मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार, 09 फरवरी 2025 की शाम को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। उन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाक़ात की और उन्हें अपना इस्तीफ़ा सौंपा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इससे पहले, बीरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
अटकलों का बाजार गर्म, एन. बीरेन सिंह ने आखिर क्यों दिया इस्तीफा
बीरेन सिंह के इस्तीफ़े के पीछे मुख्य कारण विपक्ष द्वारा लाया जाने वाला अविश्वास प्रस्ताव माना जा रहा है। कांग्रेस उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही थी, जिसमें सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों के भी समर्थन की खबरें थीं।
इस्तीफे के समय कौन-कौन था मौजूद?
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जब बीरेन सिंह ने इस्तीफ़ा सौंपा, तब उनके साथ भाजपा और नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ़) के 14 अन्य विधायक भी मौजूद थे। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के मणिपुर प्रदेश अध्यक्ष ए. शारदा और पार्टी सांसद संबित पात्रा भी शामिल थे।
वही समाचार एजेंसी ANI ने अपनी वेबसाइट में इस खबर पर एक तस्वीर जारी की है जिसमे ये नेता मौजूद नजर आ रहे है।
2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे बीरेन सिंह
बीरेन सिंह 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। उनके नेतृत्व में भाजपा सरकार ने मणिपुर में दो बार सत्ता संभाली। हालांकि, 2023 में मैतेई समुदाय और कुकी जनजाति के बीच हुए जातीय दंगों के बाद उनकी भूमिका पर सवाल उठे थे। विपक्ष ने लगातार उन पर हिंसा रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफ़े की मांग की थी।
जातीय हिंसा और इस्तीफे की अटकलें
मई 2023 से मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू हुई थी, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई और हजारों लोग बेघर हो गए। इसके चलते बीरेन सिंह की लोकप्रियता पर असर पड़ा। इससे पहले भी उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन उन्होंने तब इस्तीफ़ा देने से इनकार कर दिया था।
बीरेन सिंह का राजनीतिक सफर
- बीरेन सिंह का जन्म 1 जनवरी 1961 को इंफाल ईस्ट ज़िले के लुवांगसांगबाम ममांग लइकै गाँव में हुआ था।
- वह पहले एक राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी थे और डूरंड कप विजेता सीमा सुरक्षा बल टीम के सदस्य भी रह चुके हैं।
- उन्होंने पत्रकारिता में भी हाथ आज़माया और ‘नाहोरोलगी थुआदंग’ नामक अख़बार के संपादक के रूप में कार्य किया।
- 2002 में राजनीति में प्रवेश कर डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपुल्स पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता।
- बाद में कांग्रेस में शामिल हुए और ओकराम इबोबी सिंह की सरकार में मंत्री बने।
- 2016 में भाजपा में शामिल हुए और 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बने।
अब मणिपुर का अगला मुख्यमंत्री कौन?
बीरेन सिंह के इस्तीफ़े के बाद अब मणिपुर के नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला जल्द होने की संभावना है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा जल्द ही नए मुख्यमंत्री की घोषणा की जा सकती है।
निष्कर्ष
एन. बीरेन सिंह (N. Biren Singh) के इस्तीफे के बाद मणिपुर की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जातीय हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के बीच अब राज्य को एक नए नेतृत्व की जरूरत है, जो मणिपुर को स्थिरता और विकास की ओर ले जा सके।