Short Term Loans For Farmers: किसानों के लिए शॉर्ट टर्म लोन से कृषि आवश्यकताओं के लिए फंड प्राप्त करना बहुत जरूरी है। समय पर फंड न होना फसल के उत्पादन पर प्रभाव डालता है। जिससे भारतीय किसानों की माली-हालत दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है।
वही दूसरी ओर खाद-बीजों के बढ़ते दाम ने किसानों की कमर तोड़ दी है। ऐसे में समय के साथ बदलते हुए अब किसानों को भी स्मार्ट होने का समय आ गया है। ताकि वह आज के डिजिटल युग मे स्मार्टली तरीके से कम ब्याज दरों पर तुरंत कृषि लोन लेकर अपनी फसल का उत्पादन बढ़ा सकें और अपनी माली हालत में सुधार कर सके।
किसानों के लिए शॉर्ट टर्म लोन: पूरी जानकारी
कृषि कार्यों में किसानों को समय-समय पर वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है। शॉर्ट टर्म लोन किसानों को बीज, खाद, सिंचाई और कृषि उपकरण खरीदने के लिए त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान करता है।
शॉर्ट टर्म कृषि ऋण क्या है?
शॉर्ट टर्म कृषि ऋण किसानों को उनकी तात्कालिक कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दिया जाता है। इस प्रकार के लोन की अवधि आमतौर पर 12-18 महीनों की होती है और इसे आसान शर्तों के साथ प्राप्त किया जा सकता है।
शॉर्ट टर्म कृषि ऋण के फायदे
- बीज, खाद और उपकरण खरीदने के लिए त्वरित वित्तीय सहायता
- लचीले पुनर्भुगतान विकल्प
- अन्य व्यक्तिगत ऋणों की तुलना में कम ब्याज दरें
- कृषि उत्पादन को बनाए रखने में मदद करता है
शॉर्ट टर्म कृषि ऋण कैसे प्राप्त करें?
1. लोन विकल्पों की तुलना करें
अलग-अलग बैंक और एनबीएफसी विभिन्न शर्तों और ब्याज दरों के साथ कृषि ऋण प्रदान करते हैं। सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन करें।
2. बैंक शाखा जाएं या ऑनलाइन आवेदन करें
अब कई बैंक ऑनलाइन आवेदन की सुविधा देते हैं। बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
3. आवश्यक दस्तावेज जमा करें
लोन आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी होते हैं:
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी)
- भूमि स्वामित्व दस्तावेज
- बैंक खाता विवरण
- आय प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
4. लोन मंजूरी और वितरण
बैंक दस्तावेजों की जांच के बाद, लोन राशि को सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
शॉर्ट टर्म कृषि ऋण के प्रकार
1. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) लोन
यह सबसे लोकप्रिय कृषि लोन है, जिससे किसान बीज, खाद और अन्य जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। इसे फसल कटाई के बाद चुकाना होता है।
2. गोल्ड लोन फॉर एग्रीकल्चर
अगर किसान के पास सोना है, तो वह इसे गिरवी रखकर कम ब्याज दर पर कृषि लोन प्राप्त कर सकता है। यह बेहद आसान प्रक्रिया है।
3. वेयरहाउस रसीद लोन
किसान अपनी फसल सरकारी वेयरहाउस में स्टोर कर उसकी रसीद के बदले लोन प्राप्त कर सकते हैं।
4. ट्रैक्टर और कृषि उपकरण लोन
इस लोन का उपयोग ट्रैक्टर, सिंचाई उपकरण और अन्य कृषि यंत्र खरीदने के लिए किया जाता है।
2025 में कृषि ऋण पर ब्याज दरें
नीचे प्रमुख बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले कृषि ऋण की ब्याज दरों की तुलना दी गई है:
बैंक का नाम | ब्याज दर |
---|---|
एसबीआई | 7.5% वार्षिक |
एचडीएफसी बैंक | 8.2% वार्षिक |
आईसीआईसीआई बैंक | 8.5% वार्षिक |
नाबार्ड | 7.0% वार्षिक |
खेती की जमीन पर कितना लोन बैंक देता है?
बहुत से किसान भाइयों के मन मे यह सवाल होता है कि, ‘खेत की जमीन पर कितना लोन मिल सकता है?’ खेती की जमीन की कुल कीमत का 85% तक का लोन मिल सकता है। पहले बैंक अपने स्तर से उस भूमि का आंकलन करता है।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो सर्किल रेट के हिसाब से खेती की जमीन की कुल बाजारू कीमत का 85% तक का लोन बैंक दे सकता है।
हालांकि जब तक किसान कुल लोन की अदायगी नही कर देता हैं तब तक जमीन बैंक के पास बंधक रहती है। किसान जब लोन का पूरा पैसा चुका देता है तो बैंक, किसान की जमीन के सभी कागजात बंधमुक्त करते हुए उसे वापिस कर देता है।
यहां यह भी बता दे कि, किसानों के लिए शॉर्ट टर्म लोन पाना और भी आसान हो जाएगा जब वह अपना Credit Score 700+ यानी 750 के ऊपर रखते है। 750 के ऊपर क्रेडिट स्कोर होने पर बैंक आसानी से किसानों को लोन प्रदान कर देता है, इसके अलावा क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होगा ब्याज दर उतनी कम होती है। इसलिए बेहतर है कि किसान अपना सिबिल खराब न होने दे।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) का लाभ ले रहे किसानों को आसानी से किसान क्रेडिट कार्ड बन रहा है। फॉर्मर रजिस्ट्री पोर्टल पर किसान का नाम दर्ज होने पर भी किसानों के लिए शॉर्ट टर्म लोन पाना और भी आसान हो जाता है।
निष्कर्ष
शॉर्ट टर्म कृषि ऋण किसानों को उनके कृषि कार्यों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करता है। सही बैंक और कम ब्याज दर वाले ऋण का चयन करके किसान अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा सकते हैं और वित्तीय संकट से बच सकते हैं।