देवरिया में वायरल इंफेक्शन का कहर: मेडिकल कॉलेज में मरीजों की भीड़, बच्चों पर सबसे ज्यादा असर

देवरिया में बढ़ा वायरल इंफेक्शन। इमेज क्रेडिट - pixabay
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यूपी के देवरिया में अप्रैल 2025 में वायरल इंफेक्शन का प्रकोप तेजी के साथ बढ़ा। बेमौसम बारिस से वायरल इंफेक्शन में आई तेजी। बच्चे तेज बुखार और उल्टी-दस्त से पीड़ित। मेडिकल कॉलेज में मरीजों की भीड़,डॉक्टरों की सलाह और सावधानियां जानें।

वायरल इंफेक्शन ने तोड़ा रिकार्ड! मेडिकल कॉलेज में एक बेड पर दो बच्चों का हो रहा ईलाज!

देवरिया, 15 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में मौसम के बदलाव के साथ वायरल इंफेक्शन ने स्वास्थ्य संकट पैदा कर दिया है। खासकर छोटे बच्चे तेज बुखार, उल्टी-दस्त, और सांस की तकलीफ जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। स्थानीय मेडिकल कॉलेज में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे अस्पताल के संसाधनों पर भारी दबाव पड़ रहा है।

मौसम की मार, बच्चों पर भारी

देवरिया में अप्रैल 2025 की शुरुआत से ही मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। कभी तेज धूप तो कभी बादल और ठंडी हवाएं वायरस और बैक्टीरिया के प्रसार को बढ़ा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले बच्चे इस वायरल इंफेक्शन की चपेट में जल्दी आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित वर्मा बताते हैं, “इस मौसम में वायरल बुखार और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं तेजी से फैल रही हैं। बच्चों को तेज बुखार के साथ कभी-कभी झटके (सीज़र) भी आ रहे हैं, जो चिंताजनक है।”

मेडिकल कॉलेज में मरीजों का तांता

मेडिकल कॉलेज में मरीजों का तांता. इमेज देवरिया मेडिकल कॉलेज
Deoria Medical Collage

देवरिया मेडिकल कॉलेज के आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (OPD) में रोजाना 100-150 मरीज पहुंच रहे हैं, जिनमें से 60% बच्चे हैं। सोमवार को OPD में डॉ. प्रिया सिंह और डॉ. राजेश यादव ने करीब 140 मरीजों का इलाज किया, जिनमें 50 से ज्यादा वायरल बुखार, 30-35 उल्टी-दस्त, और 10-12 सांस संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे। गंभीर मामलों में 5-7 मरीजों को भर्ती करना पड़ा।

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पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (PICU) और चिल्ड्रन वार्ड में बेड की कमी एक बड़ी समस्या बन रही है। 35 बेड के वार्ड में 40 से ज्यादा बच्चों का इलाज चल रहा है, जिसके कारण कई बार एक बेड पर दो मरीजों को रखना पड़ रहा है। तीमारदारों का कहना है कि बेड की कमी और लंबा इंतजार उनकी परेशानी बढ़ा रहा है।

निजी अस्पतालों में भी बढ़ी मरीजो की संख्या।

मेडिकल कॉलेज के अलावा, देवरिया के निजी अस्पतालों और क्लीनिकों में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। स्थानीय निवासी रमेश यादव ने बताया, “मेरे बेटे को तीन दिन से बुखार था, दवा के बाद भी नहीं उतरा। निजी अस्पताल में ले गए, लेकिन वहां भी लंबी लाइन थी।” डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों को ठीक होने में 3-5 दिन लग रहे हैं, बशर्ते वे समय पर इलाज शुरू करें और सावधानियां बरतें।

वायरल इंफेक्शन के क्या हैं प्रमुख लक्षण? (Viral Infection Symptoms)
  • तेज बुखार, जो 2-3 दिन तक बना रहता है
  • उल्टी और दस्त, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा
  • सर्दी, खांसी, और सांस लेने में तकलीफ
  • बच्चों में झटके (सीज़र) और बदन दर्द
  • पेट दर्द और भूख न लगना
डॉक्टरों की सलाह: सावधानी ही बचाव

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर मरीजों को दवाओं के साथ-साथ कई सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं। डॉ. प्रिया सिंह कहती हैं, “माता-पिता को चाहिए कि बच्चों को साफ पानी पिलाएं, घर का बना ताजा भोजन दें, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें।” कुछ प्रमुख सावधानियां इस प्रकार हैं:

  1. हाइड्रेशन बनाए रखें: बच्चों को बार-बार पानी, ORS, और नारियल पानी दें।
  2. साफ-सफाई: हाथ धोने की आदत डालें और घर को सैनिटाइज़ करें।
  3. तुरंत इलाज: बुखार या उल्टी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  4. खानपान: तला-भुना और बाहर का खाना बच्चों को न दें।
  5. मास्क और दूरी: सर्दी-खांसी के लक्षण दिखने पर मास्क पहनें।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां

देवरिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. संजय चंद्रा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। “हमने मेडिकल कॉलेज और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की है। जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ताकि लोग समय पर सावधानी बरतें।”

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इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर लक्षणों की जानकारी लेने और मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।

आगे क्या ऐसे ही बढेंगे वायरल इंफेक्शन के मरीज।

मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले कुछ हफ्तों तक तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, जिससे वायरल इंफेक्शन का खतरा और बढ़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे लापरवाही न बरतें और बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। मेडिकल कॉलेज में अतिरिक्त बेड और स्टाफ की व्यवस्था करने की योजना भी बन रही है ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

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देवरिया में इस स्वास्थ्य संकट ने एक बार फिर साफ-सफाई, समय पर इलाज, और जागरूकता के महत्व को रेखांकित किया है। अगर आप या आपके परिवार में कोई इन लक्षणों से पीड़ित है, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।

नोट: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए योग्य चिकित्सक से सलाह लें।

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