मिस वर्ल्ड 2025: थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगश्री ने रचा इतिहास, भारत की नंदिनी गुप्ता ने जीता दिल

हैदराबाद, 31 मई 2025: थाईलैंड की 21 वर्षीय ओपल सुचाता चुआंगश्री ने मिस वर्ल्ड 2025 का प्रतिष्ठित ताज अपने नाम कर वैश्विक मंच पर इतिहास रच दिया। हैदराबाद के हाईटेक्स एग्जीबिशन सेंटर में आयोजित 72वें मिस वर्ल्ड के भव्य फिनाले में 108 देशों की प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए ओपल ने यह गौरव हासिल किया।

भारत की नंदिनी गुप्ता ने शानदार प्रदर्शन के साथ टॉप-20 में जगह बनाई, हालांकि टॉप-8 में प्रवेश से चूक गईं। फिनाले का आगाज टॉप-40 कंटेस्टेंट्स की सांस्कृतिक रैंप वॉक से हुआ, जिसमें नंदिनी गुप्ता ने शो-स्टॉपर के रूप में भारतीय संस्कृति की छटा बिखेरी।

मिस वर्ल्ड 2025 फिनाले

7 मई से शुरू हुए इस महीने भर के आयोजन का समापन 31 मई को हैदराबाद में एक शानदार समारोह के साथ हुआ। हाईटेक्स एग्जीबिशन सेंटर में आयोजित फिनाले में बॉलीवुड सितारों जैकलीन फर्नांडीज और ईशान खट्टर की परफॉर्मेंस ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

जूरी में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद, उद्यमी सुधा रेड्डी, और पूर्व मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर जैसे दिग्गज शामिल थे। मिस वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन की चेयरपर्सन जूलिया मोर्ले ने इसे भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और आतिथ्य का शानदार प्रदर्शन बताया।

थाईलैंड की ओपल सुचाता ने अपनी खूबसूरती, बुद्धिमत्ता, और सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पण से सभी को प्रभावित किया। उनके स्वारोवस्की क्रिस्टल्स से सजे गाउन ने कठिन समय में आशा की किरण का प्रतीकत्व प्रस्तुत किया। मल्टीमीडिया चैलेंज में अवॉर्ड जीतकर ओपल ने टॉप-40 में अपनी जगह पक्की की थी।

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ओपल सुचाता चुआंगश्री: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व

जन्म और शिक्षा: 20 मार्च 2003 को थाईलैंड के फुकेत में जन्मी ओपल सुचाता चुआंगश्री थामसैट यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय संबंधों की छात्रा हैं। वह थाई, अंग्रेजी, और चीनी भाषाओं में पारंगत हैं। 21 साल की उम्र में उन्होंने थाईलैंड के लिए पहली बार मिस वर्ल्ड का खिताब जीता, जिसने देश को गौरवान्वित किया।

ओपल सुचाता चुआंगश्री

सामाजिक कार्य: 16 साल की उम्र में ब्रेस्ट सिस्ट जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करने के बाद ओपल ने महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए जागरूकता फैलाने की ठानी। उनकी पहल “ओपल फॉर हर” ब्रेस्ट हेल्थ और प्रारंभिक जांच पर केंद्रित है। मिस वर्ल्ड के “ब्यूटी विद परपस” राउंड में इस प्रोजेक्ट ने जजों को गहरे प्रभावित किया।

जीत का पल: ताज हासिल करने के बाद ओपल ने कहा, “यह ताज मेरी निजी जीत नहीं, बल्कि उन लाखों लड़कियों की जीत है जो अपने सपनों को सच करने की हिम्मत रखती हैं।” उनकी जीत के साथ उन्हें 1 मिलियन डॉलर (लगभग 8.5 करोड़ रुपये) की प्राइज मनी और 1770 हीरों से जड़ा 3 करोड़ रुपये का ताज मिला, जो शांति और वफादारी का प्रतीक है।

नंदिनी गुप्ता: भारत का गौरव

भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली नंदिनी गुप्ता ने अपने आत्मविश्वास और ग्रेस से वैश्विक मंच पर भारत का परचम लहराया। राजस्थान के कोटा में 13 सितंबर 2003 को जन्मीं नंदिनी ने सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई की और मुंबई के लाला लाजपत राय कॉलेज से बिजनेस मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की।

2023 में फेमिना मिस राजस्थान और फेमिना मिस इंडिया का खिताब जीतने के बाद नंदिनी ने मिस वर्ल्ड 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व किया। टॉप मॉडल चैलेंज में उनकी जीत ने एशिया-ओशिनिया क्षेत्र में भारत को गौरवान्वित किया। फिनाले में उनकी काउचर ड्रेस, जो गंगा नदी की पवित्रता को दर्शाती थी, ने भारतीय संस्कृति की झलक पेश की।

नंदिनी लड़कियों की शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, और ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करती हैं। जूलिया मोर्ले ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “नंदिनी की सोच और समर्पण उन्हें एक सच्ची लीडर बनाता है।” टॉप-8 से बाहर होने के बावजूद, नंदिनी ने अपने प्रदर्शन से भारत को गर्व का मौका दिया।

भारत का मिस वर्ल्ड में दबदबा

मिस वर्ल्ड के 72 साल के इतिहास में भारत ने सबसे ज्यादा 6 खिताब जीते हैं। 1966 में रीता फारिया ने पहली बार यह ताज जीता, जिसके बाद ऐश्वर्या राय (1994), डायना हेडन (1997), युक्ता मुखी (1999), प्रियंका चोपड़ा (2000), और मानुषी छिल्लर (2017) ने इस गौरव को बढ़ाया। इस साल नंदिनी से सातवां खिताब जीतने की उम्मीद थी, लेकिन ओपल ने बाजी मार ली।

फिनाले में एथियोपिया की हासेट डेरेज फर्स्ट रनर-अप, पोलैंड की माजा क्लाज्दा सेकेंड रनर-अप, और मार्टिनिक की ओरेली जोआचिम थर्ड रनर-अप रहीं।

भारत की मेजबानी: सांस्कृतिक वैभव का प्रदर्शन

यह तीसरा मौका था जब भारत ने मिस वर्ल्ड फिनाले की मेजबानी की। 1996 में बेंगलुरु और 2024 में मुंबई के बाद, इस बार हैदराबाद ने इस वैश्विक आयोजन को यादगार बनाया। कंटेस्टेंट्स ने तेलंगाना की पारंपरिक बुनाई वाले परिधान पहने, जिन्हें 723 कारीगरों ने सोने के धागों और हीरे-मोतियों से तैयार किया था। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विरासत और नारी शक्ति का प्रतीक बना।

क्यों खास रहा मिस वर्ल्ड 2025?

  • थाईलैंड की पहली जीत: ओपल सुचाता ने थाईलैंड को पहली बार मिस वर्ल्ड का ताज दिलाया।
  • भारत की मेजबानी: हैदराबाद ने सांस्कृतिक वैभव और आतिथ्य से दुनिया को मंत्रमुग्ध किया।
  • सामाजिक प्रभाव: ओपल और नंदिनी जैसे कंटेस्टेंट्स ने सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने का काम किया।
  • बॉलीवुड का जलवा: जैकलीन और ईशान की परफॉर्मेंस ने फिनाले को और भव्य बनाया।
मिस वर्ल्ड 2025: सामाजिक बदलाव, सांस्कृतिक एकता, और नारी शक्ति का जश्न

मिस वर्ल्ड 2025 का ताज थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगश्री के सिर सजा, जिन्होंने अपनी कहानी और समर्पण से दुनिया को प्रेरित किया। भारत की नंदिनी गुप्ता ने टॉप-20 में जगह बनाकर देश का मान बढ़ाया। यह आयोजन केवल सौंदर्य का उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव, सांस्कृतिक एकता, और नारी शक्ति का जश्न था।

Avadhesh Yadav
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