Auraiya Murder Case: उत्तर प्रदेश में अपराध की एक और दिल दहला देने वाली घटना ने लोगों को हैरान कर दिया है। औरैया मर्डर केस में एक नई दुल्हन, प्रगति यादव, ने अपने प्रेमी अनुराग यादव के साथ मिलकर अपने पति दिलीप यादव की हत्या कर दी। यह घटना शादी के महज 14 दिन बाद हुई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मेरठ में हाल ही में हुई एक ऐसी ही वारदात के बाद अब औरैया का यह मामला चर्चा का केंद्र बन गया है। आइए, इस औरैया मर्डर केस की पूरी कहानी, पुलिस जांच, और इसके पीछे की साजिश को विस्तार से जानते हैं।
शादी से शुरू हुई कहानी
Pragati Yadav Auraiya: 5 मार्च 2025 को प्रगति यादव, जो औरैया के फफूंद थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं, की शादी दिलीप यादव नामक एक स्थानीय व्यापारी से हुई थी। यह शादी सामान्य रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई थी। परिवार और रिश्तेदारों ने इसे एक सुखद शुरुआत माना, लेकिन किसी को नहीं पता था कि इस शादी के पीछे एक खौफनाक साजिश पनप रही थी। प्रगति यादव पिछले चार साल से अनुराग यादव नामक युवक से प्यार करती थी, जो उसके ही गांव का रहने वाला है। प्रगति के परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया और उसकी शादी दिलीप से करवा दी। लेकिन प्रगति का मन कभी दिलीप के साथ नहीं लगा।
सूत्रों के मुताबिक, प्रगति यादव ने शादी को मजबूरी में स्वीकार किया, लेकिन उसका दिल और दिमाग अनुराग यादव के साथ था। शादी के कुछ ही दिनों बाद उसने अपने पति को रास्ते से हटाने की ठान ली और अनुराग के साथ मिलकर एक खतरनाक योजना बनाई, जिसने औरैया मर्डर केस को जन्म दिया।
मर्डर के दिन: गेहूं के खेत में मिला शव
19 मार्च 2025 को सहार थाना क्षेत्र के पलिया गांव के पास एक गेहूं के खेत में दिलीप यादव गंभीर हालत में मिला। एक राहगीर ने उसे खून से लथपथ देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां पता चला कि उसे गोली मारी गई थी। तीन दिन तक इलाज चला, लेकिन दिलीप की जान नहीं बच सकी। उनकी मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। जिस बेटे ने 5 मार्च को दुल्हन लेकर घर में कदम रखा था, उसकी अर्थी अब उसी घर से उठ रही थी।
इस दौरान प्रगति यादव को रोते-बिलखते देखकर हर कोई दुखी था। पड़ोसी और रिश्तेदार उसे सांत्वना दे रहे थे, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह दुख सिर्फ एक दिखावा था। औरैया मर्डर केस की असली सच्चाई जल्द ही सामने आने वाली थी।
पुलिस जांच: साजिश का पर्दाफाश
औरैया पुलिस ने तुरंत इस मामले की जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक अभिजीत शंकर के नेतृत्व में टीम ने हर पहलू को खंगाला। शुरुआत में यह एक साधारण हमला लग रहा था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने एक नया सुराग दिया। फुटेज में एक संदिग्ध, रामजी नागर, कुछ लोगों के साथ दिखाई दिया। पुलिस ने रामजी को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की।
रामजी ने कबूल किया कि उसने हत्या में हिस्सा लिया था और यह काम उसे अनुराग यादव ने सौंपा था। इसके बाद पुलिस ने अनुराग यादव को गिरफ्तार किया और उसके पास से एक तमंचा बरामद किया। सख्त पूछताछ में अनुराग ने सारा राज उगल दिया। उसने बताया कि वह और प्रगति यादव पिछले चार साल से रिलेशनशिप में थे और प्रगति ने ही उसे दिलीप की हत्या के लिए उकसाया था।
जांच से पता चला कि 19 मार्च को दिलीप यादव व्यापार के सिलसिले में कन्नौज गए थे। वापसी के दौरान वह एक होटल में रुके, जहां कुछ बाइक सवार लोग आए। उन्होंने अपनी गाड़ी खराब होने का बहाना बनाकर दिलीप को अपने साथ ले गए और गेहूं के खेत में ले जाकर गोली मार दी। पुलिस का मानना है कि इस साजिश में दो और लोग शामिल थे, जिनकी तलाश जारी है।
हत्या का मकसद: प्यार और पैसे की खातिर
औरैया मर्डर केस के पीछे का मकसद क्या था? पुलिस के अनुसार, यह प्यार और लालच का घातक मिश्रण था। प्रगति यादव ने अनुराग यादव को भरोसा दिलाया कि दिलीप की हत्या के बाद वे दोनों साथ रह सकेंगे। उसने अनुराग को यह भी कहा कि दिलीप के पास काफी पैसा है, जिससे उनकी जिंदगी सुखमय हो जाएगी। प्रगति ने अनुराग को हत्या के लिए 1 लाख रुपये दिए, जबकि अनुराग ने रामजी नागर को 2 लाख रुपये देकर यह काम सौंपा।
यह सिर्फ प्यार की कहानी नहीं थी, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें पैसा भी बड़ी भूमिका निभा रहा था। प्रगति यादव ने अपने पति को एक रुकावट के रूप में देखा और उसकी संपत्ति को अपने सपनों को पूरा करने का जरिया माना। लेकिन उनकी यह योजना ज्यादा दिन तक छिपी नहीं रह सकी।
मेरठ से औरैया मर्डर केस समानता: उत्तर प्रदेश में अपराध का नया ट्रेंड
औरैया मर्डर केस की तुलना मेरठ में हाल ही में हुई एक घटना से की जा रही है। मेरठ में मुस्कान रस्तोगी ने अपने बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत की हत्या की थी। वहां शव को टुकड़ों में काटकर ड्रम में सीमेंट डाल दिया गया था। हालांकि प्रगति यादव और अनुराग यादव ने ऐसा कुछ नहीं किया, लेकिन दोनों मामलों में विश्वासघात और सुनियोजित हत्या की समानता साफ दिखती है।
उत्तर प्रदेश में आए दिन हो रहे क्राइम के इन मामलों ने सरकार की साख की साख के साथ-साथ समाज में कई सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जबरदस्ती की शादियां, भावनाओं पर काबू न होना, और सामाजिक दबाव इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। औरैया मर्डर केस इस बात का सबूत है कि प्यार कभी-कभी कितना खतरनाक हो सकता है।
गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई
25 मार्च 2025 तक, पुलिस ने प्रगति यादव, अनुराग यादव, और रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अभिजीत शंकर ने कहा कि बाकी फरार आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इन तीनों पर हत्या, साजिश, और अवैध हथियार रखने के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले का ट्रायल शुरू होने पर भारी हंगामा होने की उम्मीद है।
घटना के बाद Palia Gaanv आया सुर्खियों में।
दिलीप का परिवार इस दोहरे सदमे से उबर नहीं पा रहा है—अपने बेटे की मौत और बहू के विश्वासघात का दर्द। पलिया गांव, जो कभी शांत था, अब औरैया मर्डर केस की वजह से सुर्खियों में है।
विश्वास और धोखे की कहानी
औरैया मर्डर केस सिर्फ एक अपराध की खबर नहीं है, बल्कि यह एक सबक है कि साधारण जिंदगी के पीछे कितने गहरे राज छिपे हो सकते हैं। प्रगति यादव, जो कभी सुखी दुल्हन बनने का सपना देखती थी, अब धोखे की मिसाल बन गई है। वहीं, दिलीप यादव को उस शादी की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी, जिसे वह एक नई शुरुआत मानते थे।
औरैया मर्डर केस पर और अपडेट के लिए बने रहें, क्योंकि औरैया पुलिस इस अपराध की और परतें खोल रही है।
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