोनम ने घर में मातम का दिखावा किया। कविता विधवा होने का दुख जताती रही, जबकि सोनम पिता की मृत्यु पर रोने का नाटक करती रही। गुलजार भी शोक जताने के बहाने सुभाष के घर आता-जाता रहा।
प्रेम, ब्लैकमेल और साजिश: आयुष और वंश हुए अनाथ
यह हत्याकांड न केवल एक परिवार की बर्बादी है बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी भी है। प्रेम, ब्लैकमेल और साजिश की इस कहानी ने सुभाष के दो बेटों, आयुष और वंश, को अनाथ छोड़ दिया। पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच ने इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश किया, लेकिन यह घटना समाज में नैतिकता और पारिवारिक रिश्तों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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आरोपियों की गिरफ्तारी:
- कविता (सुभाष की पत्नी)
- सोनम (सुभाष की बेटी)
- गुलजार (कविता का प्रेमी)
- विपिन (सोनम का प्रेमी)
- अजगर उर्फ शुभम (विपिन का दोस्त)
पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है और मामले की जांच अभी भी जारी है।