देवरिया का सनसनीखेज मामला: मॉल के ऊपरी कमरों में चल रहा था धर्मांतरण और यौन शोषण का अड्डा!
देवरिया, 07 सितम्बर: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के राघव नगर मोहल्ले स्थित एस.एस. मॉल और ईजी मार्ट में धर्मांतरण और यौन शोषण का मामला सामने आया है। एक युवती ने मालिक उस्मान गनी, उनकी पत्नी तर्मुन्न और साले गौहर अंसारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता के अनुसार, मॉल की ऊपरी मंजिल पर बने दो गुप्त कमरों में हिंदू लड़कियों का यौन शोषण किया जाता था और उन्हें जबरन धर्मांतरण के लिए मजबूर किया जाता था। यह मामला जिले में सनसनी फैला रहा है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला? पीड़िता के खुलासे
पीड़िता ने बताया कि वह 2021 से ईजी मार्ट में काम कर रही थी। उसे सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक 12 घंटे ड्यूटी करनी पड़ती थी और सिर्फ 7,000 रुपये वेतन मिलता था, जबकि श्रम कानून के तहत न्यूनतम वेतन 12,000 रुपये है। उसने आरोप लगाया कि मॉल मालिक और उनके सहयोगी नौकरी के बहाने लड़कियों को फंसाते थे। मॉल की ऊपरी मंजिल पर बने दो गुप्त कमरों में हिंदू लड़कियों का यौन शोषण किया जाता था। आरोपी अश्लील वीडियो बनाकर लड़कियों को ब्लैकमेल करते थे। विरोध करने पर उन्हें पैसे और विदेश में लग्जरी लाइफ का लालच दिया जाता था।
पीड़िता की शिकायत और पुलिस की लापरवाही
पीड़िता ने 16 मार्च 2025 को पहली बार शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन थाने और सीओ कार्यालय ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। शपथपत्र पर बयान लेने के बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। मजबूर होकर युवती ने एसपी से मुलाकात की। अब एडिशनल एसपी दक्षिणी सुनिल कुमार सिंह को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। पीड़िता ने पुलिस को कई ऑडियो और वीडियो क्लिप सबूत के रूप में दिए हैं। साथ ही उसने न्यायालय में 156(3) के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया है।
वायरल ऑडियो और धमकियों का दौर
मामले के सामने आने के बाद मॉल मालिक का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें वह पुलिस और न्यायालय में पैसे खर्च करने और पीड़िता का मकान बिकवाकर वसूली की धमकी देता सुना जा रहा है। ऑडियो में यह भी दावा किया गया है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि एसपी और सीजेएम कार्यालय में उसके लोग मौजूद हैं। ऑडियो वायरल होने के बाद पूरे जिले में आक्रोश फैल गया। पीड़िता ने दो दिन के भीतर न्याय नहीं मिलने पर आत्महत्या की चेतावनी दी है। उसका आरोप है कि आरोपी लगातार उसके घरवालों को धमका रहे हैं।
आरोपियों का बचाव और पुराने रिकॉर्ड
मॉल मालिक उस्मान गनी ने सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि युवती उनकी मॉल में कर्मचारी ही नहीं थी, बल्कि यह सब उनकी छवि खराब करने की साजिश है। हालाँकि, पुलिस सूत्रों के अनुसार, गौहर अंसारी पहले भी एक हिंदू लड़की को भगाने के मामले में जेल जा चुका है। इससे पता चलता है कि आरोपियों का पुराना रिकॉर्ड खराब है और यह कोई पहला मामला नहीं है।
पुलिस की कार्रवाई और वर्तमान स्थिति
शनिवार शाम एसपी विक्रांत वीर ने अधिवक्ताओं की मौजूदगी में पीड़िता से मुलाकात की। पीड़िता ने ऑडियो, वीडियो और एडिट की गई तस्वीरें सौंपी हैं। इनकी तकनीकी जांच कराई जा रही है। एसपी ने भरोसा दिलाया कि मामले की गहराई से जांच होगी और किसी भी आरोपी को बचने नहीं दिया जाएगा। पुलिस ने मॉल मालिक और उनके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है ।