lalu yadav ki tej pratap ke karibiyon ko chetavani
पब्लिशर: Smart Khabari News Desk | लेखक: अवधेश यादव | प्रकाशन तिथि: 25 मई 2025
पटना, बिहार (25 मई, 2025): बिहार की राजनीति में उस समय एक अभूतपूर्व भूचाल आ गया जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक कठोर और स्तब्ध कर देने वाला फैसला लेते हुए अपने बड़े बेटे और पार्टी के विधायक तेज प्रताप यादव को न केवल पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया, बल्कि उन्हें परिवार से भी बेदखल करने की घोषणा कर दी। लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला – इस खबर की पुष्टि स्वयं लालू प्रसाद यादव ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक विस्तृत पोस्ट के माध्यम से की, जिसने बिहार के राजनीतिक गलियारों में तूफान ला दिया है।
वायरल तस्वीरें और वीडियो बने निष्कासन का तात्कालिक कारण?
इस पूरे प्रकरण की जड़ में तेज प्रताप यादव की एक महिला, जिसका नाम अनुष्का यादव बताया जा रहा है, के साथ कुछ तस्वीरें और वीडियो का सोशल मीडिया पर वायरल होना है। इन तस्वीरों और वीडियो में तेज प्रताप उस महिला के साथ अंतरंग क्षणों में दिख रहे हैं, और कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे तेज प्रताप की दूसरी शादी का प्रमाण बता रहे हैं। यह घटनाक्रम तब और तूल पकड़ गया जब शनिवार शाम तेज प्रताप के कथित फेसबुक अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की गई जिसमें लिखा था, ‘मैं 12 साल से अनुष्का यादव के साथ रिलेशनशिप में हूं।’
हालांकि, कुछ ही देर बाद इस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। इसके लगभग 5 घंटे पश्चात, तेज प्रताप ने अपने ‘X‘ (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से पोस्ट कर दावा किया कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया था और वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है तथा तस्वीरें एडिट की गई हैं। लेकिन उनके इस दावे के बावजूद, कुछ और तस्वीरें और दो वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए, जिनमें उनकी कथित शादी से लेकर करवा चौथ मनाने तक के दावे किए जा रहे हैं।
लालू प्रसाद यादव का मार्मिक और कठोर फेसबुक पोस्ट
अपने फेसबुक पोस्ट में लालू प्रसाद यादव ने अपने इस कठिन निर्णय के पीछे के कारणों को स्पष्ट किया। उन्होंने लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है।”
लालू ने आगे लिखा, “अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।”
परिवार और राजनीतिक दलों की तीखी प्रतिक्रियाएं
- ऐश्वर्या राय की मां: तेज प्रताप की पहली पत्नी ऐश्वर्या राय (जिनसे उनका तलाक का मामला कोर्ट में लंबित है) की मां पूनम राय ने इस घटना पर कहा, “हमको ये सब पहले से पता था। सब लोगों को पता है, इसमें छुपा क्या है। आगे नो कमेंट।”
- तेजस्वी यादव: नेता प्रतिपक्ष और छोटे भाई तेजस्वी यादव ने सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं करते और उनकी पार्टी बिहार की जनता के लिए पूरी मेहनत से काम कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर बात मेरे बड़े भाई की है तो राजनीतिक जीवन और व्यक्तिगत जीवन अलग-अलग होते हैं। उन्हें अपने निजी फैसले लेने का पूरा हक है। वह स्वतंत्र हैं… हमारी पार्टी के अध्यक्ष ने इस बारे में अपनी भावना स्पष्ट कर दी है… मुझे भी इस बारे में मीडिया के जरिए ही जानकारी मिली है।”
- रोहिणी आचार्य: लालू यादव की बेटी और तेज प्रताप की बहन रोहिणी आचार्य ने ‘X’ पर बिना नाम लिए कटाक्ष करते हुए लिखा, “जो परिवेश, परंपरा, परिवार और परवरिश की मर्यादा का ख्याल रखते हैं, उन पर कभी सवाल नहीं उठते हैं… जो अपना विवेक त्याग कर मर्यादित आचरण और परिवार की प्रतिष्ठा की सीमा को बारम्बार लांघने की गलती करते हैं, वो खुद को आलोचना का पात्र खुद ही बनाते हैं।”
कांग्रेस और भाजपा: कांग्रेस प्रवक्ता स्नेहआशीष वर्धन ने इसे लालू यादव का निजी और नैतिकता के आधार पर लिया गया फैसला बताया। वहीं, भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, “लालू प्रसाद और तेजस्वी का ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे उन्होंने ठगा नहीं… उन्होंने दोनों बेटों के बीच भेदभाव पैदा कर परिवार को बांटने का काम किया है।”
कानूनी पेंच और तेज प्रताप की बढ़ती मुश्किलें
तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय का तलाक का मामला अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है, जिसकी अगली सुनवाई 29 मई को होनी है। कानून के जानकारों के अनुसार, यदि मामला कोर्ट में लंबित हो, तो इस तरह से एक्स्ट्रा-मैरिटल संबंध स्थापित करना या उसे सार्वजनिक करना अपराध की श्रेणी में आ सकता है। यदि तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव ने विवाह कर लिया है, तो हिंदू मैरिज एक्ट के तहत बिना तलाक लिए दूसरी शादी अवैध है, और इस पर भी कोर्ट कार्रवाई कर सकता है। ऐश्वर्या राय का परिवार इस नई जानकारी के आधार पर कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है।
हालिया गतिविधियां और विरोधाभास
गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव हाल ही में (17 मई से 23 मई) मालदीव की यात्रा से लौटे हैं, जिसके लिए उन्होंने लैंड फॉर जॉब केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से इजाजत ली थी। वहां से लौटकर उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया था जिसमें वह ध्यान की मुद्रा में थे और बैकग्राउंड में ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र बज रहा था। उन्होंने लिखा था, “शांति जीवन में बहुत जरूरी है।” इससे पहले, “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद 7 मई को उन्होंने पायलट की यूनिफॉर्म में अपनी तस्वीरें साझा करते हुए देश सेवा की बात कही थी।
आगे क्या?
लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला जाना न केवल RJD के आंतरिक समीकरणों को बुरी तरह प्रभावित करेगा, बल्कि बिहार की विपक्षी राजनीति पर भी इसके दूरगामी परिणाम होंगे। यह देखना होगा कि तेज प्रताप यादव अब क्या राजनीतिक कदम उठाते हैं और RJD इस संकट से कैसे उबर पाती है। यह घटना यादव परिवार के भीतर चल रही कलह को भी सतह पर ले आई है, जिसका असर पार्टी की छवि और कार्यकर्ताओं के मनोबल पर पड़ना तय है।