🔥Bihar Doctor Beaten: ये बर्बर बिहार है यहां नीतीश का राज, वही नीतीश जो शराबबंदी की घोषणा तो कर दिए लेकिन बर्बर बिहार के हर एक गांव में शराब आसानी से मिल रही है। अरे शराब को छोड़िए साहेब यहां तो ड्रग्स भी खुलेआम बिक रहा है। ताजा मामला इन सब से भयावह है, ‘जो तालिबान की याद दिलाता है।’
बर्बर बिहार के गया में 11 महीने की दलित बच्ची का रेपिस्ट मामा ने किया बलात्कार! उसी रात, रेप पीड़िता की माँ का इलाज करने पहुँचे डॉक्टर जितेंद्र यादव को दबंगों ने पेड़ से बाँधकर खून से लथपथ कर दिया! पुलिस मूक दर्शक, सरकार बेहोश, न्याय व्यवस्था कब्र में! है दम तो पूरा पढ़िए, ‘कैसे बिहार तालिबानी कानून के आगे झुका हुआ है?’
“सिस्टम फेल! 11 महीने की मासूम के साथ हैवानियत… फिर डॉक्टर की पिटाई! बिहार में इंसानियत शर्मसार!”
गुरुवार की रात, गया का आमस गाँव: नशे में धुत मामा अपनी 11 महीने की भतीजी को “खेलने” के बहाने स्कूल परिसर में ले गया। वहाँ दरिंदगी की हदें पार कर दीं! बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून बहता देख परिवार चीख उठा! पीड़िता को मगध मेडिकल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी हालत नाज़ुक बनी हुई है .
“ये हैवान मेरा भाई है… जिसे मैंने हाथ में कंडी देकर पाला! आज इसने मेरी बच्ची को तबाह कर दिया!” — पीड़िता की माँ का आक्रोश
“डॉक्टर की ‘सज़ा’: पेड़ से बंधे, खून से लथपथ! दबंगों ने कहा— ‘रेप केस वापस लो, नहीं तो मौत!'”
अगले दिन गुरपा गाँव: डॉक्टर जितेंद्र यादव रेप पीड़िता (2021 केस) की माँ का इलाज करने घर पहुँचे। तभी 10-12 दबंगों ने घेर लिया! पेड़ से बाँधा, लोहे की रॉड से वार किए! दर्द से कराहते डॉक्टर की गुहार सुनकर भी गाँव वाले तमाशबीन बने रहे! वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस एक्शन में आई .
दबंगों का मकसद: 2021 में रेप के आरोपी परिवार पर दबाव बनाना! केस वापस लेना चाहते थे! डॉक्टर सिर्फ़ इसलिए कुटे गए क्योंकि वे पीड़ितों की मदद कर रहे थे .
एसडीपीओ का झूठ: “जमीन विवाद था!”
हकीकत: डॉक्टर को रेपिस्टों के खिलाफ गवाही देने की “सज़ा” मिली!
“पुलिस? वो तो आरोपियों की दलाल है!”
आँकड़े बोलते हैं:
- 2024 में बिहार में 40% रेप केस नाबालिगों के साथ! 2020 के मुकाबले 19% बढ़ोतरी .
- मुजफ्फरपुर में 9 साल की दलित बच्ची के साथ रेप के बाद इलाज में लापरवाही से मौत! पीएमसीएच में एम्बुलेंस में ही तड़पती रही .
- गुरपा गाँव में पुलिस ने शिकायत तक दर्ज नहीं की! डायल-112 टीम वायरल वीडियो देखकर पहुँची .
“थाने में जाते ही पुलिस ने कहा— ‘दलित हो तो क्या हुआ? केस नहीं लिखेंगे!'” — मुजफ्फरपुर रेप पीड़िता के परिजन
“तेजस्वी यादव का बमबारी बयान: ‘बिहार, तालिबान से भी बर्बर!'”
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नेता प्रतिपक्ष ने वायरल वीडियो शेयर कर सरकार पर धावा बोला:
“20 साल की भ्रष्ट NDA सरकार ने पुलिस-प्रशासन को लूट का अड्डा बना दिया! मुख्यमंत्री अचेत, सरकार नशे में, अधिकारी खजाना लूटने में व्यस्त! यहाँ तालिबानी न्याय चलता है!”
विपक्ष का आरोप:
- रेपिस्टों को राजनीतिक संरक्षण!
- दलित पीड़िताओं को न्याय नहीं, सिर्फ़ 4 लाख रुपये का “मुआवजा”!
“मुख्यमंत्री! इस्तीफ़ा दो! या फांसी पर चढ़ जाओ!”
जनता का अल्टीमेटम:
- 48 घंटे में गिरफ्तारी: डॉक्टर की पिटाई में शामिल सभी दबंगों को जेल में ठूंसो!
- फास्ट-ट्रैक कोर्ट: रेप केस की सुनवाई 90 दिन में पूरी हो!
- पुलिस सस्पेंशन: गुरपा और मुजफ्फरपुर के भ्रष्ट थानेदारों की वर्दी उतरो!
- सीएम का घुटने टेकना: पीड़ित परिवारों से सार्वजनिक माफी!
“हमें मुआवजे नहीं, इंसाफ़ चाहिए! वो बच्ची अब कभी हँसेगी? उस डॉक्टर के घाव भरेंगे? न्याय नहीं मिला तो सड़कों पर उतरेंगे!” — गया के युवाओं का चेतावनी
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⚡️ क्या बिहार अब अफगानिस्तान है?
हाँ! क्योंकि:
- बच्ची की अस्मत लूटी गई → सिस्टम सोया रहा!
- डॉक्टर की पिटाई हुई → पुलिस “वीडियो” देखकर आई!
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार → मौन साधे “कुर्सी” से चिपके हैं!
“इन नरपिशों को फाँसी चाहिए! और जो सिस्टम इन्हें बचा रहा है, उसे ज़मींदोज़!”
“अगर 72 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई, तो पटना से दिल्ली तक लोग सड़कों पर उतारेंगे!”