18 मई, 2025 को समाप्त हुए सप्ताह में विश्व भर में कई महत्वपूर्ण घटनाओं ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया। भारत-पाक युद्धविराम की नाजुक स्थिति से लेकर गाजा में बढ़ते मानवीय संकट तक, ये घटनाएँ कूटनीति, सुरक्षा, और मानवीय मुद्दों के इर्द-गिर्द रहीं। यहाँ इस सप्ताह की टॉप 5 वैश्विक खबरें हैं, जो विश्व भर में चर्चा का विषय रहीं।
1. भारत-पाक युद्धविराम
भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को शुरू हुआ युद्धविराम 18 मई तक बढ़ाया गया, लेकिन इसकी नाजुक स्थिति ने वैश्विक चिंता को बढ़ाया। यह युद्धविराम पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के जवाब में लागू हुआ, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
भारतीय सेना ने ब्रह्मोस मिसाइलों का उपयोग करते हुए अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया। पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में कहा कि दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) 18 मई को फिर से बातचीत करेंगे।
हालांकि, भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि यह समझौता द्विपक्षीय है। युद्धविराम के बावजूद, भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने और पाकिस्तान के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों ने दोनों देशों के बीच तनाव को बनाए रखा।
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2. गाजा में बढ़ता मानवीय संकट
गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाइयों ने इस सप्ताह एक गंभीर मानवीय संकट को जन्म दिया। पिछले 72 घंटों में सैकड़ों लोग मारे गए, जिसके बाद गाजा में युद्धविराम वार्ता फिर से शुरू हुई। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने गाजा में भोजन, पानी, और चिकित्सा सुविधाओं की कमी पर चिंता जताई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में “फ्रीडम जोन” और मानवीय सहायता की बात कही, लेकिन स्थानीय जटिलताओं के कारण राहत कार्यों में बाधाएँ बनी रहीं। यह संकट वैश्विक खबरों में प्रमुखता से छाया रहा, क्योंकि यह मध्य पूर्व में स्थायी शांति की चुनौतियों को उजागर करता है।
3. वैश्विक कूटनीति और भारत-पाक युद्धविराम
भारत-पाक युद्धविराम को बनाए रखने के लिए वैश्विक शक्तियों ने सक्रिय भूमिका निभाई। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा कि ब्रिटेन और अमेरिका दोनों देशों के बीच विश्वास-निर्माण उपायों और संवाद को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं।
पाकिस्तान ने युद्धविराम में अमेरिका, ब्रिटेन, और अन्य देशों की भूमिका की सराहना की, जबकि भारत ने किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर सहित सभी मुद्दों पर बातचीत की पेशकश की, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया कि बातचीत केवल आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुद्दों पर होगी।
4. साइबर युद्ध और डिजिटल चुनौतियाँ
भारत-पाक तनाव के बीच साइबर युद्ध भी वैश्विक खबरों में रहा। पाकिस्तान ने भारत की सरकारी वेबसाइटों और सैन्य उपग्रहों पर साइबर हमलों का दावा किया, जिसे भारत ने खारिज किया। जवाब में, भारत ने पाकिस्तानी सोशल मीडिया खातों और बांग्लादेशी टीवी चैनलों के यूट्यूब खातों पर प्रतिबंध लगाया, जिससे बांग्लादेश ने विरोध दर्ज किया। यह डिजिटल युद्ध साइबर सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में नई चुनौतियों को रेखांकित करता है, जो वैश्विक खबरों का हिस्सा बना।
5. वैश्विक आर्थिक प्रभाव और रक्षा क्षेत्र में उछाल
भारत-पाक युद्धविराम के बाद भारत के रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में उछाल देखा गया, जो स्वदेशी सैन्य क्षमताओं में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। दूसरी ओर, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर युद्धविराम और भारत द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों का गहरा प्रभाव पड़ा। भारत के रक्षा बजट में 9.2% की वृद्धि, जो 2025-26 में 6.81 लाख करोड़ रुपये तक पहुँची, ने वैश्विक रक्षा बाजार में भारत की स्थिति को मजबूत किया। इस बीच, गाजा संकट ने वैश्विक ऊर्जा और मानवीय सहायता बाजारों पर भी असर डाला, जिसने वैश्विक खबरों में जगह बनाई।
इस सप्ताह भारत-पाक युद्धविराम की नाजुक स्थिति और गाजा में बढ़ता मानवीय संकट वैश्विक खबरों के केंद्र में रहे। वैश्विक कूटनीति, साइबर युद्ध, और आर्थिक बदलावों ने भी विश्व का ध्यान आकर्षित किया। जैसे-जैसे ये घटनाएँ विकसित हो रही हैं, वैश्विक समुदाय शांति और स्थिरता की दिशा में कदम उठाने की उम्मीद कर रहा है। अगले सप्ताह की सुर्खियों के लिए बने रहें!