लंबे समय बाद आज निफ़्टी की तूफानी तेजी ने 5 ट्रेडिंग सेशन में 1625 पॉइंट की छलांग लगा दी। जानिए 21743 से 23368 तक की इस रिकॉर्ड-तोड़ तेजी के पीछे के कारण और मार्केट ट्रेंड की रिपोर्ट्स डिटेल्स में।
निफ़्टी में ऐतिहासिक उछाल: 21743 से 23368 तक का सफर
7 अप्रैल 2025 को निफ़्टी ने 21743.65 के निचले स्तर को छुआ, जब शेयर बाजार में इस साल की सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट देखने को मिली। भारी बिकवाली के बावजूद, निचले स्तरों पर जबरदस्त खरीदारी हुई, जिसके चलते निफ़्टी 22161.60 पर बंद हुई। यह दिन निवेशकों के लिए रोलर-कोस्टर जैसा रहा। लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में एक नया अध्याय बन गया।
अगले ट्रेडिंग सेशन, यानी 8 अप्रैल को, निफ़्टी ने 2246.75 के स्तर पर गैप-अप ओपनिंग दी और दिन के अंत में 22,535.85 पर बंद हुई। 9 अप्रैल को बाजार साइडवेज रहा, लेकिन 11 अप्रैल को निफ़्टी की तूफानी तेजी ने सभी को चौंका दिया। इस दिन निफ़्टी 22,828.55 पर बंद हुई। तीन दिन की छुट्टी के बाद, 15 अप्रैल को निफ़्टी ने फिर से गैप-अप ओपनिंग के साथ 23,368.35 का हाई बनाया और 23,328.55 पर बंद हुई।
इस तरह, मात्र 5 ट्रेडिंग सेशन में निफ़्टी की तूफानी तेजी ने 1625 पॉइंट की उछाल दर्ज की। आइए, इस रिकॉर्ड-तोड़ तेजी के पीछे के कारणों को विस्तार से समझते हैं।
भारत के प्रमुख इंडेक्स का प्रदर्शन
निफ़्टी की तूफानी तेजी के साथ-साथ अन्य प्रमुख इंडेक्स ने भी शानदार प्रदर्शन किया। आइए नजर डालते हैं:
- बीएसई सेंसेक्स: 1,577.63 पॉइंट की बढ़त के साथ 76,734.89 पर बंद।
- निफ्टी 50: 500 अंक उछलकर 23,328.55 पर बंद।
- निफ्टी बैंक: 1,377.15 पॉइंट की बढ़त के साथ 52,379.50 पर बंद।
- निफ्टी मिडकैप 100: 1,472.95 पॉइंट की तेजी के साथ 51,974.45 पर बंद।
निफ़्टी की तूफानी तेजी के पीछे के कारण

1. मजबूत आर्थिक आंकड़े: हाल ही में जारी जीडीपी आंकड़ों और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। भारत की अर्थव्यवस्था 7.8% की दर से बढ़ रही है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे तेज है।
2. विदेशी निवेशकों की वापसी: एफआईआई (FII) ने अप्रैल में भारतीय बाजार में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। यह निफ़्टी की तूफानी तेजी का एक बड़ा कारण रहा।
3. बैंकिंग सेक्टर की मजबूती: निफ्टी बैंक इंडेक्स में 1,377.15 पॉइंट की बढ़त ने बाजार को मजबूती दी। प्रमुख बैंकों जैसे HDFC, ICICI और SBI के शेयरों में भारी खरीदारी देखी गई।
4. ग्लोबल मार्केट से सकारात्मक संकेत: अमेरिका और यूरोप के बाजारों में स्थिरता और कमजोर डॉलर ने उभरते बाजारों, खासकर भारत में निवेश को बढ़ावा दिया।
5. कॉरपोरेट आय में सुधार: कई कंपनियों ने मार्च तिमाही के लिए उम्मीद से बेहतर नतीजे घोषित किए, जिसने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया।
क्या निफ़्टी की तूफानी तेजी जारी रहेगी?
निफ़्टी की तूफानी तेजी ने निवेशकों को उत्साहित किया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अब सतर्कता बरतने का समय है। 23,500 के स्तर पर निफ़्टी को मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी ओर, 22,800 का स्तर अब सपोर्ट जोन बन गया है।
विश्लेषकों का कहना है कि अगर ग्लोबल मार्केट स्थिर रहते हैं और भारत में आर्थिक आंकड़े मजबूत बने रहते हैं, तो निफ़्टी 24,000 के स्तर को छू सकती है। हालांकि, भू-राजनीतिक तनाव या अप्रत्याशित वैश्विक घटनाएं बाजार को प्रभावित कर सकती हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
निफ़्टी की तूफानी तेजी में निवेशकों को चाहिए कि वे अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें। बैंकिंग, आईटी, और फार्मा सेक्टर में अच्छे अवसर दिख रहे हैं। साथ ही, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर भी नजर रखें, क्योंकि इनमें भी अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।
किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें और बाजार के रुझानों पर नजर रखें।
बाज़ार की इस लहर का निवेशकों ने उठाया भरपूर फायदा
निफ़्टी की तूफानी तेजी ने भारतीय शेयर बाजार को एक नई ऊर्जा और उत्साह से भर दिया है। मात्र 5 ट्रेडिंग सेशन में 1625 पॉइंट की उछाल न केवल निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आई, बल्कि यह भारत की आर्थिक मजबूती और वैश्विक निवेशकों के भरोसे का भी प्रतीक है। मजबूत आर्थिक आंकड़े, विदेशी निवेश की बाढ़, और बैंकिंग सेक्टर की रिकॉर्ड-तोड़ तेजी ने इस उछाल को संभव बनाया।
हालांकि, इस तेजी के बीच सतर्कता बेहद जरूरी है। बाजार की अस्थिरता और वैश्विक अनिश्चितताएं किसी भी समय गति को प्रभावित कर सकती हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे दीर्घकालिक रणनीति अपनाएं, जोखिम का आकलन करें, और अपने निवेश को विविधता प्रदान करें। निफ़्टी की यह तेजी न केवल एक आर्थिक घटना है, बल्कि यह भारतीय बाजार की गहराई और संभावनाओं का भी प्रमाण है।
आने वाले समय में, अगर भारत की आर्थिक नीतियां मजबूत बनी रहती हैं और ग्लोबल मार्केट से सकारात्मक संकेत मिलते हैं, तो निफ़्टी का यह रिकॉर्ड-तोड़ सफर और भी नई ऊंचाइयों को छू सकता है। निवेशकों के लिए यह समय है अवसरों को पहचानने का, सही रणनीति बनाने का, और बाजार की इस लहर का अधिकतम लाभ उठाने का।
क्या आप इस तेजी का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!
डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश के पूर्व अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर ले। यह आर्टीकल केवल एजुकेशन और इन्फॉर्मेशन के उद्देश्य के लिए है। हम किसी भी शेयर में खरीदारी या बिकवाली की सलाह नही देते साथ ही हम सेबी रजिस्ट्रर्ड भी नही।