कुशीनगर हत्या कांड: अनिरुद्धाचार्य के वीडियो ने बुलाई टीचर की मौत! मुस्लिम युवती ने हिंदू बनकर शादी की, सुहागरात पर बॉयफ्रेंड के साथ उतारा मौत के घाट।
कुशीनगर 30 जून 2025: एक धार्मिक प्रवचन में अपनी अकेली जिंदगी और संपत्ति का जिक्र करना एक शिक्षक के लिए जानलेवा साबित हुआ। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के एक स्कूल टीचर इंद्र कुमार तिवारी (45) को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बेरहमी से मार डाला गया। इस हत्या के पीछे एक सोची-समझी साजिश थी, जिसका सूत्रधार एक वीडियो बना।

इस वीडियो में टीचर ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के सामने अपनी 18 एकड़ जमीन और अविवाहित होने की पीड़ा जाहिर की थी। इसी वीडियो को देखकर देवरिया जिले की एक मुस्लिम युवती, खुशी उर्फ शाहिदा बानो और उसके बॉयफ्रेंड कौशल ने उन्हें टारगेट किया।
युवती ने हिंदू बनकर फर्जी पहचान के साथ टीचर को प्रेमजाल में फंसाया, जबलपुर से कुशीनगर बुलाया, मंदिर में शादी रचाई और फिर सुहागरात के दिन ही अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर उसकी हत्या कर डाली। जेवरात और नकदी लूटकर दोनों फरार हो गए, लेकिन कुशीनगर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
वीडियो देखकर रचा गया घातक षड्यंत्र: अनिरुद्धाचार्य बने प्लान का आधार
इंद्र कुमार तिवारी जबलपुर जिले की मझौली तहसील के पड़वार गांव के रहने वाले थे। माता-पिता नहीं थे, अकेले रहते थे। स्कूल में पढ़ाने के साथ खेती भी करते थे। मई महीने में उनके ही गांव के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने प्रवचन शिविर लगाया।
इसी शिविर में इंद्र कुमार ने मंच से अपना दर्द बयां किया: “मेरे पास 18 एकड़ जमीन है, अच्छी प्रॉपर्टी है, लेकिन अभी तक मेरी शादी नहीं हो पा रही है।” यह वाकया वीडियो के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
इसी वीडियो ने उनकी किस्मत का फैसला कर दिया। देवरिया की खुशी उर्फ शाहिदा बानो और उसका बॉयफ्रेंड कौशल इस वीडियो को देखकर लालच में आ गए। उन्होंने इंद्र कुमार को ठगने और उसकी संपत्ति हड़पने की साजिश रची।
खुशी तिवारी का फर्जी चेहरा: फेसबुक से फंसाया, जबलपुर से कुशीनगर बुलाया
17 मई को कौशल ने इंद्र कुमार को फोन किया। खुद को शाहिदा का भाई बताया। शाहिदा की तस्वीरें भेजीं और फोन पर बात भी कराई। इसके बाद शाहिदा ने ‘खुशी तिवारी‘ नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। हिंदू नाम और पहचान के साथ उसने इंद्र कुमार से बातचीत शुरू की और उन्हें अपने प्रेमजाल में फंसा लिया।
26 मई को कौशल जबलपुर पहुंचा। खुशी की फोटो दिखाकर रिश्ता पक्का किया। शादी 5 जून को गोरखपुर में तय हुई। इंद्र कुमार ने खुशी से शादी के लिए जमीन गिरवी रखकर डेढ़ लाख रुपये के जेवर बनवाए और कुछ नकदी लेकर 2 जून को गोरखपुर पहुंचे।
मंदिर में शादी, सुहागरात पर हत्या: कुशीनगर में खत्म हुई जिंदगी
5 जून को गोरखपुर के एक होटल में मंदिर में शादी हुई। इंद्र कुमार ने तस्वीरें परिजनों को भेजकर खुशखबरी दी। उसी रात, जब इंद्र कुमार ने खुशी को अपने गांव चलने को कहा, तो वह टालमटोल करने लगी। शक होने पर इंद्र कुमार ने खर्च और जेवर वापस मांगे। तभी कौशल आ गया।
दोनों ने उन्हें चक नीलकंठ गांव (कुशीनगर) में अपना घर दिखाने के बहाने ले गए। वहां, 5 जून की शाम, खुशी और कौशल ने मिलकर चाकू मारकर इंद्र कुमार की हत्या कर दी। शव को झाड़ियों में फेंक दिया। मोबाइल, डेढ़ लाख रुपये के जेवर और नकदी लूटकर दोनों फरार हो गए।

पुलिस ने कसा शिकंजा: फोन ट्रेस करके की गिरफ्तारी
6 जून को शव मिला। 8 जून को जबलपुर से पहुंचे परिजनों ने पहचान की। पुलिस ने टीचर के मोबाइल को ट्रेस किया, जिसे खुशी इस्तेमाल कर रही थी। फोन बंद होने के बाद दोनों गायब हो गए। 27 जून को कुशीनगर पुलिस ने खुशी उर्फ शाहिदा बानो और उसके बॉयफ्रेंड कौशल को गिरफ्तार कर लिया। कड़ी पूछताछ में दोनों ने हत्या और लूट का कबूलनामा दर्ज कराया। पुलिस को जांच में पता चला कि अनिरुद्धाचार्य के वीडियो में इंद्र कुमार की संपत्ति का जिक्र सुनकर ही उन्होंने इस घिनौनी साजिश को अंजाम दिया था।
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इंद्र कुमार के गांव में मातम
इंद्र कुमार तिवारी ने जिस शादी और साथी के सपने को साकार होते देखा, वही उनकी मौत का कारण बना। एक वीडियो ने उन्हें अकेलेपन से निकालकर ठगों के निशाने पर ला खड़ा किया। खुशी उर्फ शाहिदा और कौशल का फर्जी प्यार और हिंदू पहचान का चोला एक शिक्षक की जिंदगी का अंत बन गया। कुशीनगर की वह झाड़ी उनके अंतिम सुख के सपनों की कब्रगाह बन गई। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन इंद्र कुमार के गांव में मातम है, और एक सवाल: क्या सोशल मीडिया पर की गई एक बेबाक बातचीत की कीमत एक जान हो सकती है?
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