अलीगढ़, 20 जून 2025। प्रेम के नाम पर इंसान कितना निर्मम हो सकता है, इसकी भयावह मिसाल अलीगढ़ के गंगीरी थाना क्षेत्र में देखने को मिली है। यहां एक महिला ने अपने ही पति की सुनसान रास्ते पर गोली मारकर हत्या कर दी। हैरानी की बात यह है कि पुलिस पूछताछ में महिला ने खुद ही यह जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसका अपने फुफेरे भाई नीरेश के साथ नाजायज रिश्ता था और दोनों ने मिलकर ही पति ऋषि यादव (30) को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।
गांव नगला हिमाचल का मामला, 17 जून को हुई थी हत्या
यह घटना गंगीरी थाना क्षेत्र के नगला हिमाचल गांव की है। यहां के ट्रक ड्राइवर ऋषि कुमार यादव की शादी करीब चार साल पहले ललिता यादव से हुई थी। दोनों का कोई बच्चा नहीं था। 17 जून की शाम ऋषि घर से निकला और फिर लौटकर नहीं आया। अगले दिन 18 जून को गांव के पास झाड़ियों में उसका शव मिला। जांच में पता चला कि उसकी कनपटी पर गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने मृतक के भाई राहुल कुमार की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
पत्नी ललिता ने लगाया था गलत आरोप, पुलिस को हुआ शक
शव मिलने के बाद पत्नी ललिता ने गांव के ही एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगा दिया था। उसने पुलिस को बताया कि उस व्यक्ति का मोबाइल कुछ दिन पहले चोरी हुआ था और वह ऋषि पर शक करता था। इसी को लेकर उस व्यक्ति ने ऋषि को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
हालांकि, पुलिस को ललिता के बयान और उसके व्यवहार पर शक होने लगा। जब पुलिस ने उससे दोबारा पूछताछ की तो वह अपना बयान बदलने लगी। इससे पुलिस का शक और गहरा गया।
पुलिस की सख्त पूछताछ में टूटी ललिता, कबूला जुर्म
गंगीरी पुलिस ने ललिता से सख्ती से पूछताछ की। दबाव में आकर वह टूट गई और उसने अपने फुफेरे भाई नीरेश के साथ मिलकर पति की हत्या करने की बात कबूल कर ली। उसने पूरे वारदात का ब्यौरा पुलिस को बताया।
कैसे बने थे ललिता और नीरेश के संबंध?
पूछताछ में ललिता ने बताया कि उसका पति ऋषि ट्रक ड्राइवर था और अक्सर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता लंबी यात्राओं पर रहता था। कई-कई दिन तक वह घर नहीं आता था। अकेलेपन और पति की कमी खलने के कारण वह अपनी सगी बुआ के घर जाने लगी। दरअसल, ललिता की बुआ की शादी ऋषि के चाचा से हुई थी।
बुआ के घर पर उसका फुफेरा भाई नीरेश दिनभर उसके साथ रहता था। धीरे-धीरे दोनों करीब आए और उनके बीच प्रेम संबंध बन गए। दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी स्थापित हो गए।
दोनों एक-दूसरे के साथ जीवन बिताना चाहते थे। इसी कारण उन्होंने करीब 3-4 महीने पहले ही ऋषि को मारने की साजिश रच ली थी। नीरेश ने ललिता से कहा था कि इस बार जब ऋषि आएगा, तो वापस नहीं जाएगा।
शादी के मौके पर ही पति को पता चला रहस्य
मौका 17 जून को आया। गांव में ऋषि के चाचा सोदान सिंह के बेटे और नीरेश के बड़े भाई बबलू की शादी थी। इस शादी में शामिल होने ऋषि छुट्टी लेकर गांव आया था। ललिता पहले से ही अपनी बुआ के घर पर मौजूद थी। इसी दौरान ऋषि को अपनी पत्नी के नीरेश के साथ अवैध संबंधों की भनक लग गई।
मारपीट से भड़की ललिता, दिया हत्या का आदेश
घटना वाले दिन ऋषि ने घर पर ललिता को भला-बुरा कहा और उसकी पिटाई भी की। इसके बाद वह गुस्से में घर से निकल गया। तभी नीरेश वहां आ पहुंचा। ललिता ने उसे सारा किस्सा सुनाया और भड़की हुई अवस्था में कहा, “आज मौका है, इसे मार दो। हम लोग कब से इसका इंतजार कर रहे थे।” नीरेश तैयार हो गया।
सुनसान रास्ते पर कनपटी पर मारी गोली
जब ऋषि झगड़ा करके घर से निकला तो नीरेश उसके पीछे चल पड़ा। ललिता भी उसके साथ थी। एक सुनसान जगह पर पहुंचकर ललिता ने नीरेश से कहा, “अब पीछे से ऋषि को गोली मारो।” नीरेश ने ऋषि की कनपटी पर तमंचा रखकर गोली चला दी। ऋषि वहीं ढेर हो गया। इसके बाद दोनों वहां से भाग गए और घर वापस आकर चुपचाप सो गए।
गिरफ्तारी और हथियार बरामद
पुलिस द्वारा ललिता के कबूलनामे के बाद एसपी ग्रामीण मयंक जैन के निर्देशन में गंगीरी पुलिस ने गुरुवार देर रात करीब 1:45 बजे ललिता यादव और उसके प्रेमी नीरेश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नीरेश की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा और जिंदा कारतूस उसके घर से बरामद किए हैं। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है। पुलिस जांच में जुटी है।