Uttar Pradesh

शातिर बहू पूजा जाटव: सास की हत्या, 3 रिलेशन और क्राइम की सनसनीखेज कहानी

झांसी (उत्तर प्रदेश) 02 जुलाई: झांसी में सास सुशीला देवी की हत्या के मामले ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड 29 साल की पूजा जाटव की कहानी किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं। ग्वालियर और झांसी में अपने आपराधिक इतिहास और रिश्तों की उलझी गुत्थियों के साथ पूजा ने एक के बाद एक सनसनीखेज कदम उठाए। पहले पति पर गोली चलवाने से लेकर सास की हत्या तक, उसकी हर चाल शातिर अपराधी की तरह थी। आइए, इस मामले की गहराई में उतरते हैं और जानते हैं कि पूजा ने यह खौफनाक साजिश कैसे रची।

पूजा जाटव का क्राइम

1. पहले पति पर गोली चलवाने की साजिश

पूजा जाटव, मूल रूप से ग्वालियर की रहने वाली, की पहली शादी 11 साल पहले ओरछा के रमेश से हुई थी। रमेश एक प्राइवेट नौकरी करता था, लेकिन शादी के बाद दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए। पूजा का गुस्सैल स्वभाव रिश्ते में दरार का कारण बना। उसने सुपारी देकर अपने पति पर गोली चलवा दी। हालांकि, रमेश बच गया और उसने पूजा के खिलाफ केस दर्ज कराया। यह मामला ग्वालियर कोर्ट तक पहुंचा, जहां पूजा को नियमित रूप से तारीखों पर उपस्थित होना पड़ता था।

2. . कोर्ट में मुलाकात और दूसरा रिश्ता

ग्वालियर कोर्ट में तारीखों के दौरान पूजा की मुलाकात कल्याण राजपूत से हुई, जो झांसी के टहरौली इलाके के कुम्हरिया गांव का रहने वाला था। कल्याण पर लूट, मारपीट और धोखाधड़ी के 6 मामले दर्ज थे। कोर्ट परिसर में दोनों की दोस्ती हुई, जो जल्द ही प्यार में बदल गई। कल्याण ने पूजा को अपने परिवार के घर ले जाने की बजाय झांसी के महानगर इलाके में किराए का मकान लिया और दोनों लिव-इन में रहने लगे। 6 साल तक चले इस रिश्ते में कोई संतान नहीं हुई। लेकिन कल्याण की एक सड़क दुर्घटना में मौत ने पूजा की जिंदगी को फिर से बदल दिया।

3. तीसरा रिश्ता: जेठ संतोष के साथ शादी

कल्याण की मौत के बाद पूजा की मुलाकात उसके बड़े भाई संतोष से हुई। संतोष पहले से शादीशुदा था, लेकिन परिवार की 18 बीघा जमीन की लालच में पूजा ने संतोष के साथ लिव-इन शुरू किया। बाद में दोनों ने शादी कर ली और उनकी एक बेटी भी हुई। हालांकि, संतोष की पहली पत्नी रागिनी के साथ पूजा के झगड़े बढ़ने लगे। पूजा ने 18 बीघा जमीन में से आधी (8 बीघा) अपने नाम कराने की मांग की, जिस पर संतोष और उसके पिता अजय तैयार हो गए। लेकिन सास सुशीला देवी को पूजा पर भरोसा नहीं था, और यही पूजा के लिए सबसे बड़ी बाधा बन गई।

सास की हत्या की साजिश

सुशीला देवी की असहमति से गुस्साई पूजा ने ठान लिया कि उसे रास्ते से हटाना होगा। उसने अपनी छोटी बहन कमला (उर्फ कामिनी) और उसके प्रेमी अनिल वर्मा को इस साजिश में शामिल किया। पूजा ने सुनियोजित तरीके से हत्या का प्लान बनाया:

  • प्लान का पहला कदम: घर को खाली करना पूजा ने ससुर अजय को बेटी के जन्मदिन के बहाने ग्वालियर बुलाया। संतोष को उसने गर्भवती होने और बच्चा नहीं चाहिए कहकर बुलाया। इस तरह 24 जून को सुशीला घर में अकेली रह गईं।
  • हत्या का तरीका: पूजा ने कमला और अनिल को 125 किमी दूर कुम्हरिया गांव भेजा। दोनों बाइक से गांव पहुंचे, बाइक को बाहर छोड़कर पैदल सुशीला के घर गए। सुशीला ने उन्हें देखकर गुस्सा जताया, लेकिन कमला ने उसे घसीटकर कमरे में ले जाकर बेहोशी का इंजेक्शन लगाया। इसके बाद कपड़ा मुंह में ठूंसकर गला घोंट दिया। हत्या को लूट का रूप देने के लिए अलमारी से जेवर और नकदी भी ले गए
पुलिस की जांच और पूजा जाटव का पकड़ा जाना

24 जून की शाम को अजय घर लौटे तो सुशीला की लाश देखकर हड़कंप मच गया। पड़ोसियों ने बताया कि एक महिला और एक युवक घर आए थे। अजय का शक पहले संतोष की पहली पत्नी रागिनी पर गया, जिसके खिलाफ उसने केस दर्ज कराया। लेकिन दो घटनाओं ने जांच की दिशा बदली:

  • रागिनी और उसका भाई थाने पहुंचकर खुद को बेकसूर साबित करने लगे।
  • पूजा अपनी सास की मौत के बाद भी घर नहीं आई, जिससे पुलिस का शक उस पर गया।

पुलिस ने पूजा को ग्वालियर से हिरासत में लिया। शुरुआत में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ में टूट गई। पूजा ने कबूल किया कि उसने कमला और अनिल के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने पूजा और कमला को गिरफ्तार कर लिया, और बेहोशी के इंजेक्शन की सिरिंज बरामद की। हालांकि, अनिल वर्मा फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

पूजा की आपराधिक मानसिकता

पूजा की कहानी से साफ है कि वह एक शातिर अपराधी की तरह सोचती और काम करती थी। उसने पहले पति पर गोली चलवाई, फिर सास की हत्या की साजिश रची। उसका मकसद हर बार संपत्ति और पैसा हासिल करना था। संतोष ने बताया कि पूजा ने उसे तबीयत खराब होने की बात कहकर गुमराह किया, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में हत्यारों की बाइक ग्वालियर की ओर जाती दिखी, जिससे शक गहरा गया।

पूजा जाटव की यह कहानी न केवल एक सनसनीखेज क्राइम स्टोरी है, बल्कि यह समाज में रिश्तों, लालच और अपराध की गहरी परतों को भी उजागर करती है। उसकी शातिर योजनाएं और आपराधिक इतिहास ने पुलिस के लिए भी चुनौती पेश की। फिलहाल, पूजा और कमला जेल में हैं, और पुलिस अनिल वर्मा की तलाश में जुटी है। इस मामले ने एक बार फिर साबित किया कि लालच और बदले की भावना कितने खतरनाक परिणाम दे सकती है।

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