घटना की रात: ड्रग्स देकर परिवार को बेहोश किया
फतेहपुर के कृष्ण बिहारी नगर में 12 जून की रात एक 15 वर्षीय छात्रा ने अपने परिजनों के खाने में नशीली गोलियाँ मिलाईं। परिवार के गहरी नींद में सोते ही वह रात 1:30 बजे सामान लेकर घर से निकली। मोहल्ले के बाहर 22 वर्षीय तासुब उर्फ ओवैस उसका इंतजार कर रहा था। दोनों बस से सीधे कानपुर पहुँचे, जहाँ से अहमदाबाद जाने की ट्रेन लेनी थी।
कानपुर बस अड्डे पर पकड़े गए: बजरंग दल ने की सतर्क कार्रवाई
गुरुवार रात करीब 3:30 बजे जब दोनों झकरकट्टी बस अड्डे पहुँचे, तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने लड़की के डरे हुए चेहरे और युवक के ज़बरदस्त समझाने के प्रयासों पर संदेह किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि लड़की नाबालिग (15 वर्ष) है और तासुब ने खुद को ओवैस बताया। दोनों को तुरंत कर्नलगंज थाना पुलिस को सौंप दिया गया।
सात महीने से चल रहा था पीछा, पिता ने दी थी चेतावनी
पुलिस जाँच में सामने आया कि तासुब (कबाड़ बेचने वाला) पिछले 7 महीनों से लड़की का स्कूल व कोचिंग के रास्ते में पीछा करता था। लड़की के पिता ने इसकी शिकायत होने पर तासुब को डाँटा था और बेटी को उससे दूर रहने का निर्देश दिया था। मगर तासुब ने लड़की को भगाने की योजना बनाई और उसे परिवार को ड्रग्स खिलाने के लिए प्रेरित किया।
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परिवार में कोहराम, पिता ने लगाया ‘लव जेहाद’ का आरोप
जब शुक्रवार सुबह कानपुर पुलिस की कॉल आई, तब परिवार को बेटी के भागने का पता चला। माता-पिता तुरंत कानपुर पहुँचे। पिता ने कहा, “मेरी बेटी का ब्रेनवाश किया गया। यह लव जेहाद है। अहमदाबाद पहुँचते तो अनहोनी हो सकती थी।” उन्होंने बजरंग दल के हस्तक्षेप को जीवनदान बताया।
पुलिस कार्रवाई: फतेहपुर ले जाए गए दोनों, FIR दर्ज होगी
कर्नलगंज थाना प्रभारी रविंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों को फतेहपुर कोतवाली पुलिस को सुपुर्द किया गया। नाबालिग का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे परिवार को सौंपा जाएगा। पिता की लिखित शिकायत पर तासुब के खिलाफ अपहरण, युवा न्याय अधिनियम और ड्रग्स देने के मामले में केस दर्ज होगा।