“हमारी बदनामी हो रही थी, इसलिए मार दिया” – आरोपी पिता का सन्न कर देने वाला बयान
प्रेम के नाम पर मां-बाप ने नाबालिग बेटी की हत्या की, तालाब किनारे दफनाया शव
प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) 04 जुलाई 2025
यूपी के प्रतापगढ़ जिले के पीथापुर गांव में सम्मान के नाम पर क्रूरता की एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे समाज के माथे पर शर्म का ठप्पा लगा दिया है। थाना आसपुर देवसरा क्षेत्र में एक 17 वर्षीय नाबालिग किशोरी सोनी की उसके अपने माता-पिता और रिश्तेदारों ने सामूहिक रूप से हत्या कर दी।
आरोपियों ने इस घृणित अपराध के बाद शव को सूखे तालाब के किनारे दफना दिया, ताकि वह कभी जिंदगी की रौशनी न देख सके। पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में मां-बाप समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है ।
🔍 ऑनर किलिंग: जानिए कैसे हुआ खुला मामला?
- मामा की शिकायत: घटना तब उजागर हुई जब सोनी के मामा राकेश दुबे ने 1 जुलाई को थाना आसपुर देवसरा पहुंचकर तहरीर दी। उन्होंने बताया कि उनकी भांजी सोनी बचपन से ही जौनपुर में उनके घर रहकर पढ़ाई कर रही थी। करीब छह महीने पहले वह अपने माता-पिता के पास पीथापुर गांव आई थी, जहां से वह अचानक गायब हो गई ।
- शक की वजह: राकेश ने आशंका जताई कि उनकी बहन मोनी और बहनोई इंद्रमणि मिश्रा उर्फ भुंवर ने लड़की को मार डाला है। उन्होंने पुलिस से कहा – “मेरी भांजी को उसके मां-बाप ने प्रताड़ित किया था क्योंकि वह एक लड़के से प्रेम करती थी” ।
😱 हत्या का मंसूबा और नृशंसता
- रंगे हाथों पकड़े जाने पर: 22 जून को सोनी ने अपने प्रेमी को घर पर बुलाया था, जहां माता-पिता ने दोनों को “आपत्तिजनक हालत” में देख लिया। इस पर पिता इंद्रमणि ने युवक की पिटाई कर उसे भगा दिया ।
- परिवार की सामूहिक हिंसा: आरोपियों ने सोनी को लाठी-डंडों से पीटा। पुलिस को बताया गया कि “चाचा-चाची ने पैर पकड़े, भतीजे और मां ने हाथ पकड़े, और पिता ने गला रेतकर उसे मार डाला” ।
- सुसाइड का नाटक: आरोपियों ने शव को फांसी पर लटकाकर आत्महत्या का दृश्य बनाया। इसके बाद रात के अंधेरे में शव को बोरे में भरकर घर से ढाई सौ मीटर दूर जरिया तालाब के किनारे दफना दिया ।
🔦 पुलिस की जांच और गिरफ्तारियां
- घर पर ताला, आरोपी फरार: जब पुलिस जांच के लिए पीथापुर पहुंची तो आरोपियों के घर पर ताला लटका हुआ था। पड़ोसियों ने बताया कि परिवार दो दिन पहले ही “दर्शन करने” के बहाने गांव छोड़कर चला गया था ।
- धरपकड़ की रणनीति: पुलिस ने तीन टीमें बनाईं और सैफाबाद में आरोपियों को ट्रैक कर गुरुवार को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं:
- पिता: इंद्रमणि मिश्रा
- मां: कंचन मिश्रा (मोनी)
- चाचा: राममणि मिश्रा
- चाची: नाम अज्ञात
- एक नाबालिग भतीजा ।
- कबूलनामा: अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) शैलेन्द्र लाल ने बताया कि “कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उनकी निशानदेही पर शव को तालाब किनारे से खोदकर निकाला गया” ।
💔 समाज का काला सच
यह घटना “ऑनर किलिंग” की भयावह मानसिकता को उजागर करती है। सोनी का जुर्म सिर्फ इतना था कि वह अपनी मर्जी से किसी से प्रेम करती थी। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस मामले में परिवार की सामूहिक साजिश थी, जिसमें रिश्तेदारों ने हत्या में सक्रिय भूमिका निभाई ।
⚖️ न्याय की उम्मीद
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट: शव को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट से हत्या की पुष्टि हुई है ।
- कानूनी कार्रवाई: सभी पांच आरोपियों पर हत्या और सबूत मिटाने के आरोपों में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस नाबालिग आरोपी के संबंध में कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रही है ।
📈 प्रतापगढ़ में अपराध नियंत्रण
इसी सप्ताह प्रतापगढ़ पुलिस ने “ऑपरेशन लंगड़ा” के तहत कई बदमाशों को गोली मारकर गिरफ्तार किया था । एसपी डॉ. अनिल कुमार ने स्पष्ट किया है कि जिले में “जीरो टॉलरेंस” की नीति लागू है और किसी भी प्रकार के अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।
प्रतापगढ़ का यह मामला समाज में पितृसत्ता और क्रूर नैतिकता की जड़ों पर चोट करता है। सोनी की हत्या सिर्फ एक जान लेने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने न्याय की एक किरण जगाई है, लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसी मानसिकता को बदलने के लिए समाज भी जागेगा?
1 thought on “चाचा-चाची ने पैर पकड़े, भतीजे और मां ने हाथ पकड़े, और पिता ने गला रेतकर मार डाला।”