नई दिल्ली 02 सितम्बर: कल्पना कीजिए, आपका PF अकाउंट अब ATM कार्ड से जुड़ गया है, और जरूरत पड़ने पर आप सीधे ATM से पैसे निकाल लेते हैं – बिना फॉर्म भरने या ऑफिस के चक्कर काटने के। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की नई डिजिटल सेवा EPFO 3.0 अब ये सपना हकीकत बनाने वाली है, जो 2025 में ही लागू हो जाएगी।
EPFO 3.0 की ये खबर प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य इकोनॉमिस्ट संजीव सान्याल ने संकेत दिए हैं, जो देश के 8 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों के लिए गेम चेंजर साबित होगी।
हमने जब EPFO की रिपोर्ट्स और सान्याल के बयानों का विश्लेषण किया, तो पता चला कि ये अपग्रेड PF मैनेजमेंट को पूरी तरह डिजिटल बना देगा। मोबाइल ऐप, डिजिटल डैशबोर्ड और UPI पेमेंट जैसी सुविधाएं कर्मचारियों की जिंदगी आसान करेंगी। अब क्लेम करना, जानकारी अपडेट करना या पैसे निकालना चुटकियों में हो जाएगा। सान्याल ने कहा कि EPFO में बड़ा बदलाव आ रहा है, जो सिस्टम को डी-क्लॉग करेगा।
EPFO 3.0 में क्या-क्या नया आएगा?
EPFO 3.0 का सबसे बड़ा आकर्षण ATM से PF निकालने की सुविधा है। संगठन अपने सदस्यों को एक स्पेशल ATM कार्ड जारी करेगा, जो उनके PF अकाउंट से लिंक होगा। UAN एक्टिव करने और आधार लिंक करने के बाद आप ATM से सीधे पैसे निकाल सकेंगे। इसी तरह, UPI से निकासी के लिए PF अकाउंट को UPI से जोड़ना होगा, फिर आप पैसे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकेंगे। ये फीचर खासतौर पर इमरजेंसी में काम आएगा, जैसे मेडिकल या शादी के लिए।
मोबाइल ऐप और डिजिटल डैशबोर्ड से आप रियल-टाइम बैलेंस चेक कर सकेंगे, क्लेम स्टेटस ट्रैक करेंगे और डॉक्यूमेंट्स अपलोड करेंगे। अब PF ट्रांसफर या विड्रॉल के लिए हफ्तों इंतजार नहीं करना पड़ेगा – सब कुछ ऑनलाइन और फास्ट। EPFO 3.0 में ऑटोमेटेड क्लेम सेटलमेंट भी आएगा, जहां सही डॉक्यूमेंट्स पर तुरंत अप्रूवल मिलेगा। ये बदलाव 2025 में ही लागू होंगे, और 8 करोड़ से ज्यादा सदस्यों को फायदा पहुंचाएंगे। सान्याल ने इसे EPFO का बड़ा प्रयास बताया, जो सिस्टम को डी-क्लॉग करेगा।
PF विड्रॉल के नियम: कब और कितना निकाल सकते हैं?
EPFO 3.0 से पहले भी PF निकासी के नियम हैं, लेकिन नई सेवा इन्हें और आसान बना देगी। अगर नौकरी चली जाती है, तो 1 महीने बाद आप 75% अमाउंट निकाल सकते हैं – ये बेरोजगारी में बड़ा सपोर्ट है। बाकी 25% दो महीने बाद निकाला जा सकता है। अगर 5 साल की सर्विस पूरी हो गई है, तो PF निकालने पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगता। ये 5 साल एक या ज्यादा कंपनियों में हो सकते हैं, जरूरी नहीं एक ही जगह। लेकिन अगर अवधि कम है, तो टैक्स लग सकता है।
EPFO 3.0 में ये प्रोसेस डिजिटल हो जाएगी, जहां UPI या ATM से तुरंत निकासी संभव होगी। लेकिन याद रखें, PF रिटायरमेंट फंड है, इसलिए जरूरत पर ही निकालें।
कर्मचारियों के लिए बड़ा फायदा, लेकिन चुनौतियां भी
EPFO 3.0 से कर्मचारियों को बड़ा राहत मिलेगी, खासकर प्राइवेट सेक्टर में। अब क्लेम रिजेक्ट होने या देरी की शिकायतें कम होंगी। लेकिन कुछ चुनौतियां हैं – आधार और UAN लिंकिंग जरूरी है, वरना सुविधा नहीं मिलेगी। ग्रामीण इलाकों में डिजिटल लिटरेसी की कमी से समस्या हो सकती है। EPFO को ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने चाहिए।
सान्याल ने कहा कि ये बदलाव EPFO को आधुनिक बनाएंगे, जहां UPI और ATM जैसे फीचर्स ग्लोबल स्टैंडर्ड मैच करेंगे। 2025 में लॉन्च से पहले सदस्य अपना UAN चेक करें और आधार लिंक कर लें।
EPFO 3.0 का असर: अर्थव्यवस्था और कर्मचारी सशक्तिकरण
ये अपग्रेड अर्थव्यवस्था को भी बूस्ट देगा। कर्मचारी आसानी से फंड ऐक्सेस कर सकेंगे, जो खर्च बढ़ाएगा। लेकिन सावधानी बरतें, PF बचत का हिस्सा है। EPFO 3.0 से ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी, फ्रॉड कम होगा।