देवरिया मॉल कांड: शहर के एक मॉल के ऊपरी कमरों में चल रहा था धर्मांतरण और यौन शोषण का अड्डा!
देवरिया, उत्तर प्रदेश 05 सितम्बर: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक मॉल में धर्मांतरण और यौन शोषण का मामला सामने आया है। एस.एस. मॉल और ईजी मार्ट में काम करने वाली एक युवती ने इस पूरे मामले से पर्दा उठाया है। पीड़िता के अनुसार, मॉल के मालिक उस्मान गनी, उनकी पत्नी तर्मुन्न और साले गौहर अंसारी मिलकर हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण करने और उनका यौन शोषण करने का गंदा खेल चला रहे थे। यह देवरिया मॉल कांड न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश में सनसनी फैला रहा है ।
क्या है पूरा मामला? पीड़िता ने खोली पोल
पीड़िता ने बताया कि मॉल की ऊपरी मंजिल पर दो कमरे बने हुए हैं, जहां हिंदू लड़कियों का यौन शोषण किया जाता था। आरोपियों का तरीका बेहद खतरनाक और सुनियोजित था। वे लड़कियों को पहले लालच देते थे, फिर उनका माइंड वाश करने की कोशिश करते थे और अगर कोई लड़की विरोध करती तो उसे ब्लैकमेल किया जाता था । पीड़िता के मुताबिक, आरोपी अश्लील वीडियो बनाकर लड़कियों को ब्लैकमेल करते थे। विरोध करने पर उन्हें पैसे और विदेश में लग्जरी लाइफ का लालच दिया जाता था ।
पीड़िता के साथ क्या हुआ? आरोपों पर एक नजर
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि जब उसने आरोपियों के खिलाफ विरोध करना शुरू किया तो उसके साथ जबरन संबंध बनाए गए और वीडियो बनाया गया। इसके बाद उसे चुप रहने के लिए मजबूर किया गया। परेशान होकर उसने नौकरी छोड़ दी और पुलिस से शिकायत की। लेकिन पुलिस ने पहले मामले को नजरअंदाज कर दिया । बाद में पीड़िता ने सीधे पुलिस अधीक्षक से न्याय की मांग की। इसके बाद एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी को जांच सौंपी गई है। पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर ने कहा कि मॉल के खिलाफ शिकायतें मिली हैं और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी ।
आरोपियों की पृष्ठभूमि और पुराने रिकॉर्ड
इस मामले में और भी सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एस.एस. मॉल के मालिक का रिश्तेदार हिंदू लड़की को भगाने में पहले भी जेल जा चुका है। हाल ही में मॉल मालिक का साला गौहर अंसारी एक हिंदू लड़की को भगा ले गया था। उसे जेल भेजा गया है।गौहर अंसारी पर पहले भी धर्मांतरण के आरोप लग चुके हैं। एक मामले में उसने एक हिंदू युवती से मंदिर में शादी की थी, जिसके बाद उसके खिलाफ मतांतरण का मुकदमा दर्ज किया गया था।
पीड़िता के गंभीर आरोप
पीड़िता ने कहा कि आरोपी बाहर से आने वाले व्यापारियों को भी मॉल में काम करने वाली हिंदू लड़कियों को भेजते थे। उसने यह भी बताया कि मॉल के मालिक और उसके रिश्तेदार ने उसका यौन शोषण किया था। साथ ही उसने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने दुष्कर्म का वीडियो भी बना लिया था। इसके बाद उसे आरोपी ब्लैकमेल करने लगे थे।
पुलिस की कार्रवाई और वर्तमान स्थिति
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने संज्ञान लिया है। सीओ सदर संजय कुमार रेड्डी ने बताया कि एक युवती ने मॉल संचालक और उसके साले पर आरोप लगाते हुए एसपी को पत्रक सौंपा है। मामला उनके संज्ञान में है और इसकी जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर ने कहा कि मॉल के खिलाफ शिकायतें मिली हैं और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
समाज और प्रशासन के सामने सवाल
यह मामला सिर्फ एक अपराधिक घटना नहीं है, बल्कि समाज और प्रशासन के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करता है:
- महिला सुरक्षा: क्या महिलाएं कार्यस्थल पर सुरक्षित हैं? क्या उन्हें ऐसे खतरनाक माहौल में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा?
- धर्मांतरण: क्या धर्मांतरण के नाम पर ऐसे अपराधिक कार्य चलते रहेंगे? क्या प्रशासन इस पर अंकुश लगा पाएगा?
- पुलिस की भूमिका: पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने पहले मामले को नजरअंदाज कर दिया था। क्या पुलिस महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता से लेती है?
- सामाजिक जिम्मेदारी: समाज का क्या दायित्व है? क्या हम ऐसे मामलों पर चुप रहेंगे या फिर आवाज उठाएंगे?
न्याय की उम्मीद
यह मामला उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा और धर्मांतरण के खिलाफ चल रही कार्रवाई की एक और कड़ी है। पीड़िता ने बहादुरी दिखाते हुए इस पूरे मामले से पर्दा उठाया है। अब न्यायपालिका और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे इस मामले की गहन जांच करें और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएं। साथ ही, समाज को भी आगे आकर ऐसे मामलों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए ताकि कोई और पीड़िता इस तरह के अत्याचार का शिकार न हो।
नोट: यह खबर विभिन्न समाचार स्रोतों और पुलिस जानकारी पर आधारित है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, नए तथ्य सामने आ सकते हैं।