मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में प्रधान प्रत्याशी पर यौन उत्पीड़न का मामला प्रकाश में आया। फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षो की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया है। यह मामला गोरखपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है। पढ़े इस मामले से जुड़े सभी पहलू…
गोरखपुर, 11 सितम्बर: गुलरिहा थाना क्षेत्र में एक प्रधान प्रत्याशी के खिलाफ यौन उत्पीड़न और अश्लील टिप्पणियां करने के आरोपों को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। एक 24 वर्षीय शादीशुदा महिला ने आरोप लगाया है कि प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे दिलीप तिवारी उसे रोजाना गालियां देते हैं और अश्लील हरकतें करते हैं। इसकी एवज में महिला ने सड़क पर उसे जमकर पीटा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं।
क्या है प्रधान प्रत्याशी पर यौन उत्पीड़न का पूरा मामला?
घटना गुलरिहा थाना क्षेत्र की है। पीड़ित महिला स्थानीय बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि प्रधान प्रत्याशी दिलीप तिवारी अक्सर उसे आते-जाते लिफ्ट देने के बहाने गलत तरीके से बुलाता था और अश्लील टिप्पणियां करता था। 7 सितंबर को जब उसने इसका विरोध किया, तो दिलीप बाइक से भागने लगा, लेकिन महिला ने अपने भतीजे की बाइक से उसका करीब 1 किमी तक पीछा किया और आखिरकार उसे पकड़कर जमकर पीटा।
सड़क पर जमकर चली मारपीट: प्रधान प्रत्याशी पर यौन उत्पीड़न मामले में..
महिला ने बताया कि बरगदही चौराहे के पास उसने चलती बाइक से दिलीप का कॉलर पकड़कर उसे घसीटा और सड़क पर गिरा दिया। इसके बाद उसने उसे जमकर पीटा। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे महिला ने बाइक सवार व्यक्ति का पीछा किया और उसे रोककर मारपीट की। आस-पास के लोगों ने हस्तक्षेप करके पुलिस को बुलाया और मामला शांत कराया।
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई एफआईआर
महिला ने गुलरिहा थाने में दिलीप तिवारी और राजनाथ तिवारी के खिलाफ एससी/एसटी अधिनियम सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। उसने आरोप लगाया कि दिलीप ने उसे जातिसूचक गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी।
वहीं, दिलीप तिवारी ने भी महिला, उसके पति और दो अन्य लोगों के खिलाफ मारपीट और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। उसका कहना है कि महिला और उसके साथियों ने उसे रोका, पीटा और उसका सामाजिक अपमान किया।
प्रधान प्रत्याशी पर यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस ने शुरू की जांच!
गुलरिहा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर मिलने के बाद मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों की जांच कर रही है।
गोरखपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराध का बढ़ता ग्राफ
यह घटना गोरखपुर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की एक और कड़ी है। हाल ही में जिले में कई ऐसे मामले सामने आए हैं:
- गुलरिहा क्षेत्र में ही एक महिला से दुष्कर्म के बाद अश्लील वीडियो वायरल करने का मामला सामने आया था।
- गोला थाना क्षेत्र में एक युवती ने अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी।
- करमनगर इलाके में पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का भी भंडाफोड़ किया था, जहां एक नाबालिग लड़की समेत दो महिलाओं को छुड़ाया गया था।
कानूनी पहलू और आगे की राह
इस मामले में कानूनी लड़ाई लंबी खिंच सकती है। महिला ने एससी/एसटी अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज की है, जो एक गैर-जमानती और संज्ञेय अपराध है।
पुलिस का कहना है कि वह सभी पक्षों से पूछताछ कर रही है और सबूतों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई करेगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना ने महिला सुरक्षा और राजनीतिक दबदबे के मुद्दे को फिर से उजागर किया है।
इस घटना ने स्थानीय समाज में काफी हलचल पैदा की है। एक तरफ जहां महिला के साहस की सराहना की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या आत्मरक्षा के नाम पर हिंसा को बढ़ावा देना उचित है? इस मामले ने ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा और राजनीतिक सत्ता के दुरुपयोग जैसे गंभीर मुद्दों को फिर से चर्चा में ला दिया है।
नोट: यह खबर पुलिस रिपोर्ट और स्थानीय सूत्रों पर आधारित है। मामला अभी जांच के दौरान है और आगे की कार्रवाई जांच के नतीजों पर निर्भर करेगी।