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Mumbai Shocking Case: 40 साल की टीचर ने 16 साल के छात्र का किया रेप, शराब और दवाएं देकर 5-सितारा होटलों में शोषण!

औद्योगिक नगरी मुंबई से एक शॉकिंग न्यूज़ आ रही है यहां एक 40 साल की टीचर ने 16 साल के छात्र के रेप किया। आरोप है कि महिला टीचर ने नाबालिग को जबरजस्ती शराब व ड्रग्स भी दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मुंबई (महाराष्ट्र), 02 जुलाई 2025: मुंबई के एक प्रतिष्ठित स्कूल से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहा 40 साल की टीचर ने अपने 16 साल के नाबालिग छात्र का बार-बार यौन शोषण किया। यह टीचर, जो स्कूल में अंग्रेजी पढ़ाती थी, छात्र को दक्षिण मुंबई के 5-सितारा होटलों में ले जाकर उसका रेप करती थी। मुंबई पुलिस ने आरोपी को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम, भारतीय न्याय संहिता और किशोर न्याय अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। यह घटना न केवल गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को कलंकित करती है, बल्कि देशभर में स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।

40 साल की टीचर ने 16 साल के छात्र को जबरिया पिलाया शराब व दी दवाएं।

FIR के अनुसार, आरोपी टीचर नाबालिग को शराब पिलाकर उसका शारीरिक शोषण करती थी। जब छात्र ने इस अमानवीय व्यवहार का विरोध किया, तो उसे एंटी-एंग्जाइटी दवाएं दी गईं, जिससे वह गंभीर मानसिक तनाव और अवसाद में चला गया। पुलिस ने बताया कि टीचर की जुनूनी हरकतें इतनी बढ़ गई थीं कि स्कूल छोड़ने के बाद भी उसने अपने घरेलू नौकरों के जरिए छात्र से संपर्क करने की कोशिश की।

कैसे शुरू हुआ यह घिनौना खेल?

दिसंबर 2023 में स्कूल के वार्षिक समारोह के दौरान डांस ग्रुप की तैयारियों में टीचर और छात्र की नजदीकियां बढ़ीं। जनवरी 2024 में टीचर ने पहली बार छात्र के साथ अनुचित व्यवहार शुरू किया। हैरानी की बात यह है कि टीचर की एक सहेली ने नाबालिग को यह कहकर उकसाया कि “बड़ी उम्र की महिलाओं और किशोरों के बीच ऐसे रिश्ते अब सामान्य हैं।” इस सहेली के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

शुरू में परिजनों ने साधी चुप्पी।

छात्र के व्यवहार में बदलाव देखकर परिवार को शक हुआ, लेकिन शुरू में उन्होंने चुप्पी साधी, यह सोचकर कि 10वीं की परीक्षा के बाद स्कूल छोड़ने पर मामला खत्म हो जाएगा। लेकिन टीचर की हरकतें नहीं रुकीं। स्कूल छोड़ने के बाद भी उसने छात्र को मैसेज भेजे। आखिरकार, परिवार ने हिम्मत जुटाकर दादर पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने टीचर की सिडान कार जब्त की, जिसमें वह छात्र को सुनसान जगहों पर ले जाती थी।

देशभर में ऐसी घटनाओं का सिलसिला

यह कोई पहला मामला नहीं है। हाल के वर्षों में देशभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जो स्कूलों और शैक्षिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं।

गुजरात: 23 वर्षीय ट्यूशन टीचर की शर्मनाक हरकत

गुजरात के सूरत में 23 साल की एक ट्यूशन टीचर अपने 13 साल के छात्र को लेकर फरार हो गई थी। पुलिस ने चार दिन बाद 30 अप्रैल 2025 को दोनों को राजस्थान सीमा के पास एक बस से पकड़ा।

पूछताछ में टीचर ने दावा किया कि वह 5 महीने की गर्भवती है और बच्चे का पिता उसी नाबालिग छात्र है। उसने बताया कि वह पिछले तीन साल से छात्र को ट्यूशन पढ़ा रही थी, और इस दौरान उनके बीच शारीरिक संबंध बने।

सूरत की एक विशेष POCSO कोर्ट ने टीचर को गर्भपात की अनुमति दी, लेकिन भ्रूण को डीएनए टेस्ट के लिए सुरक्षित रखने का आदेश दिया। यह मामला बच्चों के साथ शिक्षकों के अनैतिक व्यवहार की गंभीरता को उजागर करता है।

हरियाणा: 12वीं के छात्र का यौन शोषण।

हरियाणा के रेवाड़ी में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां 35 वर्षीय शादीशुदा महिला टीचर ने गुरुग्राम के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं के नाबालिग छात्र का यौन शोषण किया।

टीचर छात्र को क्लासवर्क के बहाने अपने घर और होटलों में बुलाती थी। जून 2024 से सितंबर 2024 तक उसने कई बार छात्र का शोषण किया। सबूत के तौर पर छात्र ने अपने पिता को वीडियो सौंपे, जिनमें टीचर आपत्तिजनक स्थिति में दिख रही थी।

पुलिस ने 13 मार्च 2025 को POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज किया। आरोपी टीचर ने अग्रिम जमानत की कोशिश की, लेकिन पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने 20 जून 2025 को उसकी याचिका खारिज कर दी।

चंडीगढ़: 33 वर्षीय टीचर की घिनौनी करतूत।

2018 में चंडीगढ़ में 33 साल की एक ट्यूशन टीचर को 15 साल के छात्र के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया। टीचर ने मार्च 2018 से छात्र का शोषण शुरू किया और उसे अपने कमरे में बंद कर दिया। पड़ोसियों की मदद से छात्र को छुड़ाया गया। कोर्ट ने टीचर को 10 साल की सजा सुनाई।

गांधीनगर: 14 साल के छात्र के साथ टीचर फरार

2025 में गुजरात के गांधीनगर में 26 वर्षीय महिला टीचर अपने 14 साल के 8वीं कक्षा के छात्र के साथ फरार हो गई। पुलिस जांच में पता चला कि दोनों के बीच अनैतिक संबंध थे। टीचर और छात्र बिना मोबाइल फोन के भागे, जिससे पुलिस को उनकी तलाश में मुश्किल हुई।

सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलू।

मनोचिकित्सकों के अनुसार, ऐसी घटनाएं पीडोफीलिया या बचपन के ट्रॉमा से जुड़ी हो सकती हैं। कुछ मामलों में शिक्षकों का बच्चों के प्रति अनुचित आकर्षण मानसिक बीमारी का परिणाम हो सकता है। समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है।

स्कूलों में सुरक्षा पर सवाल!

ये मामले स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूलों में शिक्षकों की पृष्ठभूमि की जांच, बच्चों को यौन शिक्षा, और शिकायत तंत्र को मजबूत करने की जरूरत है। अभिभावकों को भी बच्चों के व्यवहार पर नजर रखनी चाहिए।

अब तक की पुलिस कार्यवाही!

मुंबई पुलिस ने टीचर को 9 जुलाई 2025 तक हिरासत में रखा है और अन्य संभावित पीड़ितों की जांच कर रही है। गुजरात और हरियाणा के मामलों में भी पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। डीएनए टेस्ट और सीसीटीवी फुटेज जैसे सबूतों की जांच जारी है।

आप इस बारे में क्या सोचते हैं? बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए? कमेंट में अपनी राय साझा करें।

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