करूर। तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार को हुई एक सियासी रैली जश्न का मौका नहीं, बल्कि एक सदमे में तब्दील हो गई। यहां अभिनेता से राजनेता बने विजय की जनसभा में करूर भगदड़ की भयावह घटना ने जनलेवा मंजर पैदा कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री एम. ए. सुब्रमणियन ने पुष्टि की है कि इस हादसे में 31 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हैं । हालांकि, अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में मृतकों की संख्या 29 से 31 तक बताई जा रही है । यह घटना 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों पर बड़ा सवाल खड़ा कर गई है।
कैसे बिगड़ी रैली की रौनक? जानिए पल-दर-पल
भीड़ उमड़ी तो सांसें अटकीं
तमिलगा वेट्री कज़गम (TVK) प्रमुख विजय की इस रैली में हजारों की संख्या में समर्थक जुटे थे । मगर, जल्द ही उत्साह का माहौल दहशत में बदल गया। भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि लोगों के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो गया । चारों तरफ सिर्फ हड़बड़ाहट और कोहराम का मंजर था। लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े थे, जिसके चलते कई लोग बेहोश होने लगे ।
विजय ने रोका भाषण, की मदद की अपील
मंच पर मौजूद विजय ने जब हालात बिगड़ते देखा तो उन्होंने तत्काल अपना भाषण रोक दिया। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और एंबुलेंस के लिए रास्ता खाली करने की गुहार लगाई । एक वीडियो में देखा जा सकता है कि विजय ने अपने कार्यकर्ताओं को पानी की बोतलें बांटने और बेहोश हुए लोगों को तुरंत मदद पहुंचाने के निर्देश दिए । इसी दौरान एक नौ साल की बच्ची के लापता होने की खबर ने मुश्किलें और बढ़ा दीं ।
लाठीचार्ज ने बढ़ाया हालात की गंभीरता
घटनास्थल से मिली जानकारी के मुताबिक, भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया । इस कार्रवाई के बाद माहौल और अधिक बिगड़ गया और भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिसके चलते कई लोग रौंदे गए और जानलेवा हादसा हो गया ।
हादसे के बाद सियासी हलकों में हड़कंप, सीएम स्टालिन ने दिए ये निर्देश
इस घटना के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने करूर से आ रही खबरों को ‘चिंताजनक’ बताया है । सीएम ने ट्विटर के जरिए बताया कि उन्होंने पूर्व मंत्री वी. सेंथिलबालाजी, स्वास्थ्य मंत्री एम. ए. सुब्रमणियन और जिला कलेक्टर को घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं । साथ ही, पड़ोसी तिरुचिरापल्ली जिले के मंत्री अन्बिल महेश को युद्धस्तर पर सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है ।
“मैंने एडीजीपी से बात करके स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने को कहा है। मैं जनता से डॉक्टरों और पुलिस के साथ सहयोग करने का अनुरोध करता हूं,” – सीएम एम. के. स्टालिन ।
एक्टर से नेता बने विजय: जानिए कौन हैं थलापति?
विजय, जो दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार हैं, ने हाल ही में राजनीति में कदम रखा है। उन्होंने 2 फरवरी, 2025 को अपनी पार्टी ‘तमिलगा वेट्री कज़गम’ (TVK) लॉन्च की थी । चुनाव आयोग ने 8 सितंबर को उनकी पार्टी को आधिकारिक मान्यता दी थी। विजय ने यह ऐलान किया है कि ‘थलापति 69’ उनकी आखिरी फिल्म होगी और अब वह पूर्णकालिक रूप से जनसेवा में जुट जाएंगे ।
दिलचस्प बात यह है कि विजय ने अपने माता-पिता समेत 11 लोगों के खिलाफ उनके नाम का गलत इस्तेमाल करने की शिकायत दर्ज कराई थी। दरअसल, उनके पिता एस. ए. चंद्रशेखर ने उनके नाम पर ही ‘ऑल इंडिया थलपति विजय मक्कल इयक्कम’ नामक एक और पार्टी बना ली थी ।