कानपुर में यशोदा नगर हत्याकांड का सनसनीखेज रहस्य!
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश 29 जुलाई: यशोदा नगर में एक कारपेंटर का शव बाथटब में पड़ा मिला। क्या यह हत्या थी, आत्महत्या थी, या महज एक हादसा? परिवार के आरोप और बच्चे का बयान ने मामले को उलझा दिया है।
कानपुर के यशोदा नगर में यशोदा नगर हत्याकांड ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। 40 वर्षीय राजन वर्मा की संदिग्ध मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उनके छोटे भाई अमित ने अपनी भाभी चांदनी पर हत्या का सीधा आरोप लगाया है, जबकि राजन के 10 साल के बेटे चाहत ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात दो अजनबी घर आए और उसके पिता के सिर पर डंडे से वार किया। पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जो इस रहस्यमयी मौत की सच्चाई उजागर कर सकती है। इस आर्टिकल में हम इस सनसनीखेज मामले की गहराई से पड़ताल करते हैं।
यशोदा नगर हत्याकांड: क्या हुआ था उस रात?
सोमवार रात को यशोदा नगर के रन्नो बाजपेई के किराए के मकान में रहने वाले राजन वर्मा (40) की जिंदगी का दुखद अंत हुआ। मंगलवार सुबह उनका शव बाथरूम में पानी से भरे बाथटब में पड़ा मिला। राजन एल्यूमिनियम के दरवाजे और खिड़कियां बनाने का काम करते थे। उनकी पत्नी चांदनी ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात राजन शराब के नशे में घर लौटे थे। “मैंने उन्हें पानी दिया और बच्चों के साथ सोने चली गई। सुबह 4:30 बजे जब मैं उठी, तो वह बिस्तर पर नहीं थे। बाथरूम के बाहर पानी फैला था, और टब में वह डूबे हुए थे।”
लेकिन शव पर सिर, गले, और सीने में चोट के निशान ने इस कहानी पर सवाल खड़े कर दिए। यशोदा नगर हत्याकांड अब एक सामान्य हादसे से कहीं ज्यादा गंभीर मामला बन गया है।
बेटे का चौंकाने वाला बयान
राजन के 10 साल के बेटे चाहत ने पुलिस को जो बताया, उसने इस मामले को और रहस्यमयी बना दिया। चाहत ने कहा, “सोमवार रात को दो अंकल घर आए थे। पापा की साइकिल गिरने की आवाज से मैं जाग गया। मैंने देखा कि उन्होंने पापा के सिर पर डंडे से वार किया। फिर वे भाग गए।” चाहत का यह बयान पुलिस जांच का अहम हिस्सा बन गया है। पुलिस अब इन “दो अजनबियों” की तलाश में है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनका मकसद क्या था।
भाई का पत्नी पर गंभीर आरोप
राजन के छोटे भाई अमित ने अपनी भाभी चांदनी पर हत्या का सीधा आरोप लगाया है। अमित ने बताया कि सोमवार शाम को चांदनी का फोन आया, जिसमें उन्होंने कहा, “जल्दी आ जाइए, ये बाथरूम के टब में डूब गए हैं।” जब अमित और परिवार के अन्य लोग घर पहुंचे, तो राजन का शव बाथरूम के बाहर पड़ा था। अमित का कहना है, “शव पर चोट के निशान साफ दिख रहे थे। यह कोई हादसा नहीं, हत्या है।”
पोस्टमॉर्टम हाउस पर अमित और चांदनी के बीच तीखी बहस भी हुई, जिसे पुलिस ने शांत करवाया। अमित ने कहा कि चांदनी और राजन के बीच अक्सर झगड़े होते थे, और परिवार ने उनकी शादी को कभी स्वीकार नहीं किया था।
लव मैरिज और परिवार का विरोध
राजन वर्मा मूल रूप से सीतापुर के धरमपुर गांव के रहने वाले थे। 2012 में उनकी पहली पत्नी से तलाक हो गया था। इसके बाद 2013 में उन्होंने यशोदा नगर की चांदनी से लव मैरिज की थी। चांदनी मुस्लिम समुदाय से हैं, और इस शादी को राजन के परिवार ने कभी मंजूरी नहीं दी। इस वजह से राजन अपने परिवार से अलग होकर यशोदा नगर में किराए के मकान में रहने लगे थे। उनके दो बच्चे, चाहत (10) और वंशु (7), उनके साथ रहते थे।
राजन के दोस्त कुणाल ने बताया, “पिछले डेढ़ महीने से राजन तनाव में थे। हमने कई बार पूछा, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। सोमवार को भी वह सुबह से शराब पी रहे थे।”
पत्नी का पक्ष: “यह सिर्फ हादसा था”
चांदनी ने हत्या के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने पुलिस को बताया, “राजन रात को शराब के नशे में थे। मैंने उन्हें पानी दिया और बच्चों के साथ सोने चली गई। सुबह जब मैं उठी, तो बाथरूम में पानी फैला था और वह टब में डूबे हुए थे।” चांदनी का कहना है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था, और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
पुलिस की जांच: पोस्टमॉर्टम है अहम
नौबस्ता थाना प्रभारी शरद तिलारा ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। “शव पर चोट के निशान हैं, लेकिन मौत की सही वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगी। परिवार की ओर से अभी तक कोई लिखित तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस ने राजन के बेटे चाहत, पत्नी चांदनी, और पड़ोसियों से पूछताछ की है। साथ ही, राजन के दोस्तों से भी जानकारी जुटाई जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि सोमवार रात घर में कौन-कौन आया था। पुलिस आसपास के CCTV फुटेज भी खंगाल रही है ताकि चाहत के बयान में बताए गए “दो अजनबियों” का सुराग मिल सके।
दोस्तों का दावा: राजन थे परेशान
राजन के दोस्त अंकित ने बताया कि राजन पिछले कुछ समय से परेशान चल रहे थे। “उन्होंने बताया था कि घर में पत्नी से उनकी अनबन चल रही थी। सोमवार को भी वह सुबह से शराब पी रहे थे।” अंकित ने यह भी कहा कि राजन की बेटी ने उन्हें बताया कि रात में दो अजनबी घर आए थे, जिन्होंने राजन पर हमला किया और उन्हें कमरे में बंद कर दिया।
यशोदा नगर हत्याकांड के अनुत्तरित सवाल
यशोदा नगर हत्याकांड ने कई सवाल खड़े किए हैं:
- क्या राजन की मौत वाकई हत्या थी, या शराब के नशे में डूबने का हादसा?
- चाहत के बयान में बताए गए “दो अजनबी” कौन थे, और उनका मकसद क्या था?
- क्या लव मैरिज और परिवार के विरोध का इस मामले से कोई कनेक्शन है?
- चांदनी पर लगे हत्या के आरोपों में कितनी सच्चाई है?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट इस मामले में निर्णायक साबित हो सकती है। अगर चोट के निशान हत्या की ओर इशारा करते हैं, तो पुलिस की जांच नए रास्ते तलाश सकती है।
कानपुर में अपराध की बढ़ती घटनाएं
कानपुर में हाल के महीनों में हत्या, लूट, और अन्य अपराधों की घटनाएं बढ़ी हैं। यशोदा नगर हत्याकांड इस बात का सबूत है कि शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर और ध्यान देने की जरूरत है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यशोदा नगर जैसे इलाकों में रात में पुलिस गश्त को बढ़ानी चाहिए ताकि यशोदा नगर हत्याकांड जैसी घटनाओं पर विराम लग सकें।
सच सामने लाने की चुनौती
यशोदा नगर हत्याकांड सिर्फ एक मौत की कहानी नहीं, बल्कि लव मैरिज, पारिवारिक तनाव, और सामाजिक पूर्वाग्रहों की जटिल कहानी है। राजन वर्मा की मौत की सच्चाई क्या है, यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच ही बताएगी। लेकिन यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या सामाजिक दबाव और पारिवारिक अनबन ऐसी त्रासदियों को जन्म दे रहे हैं?