जम्मू-कश्मीर और पंजाब में पाकिस्तानी ड्रोन हमले का भारतीय सेना ने किया मुंहतोड़ जवाब। देश के प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश भारत के सब्र का इम्तिहान मत ले पाकिस्तान।
नई दिल्ली, 13 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन में आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की चेतावनी देने के महज कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी नापाक मंशा जाहिर कर दी। 12 मई की रात, जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर और पंजाब के जालंधर, होशियारपुर व फिरोजपुर जिलों में पाकिस्तानी ड्रोन्स ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया।
प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश के बाद पाकिस्तान की चाल
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में साफ किया था कि “भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ स्थगित किया है, रद्द नहीं किया है। यदि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तो भारत कड़ी कार्रवाई करेगा।” लेकिन इस चेतावनी के बावजूद पाकिस्तान ने अपनी पुरानी आदत नहीं छोड़ी और भारतीय सीमा में ड्रोन घुसाने की कोशिश की।
भारतीय सेना ने कैसे नाकाम किया ड्रोन हमला?
- भारतीय सेना और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की निगरानी प्रणाली ने रात के अंधेरे में भी पाकिस्तानी ड्रोन्स की हरकत को भांप लिया।
- सांबा सेक्टर में एक ड्रोन को मार गिराया गया, जिसमें हथियार और विस्फोटक सामग्री पाई गई।
- पंजाब में भी कई ड्रोन्स को नष्ट किया गया, जो नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी करने आए थे।
क्या पाकिस्तान युद्ध की ओर बढ़ रहा है?
पाकिस्तान की इस हरकत से साफ है कि वह भारत की चेतावनी को गंभीरता से नहीं ले रहा। हालांकि, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की आर्थिक व राजनीतिक स्थिति इतनी खराब है कि वह सीधे युद्ध की हालत में नहीं है। फिर भी, वह छिटपुट प्रोवोकेशन और आतंकी घुसपैठ के जरिए भारत को उकसाने की कोशिश कर रहा है।
प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश: “हम पूरी तरह तैयार हैं
भारतीय सेना और सरकार ने साफ कर दिया है कि “कोई भी घुसपैठ की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने पिछले कुछ वर्षों में सीमा सुरक्षा को अत्याधुनिक बनाया है, जिसके चलते पाकिस्तानी ड्रोन और आतंकियों की हर गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई हो रही है।
क्या भारत की ताकत को कम आंक रहा है पाक?
पाकिस्तान की यह घुसपैठ साबित करती है कि वह भारत की ताकत को कम आंक रहा है। लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने एक बार फिर दिखा दिया कि वे हर चुनौती का मुकाबला करने में सक्षम हैं। अब यह पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वह आतंकवाद का रास्ता छोड़कर शांति की ओर बढ़े या फिर भारत के जवाबी हमले का सामना करे।