देवरिया जिले के एकौना थाना इलाके में एक बारात ने पुरानी फसाद को नया रंग दे दिया। दरअसल बारात के बहाने शाम के धुंधलके में छरिया चौराहे पर लाठी-डंडों की चोटें गूंजीं, और अब दोनों पक्षों के बीच क्रॉस केस ने गांव को कानूनी जंग में धकेल दिया है।
देवरिया में बारात के बहाने हुई यह घटना 10 नवंबर की शाम पांच बजे करहकोल के छरिया चौराहे पर तब हुई, जब पचलड़ी गांव का वीरेंद्र यादव अपनी बारात से लौट रहा था। उसकी तहरीर के मुताबिक, पुरानी दुश्मनी चढ़ी तो गांव के ही धर्मपाल, अनिल पाल, ऋतुराज पाल और आर्यन ठठेरा ने बट से उसके सिर पर प्रहार कर दिया, जिससे खून बहने लगा। वीरेंद्र ने पुलिस को बताया कि ये लोग बाद में उसके घर धमकाने पहुंचे और जान मारने की धमकी दी, जो सीसीटीवी कैमरे में साफ नजर आ रही है।
इस हमले में वीरेंद्र के साथ अमरजीत गोंड को भी चोटें आईं, जबकि सुनील यादव गवाह के तौर पर मौजूद रहा। पीड़ित की शिकायत पर एकौना थाने ने चारों नामजद लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 115(2) यानी आपराधिक धमकी, 352 यानी चोट पहुंचाने और 351(3) यानी आपराधिक बल प्रयोग के तहत मुकदमा ठोक दिया। इलाके के लोग इसे पुरानी रंजिश की कड़ी बता रहे हैं, जो छोटी सी बात से भड़क उठी।
दूसरी ओर, धर्मपाल की पत्नी सुशील देवी ने भी काउंटर अटैक बोला। उनकी तहरीर में वीरेंद्र यादव, अमरजीत गोंड, सुनील यादव और इंदल साहनी पर वही धाराएं लगाई गईं। सुशील देवी ने बयान दिया कि उनका बेटा ऋतुराज उसी दिन गांव के जुम्मादीन के लड़के की बारात में गोरखपुर जिले के गौर खास उरुवा पहुंचा था। वहां वीरेंद्र से मामूली बहस हो गई, जो शाम तक रंजिश बनकर लौट आई।
सुशील देवी के अनुसार, वीरेंद्र गुट ने छरिया चौराहे पर उनकी गाड़ी रोकी, गालियां बकीं और लाठियों से ऋतुराज पर हमला बोल दिया, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया। यह शिकायत भी उसी शाम दर्ज हुई, और अब दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप की बौछार चल रही है। गांव में तनाव का माहौल है, लेकिन फिलहाल कोई बड़ा हंगामा नहीं हुआ।
एकौना थानाध्यक्ष अजय कुमार पांडेय ने पुष्टि की कि दोनों तहरीलों पर मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। पुलिस टीम घटनास्थल पर साक्ष्य जुटा रही है, सीसीटीवी की जांच कर रही है और गवाहों से पूछताछ में जुटी हुई है।