मुंबई की चकाचौंध भरी दुनिया में एकाएक फैला सन्नाटा – जहां सपनों के पीछे भागते बच्चे अचानक मौत के मुंह में धकेल दिए गए। गुरुवार दोपहर पौने दो बजे पवई के आर स्टूडियो में यूट्यूबर रोहित आर्या का खौफनाक प्लान फूट पड़ा, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया।
मुंबई पवई स्टूडियो बंधक कांड: कैसे शुरू हुई यह डरावनी घटना
मुंबई पवई स्टूडियो बंधक कांड की शुरुआत एक आम ऑडिशन से हुई। रोहित आर्या, जो खुद को यूट्यूबर बताते हैं, ने 100 से ज्यादा बच्चों को एक्टिंग क्लासेस के बहाने बुलाया था। स्टूडियो की पहली मंजिल पर चल रही इन कक्षाओं के दौरान ही उन्होंने अचानक 17 बच्चों, एक बुजुर्ग और एक अन्य व्यक्ति को बंधक बना लिया। आंखों देखी हालात बताते हैं कि बच्चे खिड़कियों से झांकते नजर आए, जबकि बाहर माता-पिता की चीखें गूंज रही थीं। यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि स्टूडियो के आसपास का इलाका पुलिस की घेराबंदी में बदल गया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, आरए स्टूडियो पवई का एक व्यस्त स्पॉट है, जहां युवा कलाकार सपनों को पंख लगाने आते हैं। लेकिन इस बार यह जगह डर का पर्याय बन गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, आरोपी ने एयर गन और कुछ केमिकल्स का इस्तेमाल करने की धमकी दी, जो बाद में घटनास्थल पर बरामद हुए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह साफ हो गया कि यह कोई सुनियोजित कदम था, हालांकि मकसद अभी भी पहेली बना हुआ है।
आरोपी रोहित आर्या की पहचान और उनका वीडियो मैसेज
रोहित आर्या, मुंबई के इस यूट्यूबर को सोशल मीडिया पर एक्टिंग और कंटेंट क्रिएशन से जुड़े वीडियोज के लिए जाना जाता था। लेकिन बंधक कांड के दौरान उन्होंने एक वीडियो पोस्ट कर सबको चौंका दिया। इसमें उन्होंने कहा, “मुझे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए। मैं कोई आतंकवादी नहीं, न पैसे की मांग कर रहा हूं। यह एक प्लान है, जो मैंने आत्महत्या के बजाय चुना। अगर उकसाया गया तो स्टूडियो को आग लगा दूंगा, या बच्चों को नुकसान पहुंचा दूंगा।” यह मैसेज न सिर्फ डरावना था, बल्कि आरोपी की उलझी मानसिक स्थिति को भी उजागर करता है।
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रोहित मनोवैज्ञानिक रूप से अस्थिर लग रहे थे। उनके बैकग्राउंड की पड़ताल से पता चला कि वे लंबे समय से ऑनलाइन कंटेंट बनाते थे, लेकिन हाल के दिनों में उनकी पोस्टिंग्स में असामान्य बदलाव नजर आया। परिवार और दोस्तों से पूछताछ में भी कोई ठोस वजह सामने नहीं आई, जो इस बंधक नाटक के पीछे का राज खोले।
स्पेशल कमांडो का ऑपरेशन: एक घंटे में खत्म हुई बंधक संकट
जैसे ही खबर फैली, मुंबई पुलिस ने तुरंत एक्शन मोड में आ गई। स्पेशल कमांडो टीम को बुलाया गया, जो स्टूडियो को घेरने में जुट गई। लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद, कमांडोज ने सटीक गोलीबारी कर आरोपी को ढेर कर दिया। इस दौरान सभी 19 बंधक – 17 बच्चे, एक सीनियर सिटिजन और एक अन्य व्यक्ति – बिना किसी नुकसान के सुरक्षित बाहर निकाले गए।
ऑपरेशन के दौरान माता-पिता की बेचैनी साफ दिख रही थी। एक मां ने बताया, “बच्चा ऑडिशन के लिए गया था, अचानक फोन आया कि बंधक है। हम स्टूडियो के बाहर घंटों खड़े रहे।” पुलिस ने इलाके को सील कर दिया था, और मीडिया को भी दूर रखा। बाद में बरामद एयर गन और केमिकल्स से साफ है कि आरोपी का इरादा गंभीर था, लेकिन कमांडो की ट्रेनिंग ने सबको बचा लिया।
जांच के नए मोड़: क्या छिपा है इस कांड के पीछे
मुंबई पवई स्टूडियो बंधक कांड की जांच अब गहरा रही है। फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर काम कर रही है, जबकि आरोपी के डिजिटल फुटप्रिंट्स की छानबीन हो रही। पुलिस का मानना है कि यह अकेले की करतूत लगती है, लेकिन सोशल मीडिया कनेक्शन्स की पड़ताल जारी है। स्टूडियो मालिक से भी पूछताछ की जा रही, जो बताते हैं कि रोहित ने क्लासेस के लिए जगह ली थी।
यह घटना न सिर्फ मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बच्चों की सेफ्टी को भी हाईलाइट करती। फिलहाल, सभी बंधक मेडिकल चेकअप के बाद घर लौट चुके हैं।