देवरिया, 19 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में युवती के अपहरण और धर्मांतरण से जुड़ा एक संवेदनशील मामला सामने आया है। गौरीबाजार थाना क्षेत्र की एक युवती के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसे बहला-फुसलाकर ले जाया गया और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया गया। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सहित तीन नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। युवती को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है और मुख्य आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, युवती 10 सितंबर को घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। उसके पिता ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि अजरुद्दीन नाम के युवक ने उसे प्रेम के जाल में फंसाकर अपने साथ ले गया। परिवार का आरोप है कि आरोपी ने रेप की नीयत से अपहरण किया और धर्मांतरण की साजिश रची। अगले दिन यानी 11 सितंबर को जब परिजन आरोपी के घर पहुंचे, तो अजरुद्दीन, उसके पिता इब्राहिम और मां ने उन्हें धमका कर भगा दिया। इस घटना के बाद परिवार ने पुलिस में तहरीर दी।
गौरीबाजार थाने की पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अजरुद्दीन, इब्राहिम और उनकी पत्नी के साथ-साथ बेलवा माफी के कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, धर्मांतरण, धमकी, दुष्कर्म की नीयत और एससी/एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की। प्रभारी निरीक्षक रणजीत सिंह भदौरिया ने बताया कि प्रारंभिक जांच में युवती और आरोपी के बीच पहले से प्रेम संबंध होने की बात सामने आई है। हालांकि, परिवार के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए युवती को बरामद कर लिया गया और उसे न्यायालय भेजा गया है, जहां उसके बयान दर्ज किए जाएंगे।
इस मामले की जांच का जिम्मा सीओ रुद्रपुर हरिराम यादव को सौंपा गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवती के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आरोपी से पूछताछ चल रही है और मामले की हर दिशा से जांच हो रही है।
यह घटना ऐसे समय में आई है जब उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और लव जिहाद से जुड़े मामले चर्चा में हैं। स्थानीय लोग इस पर चिंता जता रहे हैं, लेकिन पुलिस ने आश्वासन दिया है कि निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को सजा मिलेगी। परिवार ने युवती की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है, जबकि पुलिस का कहना है कि जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। मामले में और डिटेल्स आने का इंतजार है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आए।