Stock Market Crash News: भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों को तगड़ा झटका लगा। Sensex 1000 अंक और Nifty 50 314 अंक लुढ़क गया। यदि निफ्टी आज भी गिरता है, तो 29 साल का रिकॉर्ड टूट जाएगा। जानिए पूरी डिटेल्स।
Stock Market Crash | Sensex-Nifty में बड़ी मंदी
फरवरी के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में तगड़ी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty 50) दोनों ही लाल निशान में खुले और शुरुआती कारोबार में ही भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1000 अंकों तक लुढ़क गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 314 अंकों की गिरावट झेल रहा था।
शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
1️⃣ वैश्विक बाजारों में दबाव – अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव।
2️⃣ बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी – महंगाई के कारण ब्याज दरें बढ़ने की संभावना।
3️⃣ फंड्स की निकासी – विदेशी निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजार से पैसा निकाला।
4️⃣ कमजोर आर्थिक संकेतक – औद्योगिक उत्पादन और GDP ग्रोथ में सुस्ती।
📉 कौन-कौन से सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए?
आज के शुरुआती कारोबार में लगभग सभी सेक्टर नुकसान में हैं।
📌 निफ्टी मेटल – 🔻 1.86%
📌 निफ्टी ऑटो – 🔻 2.45%
📌 निफ्टी बैंक – 🔻 0.93%
📌 निफ्टी फार्मा – 🔻 1.71%
📌 निफ्टी आईटी – 🔻 2.96%
🚨 सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयर
- IndusInd Bank – 🔻 5%
- Tata Motors – 🔻 4%
- Infosys – 🔻 3.5%
- HDFC Bank – 🔻 2.8%
📅 Sensex-Nifty ने 27 सितंबर 2024 के बाद खोई चमक
👉 27 सितंबर 2024 को सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड हाई पर थे।
👉 तब से अब तक बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
👉 फरवरी 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए सबसे खराब महीनों में से एक साबित हुआ है।
शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों के 6 लाख करोड़ डूबे
फरवरी के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में तगड़ी गिरावट देखी गई। Sensex और Nifty 50 दोनों ही लाल निशान में खुले और शुरुआती कारोबार में ही भारी नुकसान झेलना पड़ा। BSE सेंसेक्स 1000 अंक तक गिर गया, जबकि NSE निफ्टी 50 314 अंकों तक लुढ़क गया। इस गिरावट से निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
29 साल का रिकॉर्ड टूटने की कगार पर!
अगर आज निफ्टी लाल निशान पर बंद होता है, तो 1996 के बाद पहली बार ऐसा होगा जब बाजार लगातार 5 महीने गिरावट में रहेगा।
- निफ्टी फरवरी में 4% से अधिक गिर चुका है, और इसकी संभावना बेहद कम है कि यह शेष कारोबारी घंटों में पूरे महीने की गिरावट को रिकवर कर पाए।
- इससे पहले, 1996 में जुलाई से नवंबर तक लगातार 5 महीनों तक निफ्टी गिरावट में बंद हुआ था।
- भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट सितंबर 1994 से अप्रैल 1995 के बीच देखी गई थी, जब 8 महीनों में इंडेक्स 31.4% गिर गया था।
Stock Market Crash की वजहें
शेयर बाजार में भारी गिरावट के पीछे कई अहम कारण हैं:
- कमजोर तिमाही नतीजे – कई कंपनियों के वित्तीय नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FII Sell-Off) – विदेशी निवेशक लगातार भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं और चीन जैसे बाजारों में निवेश कर रहे हैं।
- ग्लोबल मार्केट का दबाव – अमेरिकी बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।
- डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों का असर – व्यापारिक अनिश्चितता के कारण वैश्विक बाजारों में भी अस्थिरता है।
सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर
- IndusInd Bank: 5% से अधिक गिरावट
- TCS, Infosys, HDFC Bank, Tata Steel: भारी बिकवाली का दबाव
- Adani Group के शेयर: लगातार दबाव में
विदेशी निवेशकों की बिकवाली क्यों बढ़ी?
शेयर बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली है। पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि FII जनवरी के अंत तक भारतीय बाजार में वापसी करेंगे, लेकिन वे अब भी भारत से पैसा निकालकर चीन में निवेश कर रहे हैं। इससे बाजार में और अधिक दबाव बन रहा है।
क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि Sensex और Nifty 50 में आई यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। लंबी अवधि के निवेशकों को घबराने के बजाय इस मौके का फायदा उठाना चाहिए और मजबूत कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए।
क्या करे…
- भारतीय शेयर बाजार फरवरी के आखिरी दिन बड़ी गिरावट झेल रहा है।
- यदि निफ्टी आज भी गिरावट में रहता है, तो 29 साल का रिकॉर्ड टूट जाएगा।
- निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे घबराने के बजाय सोच-समझकर निवेश करें और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों पर ध्यान दें।
डिस्क्लेमर: हम किसी भी शेयर में खरीदारी या बिकवाली की सलाह नही देते, उपरोक्त खबर केवल Education और Information के उद्देश्य के लिए है।