उत्तर प्रदेश, देवरिया, 14 अप्रैल 2025: देवरिया के बैतालपुर में 14 अप्रैल 2025 को टैंकर विस्फोट और बस हादसे में 30+ घायल। इनमे आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। पीछे से अनुबंधित बस ने आगे जा रही टैंकर को मारी टक्कर। जिसके बाद टैंकर में भरा हुआ तेल का रिसाव होने लगा।

बैतालपुर वेल्डिंग दुकान पर टैंकर विस्फोट: 100 मीटर तक उड़े लोहे के टुकड़े

देवरिया जिले के बैतालपुर डिपो के समीप सोमवार सुबह 8 बजे एक रासायनिक टैंकर में ज़ोरदार धमाका हुआ। यह टैंकर (नंबर UP 53 BT 2656) एक वेल्डिंग दुकान के सामने खड़ा था, जहां विस्फोट से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। दुकान मालिक संतोष कुशवाहा ने टैंकर ड्राइवर की लापरवाही को कारण बताया, लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट से पता चला कि यह टैंकर पहले गोंडा डिपो में था और बैतालपुर में बिना अनुमति संचालित हो रहा था।

सुरक्षा मानकों की अनदेखी:

  • दुकान में न तो अग्निशामक यंत्र, न पानी की व्यवस्था।
  • विस्फोट से लोहे के टुकड़े 100 मीटर दूर तक गिरे, आसपास के घरों की दीवारें दरकीं।
  • पास में खड़ी गेहूं की फसल और डिपो बड़ी आपदा से बाल-बाल बचे।

प्रशासन पर सवाल:

उच्चाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन डिपो अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। स्थानीय लोगों का आरोप—”सुरक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं।”


उसी दिन बैतालपुर में बस-टैंकर टक्कर: 30+ घायल, मेडिकल कॉलेज में अफरातफरी

दोपहर 11:30 बजे, देवरिया-गोरखपुर मार्ग पर बैतालपुर के अशोक बिरियानी ढाबे के पास एक अनुबंधित रोडवेज बस HPCL के टैंकर से जा भिड़ी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

घटना के प्रमुख बिंदु:

  • 20+ यात्री घायल, जिनमें 6 गंभीर।
  • टैंकर में तेल रिसाव से मौके पर आग का खतरा, फायर ब्रिगेड तैनात।
  • घायलों को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इमरजेंसी में भीड़ के कारण हड़कंप मचा।

राजनीतिक प्रतिक्रिया:

भाजपा नेता डॉ. रमापति राम त्रिपाठी और जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों का हाल जाना। वहीं, विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।


सवाल जो देवरिया को झकझोर रहे:

  1. क्या रासायनिक टैंकर बिना अनुमति संचालित था?
  2. वेल्डिंग दुकानों में सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी क्यों?
  3. यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने में प्रशासन क्यों विफल?

बैतालपुर की यह दोहरी घटना प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करती है। अगर समय रहते सुरक्षा मानकों पर ध्यान दिया जाता, तो शायद ये हादसे टल जाते। जिले को अब जनसुरक्षा अभियान की दरकार है।

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