काठमांडू: नेपाल में तख्तापलट के तीन दिन बाद अंततः नई अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को देश की अंतरिम प्रधानमंत्री चुना गया है। राष्ट्रपति भवन में आज रात 9 बजे उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा। यह फैसला सेना प्रमुख, राष्ट्रपति और Gen-Z नेताओं के बीच हुई कई बैठकों के बाद लिया गया है। सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री होंगी ।
नेपाल संकट: 10 बड़े अपडेट
- सुशीला कार्की बनीं अंतरिम PM: नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री चुना गया। उन्हें काठमांडू के मेयर बालेन शाह का समर्थन भी मिला है ।
- शपथ ग्रहण आज रात: राष्ट्रपति भवन में आज रात 9 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। कुलमान घीसिंग, ओम प्रकाश अर्याल और बालानंद शर्मा भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
- संसद भंग: राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने संसद भंग दी है। Gen-Z नेता संसद भंग करने की मांग पर अड़े थे ।
- भारतीय पत्रकारों के साथ मारपीट: नेपाल में भारतीय पत्रकारों के साथ पहचान पूछकर मारपीट की गई। कुछ लोगों ने गलत रिपोर्टिंग का आरोप लगाया है।
- हिंसा में 51 की मौत: Gen-Z आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में 51 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से ज्यादा लोग जख्मी हैं ।
- सेना और Gen-Z की बैठक: आज सेना और Gen-Z के बीच बैठक का दूसरा दौर हुआ, जिसमें अंतरिम सरकार और संसद भंग करने पर चर्चा हुई ।
- हालात सामान्य होने लगे: काठमांडू में हालात सामान्य होने लगे हैं। सेना गश्त कर रही है, दुकानें खुलीं और मलबा साफ किया जा रहा है।
- भारतीय नागरिकों का निकास: भारत ने विशेष उड़ानों से नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। आंध्र प्रदेश के 140 लोग सुरक्षित लौटे हैं।
- एसएसबी ने पकड़े 67 कैदी: एसएसबी ने नेपाल की जेल से भागे 67 कैदियों को भारत में घुसने से पकड़ा ।
- Gen-Z कैबिनेट में शामिल नहीं: Gen-Z प्रदर्शनकारी नेपाल कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे, बल्कि अंतरिम सरकार के कामकाज पर नजर रखेंगे।
सुशीला कार्की कौन हैं?
सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रह चुकी हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था। वह अपनी ईमानदारी, निष्ठा और भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े होने के लिए जानी जाती हैं । 2017 में उन पर संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया।
राजनीतिक संकट का समाधान
नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा था । इसके बाद देश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने विभिन्न राजनीतिक नेताओं और संवैधानिक विशेषज्ञों के साथ परामर्श किया । सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने भी इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई ।
Gen-Z आंदोलन और हिंसा
नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान भारी हिंसा हुई। प्रदर्शनकारियों ने संसद, राष्ट्रपति भवन और पीएम ओली के निजी आवासों को आग लगा दी थी । इस हिंसा में 51 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से ज्यादा लोग जख्मी हैं । भारतीय पत्रकारों के साथ भी मारपीट और बदसलूकी की कई घटनाएं सामने आई हैं।
भारतीय नागरिकों के लिए संकट
नेपाल में हिंसा के कारण कई भारतीय नागरिक फंस गए हैं। भारत सरकार ने विशेष उड़ानों से नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। आंध्र प्रदेश के 140 लोग सुरक्षित लौट चुके हैं। कई भारतीय सोनौली और पानीटंकी जैसे बॉर्डर से भी वापस आ रहे हैं। दिल्ली-काठमांडू बस नेपाल में फंसी है, वहीं अयोध्या के 8 यात्री हिलसा में अटके हैं। भारतीय वॉलीबॉल टीम को भारतीय दूतावास ने बचाया है ।
राजनीतिक विरोध
नेपाल में संसद भंग करने के फैसले का राजनीतिक दलों ने विरोध शुरू कर दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल के महासचिव शंकर पोखरेल ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पोखरेल ने देशवासियों से सतर्क रहने की अपील की है और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से इस फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की है।
आगे की राह
सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार का मुख्य काम अगले 6 महीनों के भीतर आम चुनाव कराना होगा । Gen-Z प्रदर्शनकारी कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे, बल्कि सरकार के कामकाज पर नजर रखेंगे। नेपाल धीरे-धीरे शांति की ओर लौट रहा है और कर्फ्यू में ढील दी जा रही है ।
नोट: यह खबर विभिन्न समाचार स्रोतों और आधिकारिक बयानों पर आधारित है। स्थिति तेजी से बदल रही है और नए अपडेट मिलते रहने की संभावना है।