देवरिया में माइक्रो फाइनेंस एजेंट से दिनदहाड़े लूट: 70,000 रुपये, लैपटॉप और चार्जर छीना, पुलिस जांच में जुटी

देवरिया में माइक्रो फाइनेंस एजेंट से दिनदहाड़े लूट: 70,000 रुपये, लैपटॉप और चार्जर छीना, पुलिस जांच में जुटी

यूपी के देवरिया में माइक्रो फाइनेंस एजेंट से दिनदहाड़े लूट हुई, जहां बाइक सवार बदमाशों ने 70,000 रुपये, लैपटॉप और चार्जर लूटकर मौके से फरार हो गए। इस मामले के खुलासे के लिए पुलिस ने तीन टीमें लगाई है। पुलिस ने बताया जांच जारी है बहुत जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा ।

देवरिया में दिनदहाड़े लूट की सनसनीखेज वारदात

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में 15 अप्रैल 2025 को एक सनसनीखेज लूट की घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के सेंटर चौराहे पर बाइक सवार दो बदमाशों ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी के एक एजेंट से असलहा के बल पर 70,000 रुपये नकद, एक लैपटॉप, और चार्जर लूट लिया। यह वारदात उस समय हुई जब एजेंट समूह का पैसा कलेक्ट करके लौट रहा था। बदमाशों ने हथियार दिखाकर एजेंट को डराया और लूटपाट के बाद तेजी से फरार हो गए।

घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, माइक्रो फाइनेंस कंपनी का एजेंट दोपहर के समय सेंटर चौराहे के पास अपने कार्य से लौट रहा था। वह अपने बैग में 70,000 रुपये नकद और एक लैपटॉप लेकर जा रहा था। तभी एक बाइक पर सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने उसे रोका। बदमाशों ने तमंचा दिखाकर एजेंट को धमकाया और उसका बैग छीन लिया, जिसमें नकदी, लैपटॉप, और चार्जर था। लूटपाट के बाद बदमाश सेंटर चौराहे से सटे रास्ते की ओर फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने शोर मचाया, लेकिन बदमाश तब तक भाग चुके थे।

पुलिस ने अब तक क्या किया

घटना की सूचना मिलते ही सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की। देवरिया पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन विशेष टीमें गठित की हैं, जो अलग-अलग दिशाओं में छानबीन कर रही हैं। सदर कोतवाली के थानाध्यक्ष ने बताया कि बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र का सहारा लिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

देवरिया में बढ़ती लूट की घटनाएं

देवरिया जिले में हाल के महीनों में लूट की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। इससे पहले भी फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों को निशाना बनाया गया है। उदाहरण के लिए, फरवरी 2025 में खामपार थाना क्षेत्र में एक पेट्रोल पंप मालिक से 62,000 रुपये की लूट हुई थी। इसी तरह, मार्च 2025 में पूर्वी बलिया नहर के पास एक फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में तीन बदमाशों ने लूटपाट की थी। इन घटनाओं ने स्थानीय पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठाए हैं।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि सेंटर चौराहा जैसे व्यस्त इलाके में दिनदहाड़े हुई इस वारदात से लोग डरे हुए हैं। व्यापारियों और फाइनेंस कर्मियों ने पुलिस से गश्त बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की है।

पुलिस के सामने चुनौतियां

देवरिया में माइक्रो फाइनेंस लूट की इस घटना ने पुलिस के सामने कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। बदमाशों ने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया, जिससे संदेह है कि उन्होंने पहले एजेंट की रेकी की थी। पुलिस को न केवल आरोपियों को पकड़ना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। सीसीटीवी फुटेज की गुणवत्ता और बदमाशों के नकाबपोश होने के कारण उनकी पहचान में मुश्किलें आ रही हैं। फिर भी, पुलिस ने दावा किया है कि वे जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे।

माइक्रो फाइनेंस एजेंट से दिनदहाड़े लूट की घटना पर स्थानीय लोगों और व्यापारियों की क्या है प्रतिक्रिया

इस लूट की घटना के बाद सेंटर चौराहे के आसपास के दुकानदारों और स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। एक स्थानीय व्यापारी, रमेश यादव, ने कहा, “यह चौराहा हमेशा व्यस्त रहता है, फिर भी बदमाशों ने इतनी हिम्मत दिखाई। पुलिस को रात-दिन गश्त करनी चाहिए।” एक अन्य निवासी, शालिनी सिंह, ने बताया कि फाइनेंस कर्मियों को अकेले पैसा ले जाने से बचना चाहिए और पुलिस को ऐसे इलाकों में चौकसी बढ़ानी चाहिए।

कैसे खुद को बचाएं

देवरिया में माइक्रो फाइनेंस लूट जैसी घटनाओं से बचने के लिए कुछ सुझाव हैं:

  • फाइनेंस कर्मियों को अकेले बड़ी रकम ले जाने से बचना चाहिए।
  • महत्वपूर्ण सामान जैसे लैपटॉप या नकदी को सुरक्षित बैग में रखें।
  • सुनसान रास्तों के बजाय व्यस्त सड़कों का उपयोग करें।
  • लूट की स्थिति में शोर मचाएं और तुरंत पुलिस को सूचित करें।

किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पुलिस हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें।

आए दिन हो रही छिनैती 

देवरिया में माइक्रो फाइनेंस लूट की इस घटना ने जिले की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सेंटर चौराहे जैसे व्यस्त इलाके में दिनदहाड़े हुई लूट से स्पष्ट है कि बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तीन टीमों का गठन इस दिशा में सकारात्मक कदम है, लेकिन स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए और ठोस उपायों की जरूरत है। यह घटना न केवल फाइनेंस कर्मियों के लिए, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी एक चेतावनी है कि सतर्कता और सावधानी ही बचाव का सबसे बड़ा हथियार है।

पुलिस से अपेक्षा है कि वह जल्द से जल्द बदमाशों को गिरफ्तार कर इस मामले का खुलासा करे, ताकि लोगों का भरोसा कानून-व्यवस्था पर बना रहे। साथ ही, प्रशासन को चाहिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गश्त और सीसीटीवी निगरानी को और प्रभावी बनाए।

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