[Live Update] Pahalgam Terror Attack 2025: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया। इस हमले पर पड़ोसी देश पाकिस्तान की क्या प्रतिक्रिया है? आइये जानते है..

[Live Update] Pahalgam Terror Attack: सेना ने आतंकियों की मदद करने वाले 200 लोगो को लिया हिरासत
[Live Update] Pahalgam Terror Attack:श्रीनगर में हवाई किराया बढ़ाने में अखिलेश ने जताई नाराजगी।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार 24 अप्रैल को सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा कि, “श्रीनगर से हवाई किराये में बेतहाशा वृद्धि का समाचार अमानवीय और घोर निंदनीय है। ऐसी त्रासदी के समय पर्यटकों से मनमाना किराया वसूलना किसी भी तरह से जायज़ नहीं ठहराया जा सकता है।
उन्होंने सरकार से पूछने के अंदाज में लिखा कि, सरकार स्पष्ट करे कि ‘बेतहाशा किराया वसूली’ के मामले में सरकार की कोई ज़िम्मेदारी बनती है या नहीं। किराये से संबद्ध टैक्स तो सरकार के पास ही जाता है, इसका मतलब तो जनता यही समझती है कि ये सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है।”
बता दे, उधर डीजीसीए ने बयान जारी कर कहा है कि, कश्मीर से लौटने वाले पर्यटकों से हवाई कंपनिया ज्यादा किराया न ले बल्कि इस दुःख की घड़ी में उनकी मदद करे।
Pahalgam Terror Attack 2025 लाइव अपडेट
22 अप्रैल 2025 को सुबह, पहलगाम की बैसरन घाटी में चार आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह पर हमला किया। आतंकी पुलिस की वर्दी में थे और उन्होंने AK-47 राइफलें और ग्रेनेड का इस्तेमाल किया।
चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने पहले पर्यटकों से उनके नाम और धर्म पूछे, और फिर हिंदू पहचान वाले लोगों को निशाना बनाया। एक महिला ने बताया, “मेरे पति भेलपूरी खा रहे थे। एक आतंकी ने उनसे पूछा कि क्या वे मुस्लिम हैं। जवाब सुनते ही गोली मार दी।”
हमले में आतंकियों ने 50 से अधिक राउंड फायरिंग की, और पांच मिनट तक गोलीबारी जारी रही। आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), जिसे लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट माना जाता है, ने हमले की जिम्मेदारी ली। शुरुआती जांच से पता चलता है कि हमलावर जम्मू के किश्तवाड़ से घुसपैठ कर कोकरनाग के रास्ते बैसरन पहुंचे।
बैसरन घाटी, जो पैदल या खच्चरों से ही पहुँची जा सकती है, पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। हमले के समय वहाँ सैकड़ों पर्यटक ट्रैकिंग और घुड़सवारी का आनंद ले रहे थे। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है।
Pahalgam Terror Attack 2025: मृतकों और घायलों की पूरी डिटेल्स।
हमले में कुल 26 लोगों की मौत हुई, जिनमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय टूर ऑपरेटर शामिल थे। मृतकों में दो विदेशी नागरिक (भारतीय मूल के), भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, और एक इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) अधिकारी मनीष रंजन शामिल हैं। लेफ्टिनेंट नरवाल अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर पहलगाम आए थे। उनकी पत्नी सुरक्षित बचीं।
मृतकों में कर्नाटक के कारोबारी मंजूनाथ, ओडिशा के प्रशांत, और महाराष्ट्र के छह पर्यटक भी शामिल हैं। एक चश्मदीद, मंजूनाथ की पत्नी, ने बताया कि आतंकियों ने उनसे कहा, “तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो।”
20 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें छह की हालत गंभीर है। घायलों को अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज और श्रीनगर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। एक घायल महिला, जिनके पति की मौत हुई, ने बताया कि उन्होंने जान बचाने के लिए पहाड़ी से छलांग लगाई, जिससे उनके दोनों पैरों में फ्रैक्चर हो गया।
Pahalgam Terror Attack 2025: भारत सरकार का रुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो सऊदी अरब की यात्रा पर थे, ने हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “आतंकियों का नापाक मंसूबा कभी कामयाब नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है।” पीएम ने अपनी यात्रा छोटी कर दिल्ली लौटने का फैसला किया और गृह मंत्री अमित शाह को श्रीनगर भेजा।
गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर में राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की। शाह ने X पर लिखा, “इस घृणित आतंकी कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने दिल्ली में CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की आपात बैठक भी बुलाई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हमले को “निर्दयी और अक्षम्य” बताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “पहलगाम पर्यटन का गहना है, और इसे डर का पर्याय नहीं बनने देंगे।”
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाएगा। घर में घुसकर मारेंगे।” जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष सत शर्मा ने इसे “पाकिस्तान की साजिश” बताया।
Pahalgam Terror Attack 2025: विपक्ष के बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने X पर लिखा, “पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में पर्यटकों के मारे जाने की खबर दिल दहलाने वाली है। आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।”
प्रियंका गांधी ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।” PDP नेता महबूबा मुफ्ती ने X पर लिखा, “पहलगाम में मेहमानों पर हमला अस्वीकार्य है। मैं सभी कश्मीरियों से बंद का समर्थन करने की अपील करती हूँ।”
पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा, “पाकिस्तान और उसकी फौज इन घटनाओं के पीछे है।” टीएमसी नेता कुणाल घोष ने खुफिया तंत्र की विफलता पर सवाल उठाए और निष्पक्ष जांच की मांग की।
Pahalgam Terror Attack 2025: अंतरराष्ट्रीय नेताओं की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “पहलगाम का आतंकी हमला चिंताजनक है। हम भारत के साथ हैं।” उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने शोक व्यक्त किया।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने कहा, “हम हिंसा और आतंकवाद के सभी रूपों को अस्वीकार करते हैं।” गुयाना के राष्ट्रपति इरफ़ान अली ने X पर लिखा, “कश्मीर में हुए आतंकी हमले से दुख हुआ।” यूक्रेन दूतावास ने चिंता जताई।
इजरायल, अर्जेंटीना, और सिंगापुर के राजदूतों ने हमले की निंदा की। श्रीलंका ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता जताई और क्षेत्रीय शांति की प्रतिबद्धता दोहराई।
पहलगाम आतंकी हमले पर विदेशी मीडिया की प्रतिक्रियाएँ
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई, ने वैश्विक मीडिया का ध्यान खींचा है। विभिन्न देशों के प्रमुख अखबारों और मीडिया संस्थानों ने इस घटना की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता दिखाई। यहाँ प्रमुख विदेशी मीडिया की प्रतिक्रियाएँ:
1. अमेरिकी मीडिया
- न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस हमले को “कश्मीर में वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला” बताया और इसकी पृष्ठभूमि में भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद को उजागर किया। अखबार ने बताया कि यह हमला “मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहे जाने वाले बैसरन घाटी में हुआ, जो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
- एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने ज़ोर देकर कहा कि यह हमला “आम नागरिकों को निशाना बनाने वाली नई रणनीति” का संकेत देता है। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने पर्यटकों से धर्म पूछकर उन पर गोलीबारी की।
- व्हाइट हाउस ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ फोन पर बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि “अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है”।
पाकिस्तानी मीडिया
पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी अखबार डॉन और द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने हमले की निंदा की, लेकिन साथ ही कश्मीर मुद्दे पर भारत की नीतियों को चुनौती दी। उन्होंने दावा किया कि “कश्मीर में असंतोष भारत के दमनकारी शासन का परिणाम है”।
Pahalgam Terror Attack 2025: पड़ोसी देशों की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान को छोड़कर, अधिकांश पड़ोसी देशों—अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका—ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। श्रीलंका ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई। क्षेत्रीय चिंता व्यक्त की गई, क्योंकि यह हमला दक्षिण एशिया में सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है।
Pahalgam Terror Attack 2025: पाकिस्तान का रुख
पाकिस्तान ने हमले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया, जिसे भारत में संदिग्ध माना जा रहा है। TRF, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है, ने हमले की जिम्मेदारी ली। खुफिया सूत्रों के अनुसार, हमले की रेकी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने करवाई थी, और आतंकियों को विशेष प्रशिक्षण और हथियार प्रदान किए।
पाकिस्तानी विशेषज्ञों ने कहा, “अगर हमले में कनेक्शन निकला, तो भारत जवाब देगा।” गुलाम नबी आजाद और बीजेपी नेताओं ने पाकिस्तानी सेना और ISI पर हमले का आरोप लगाया।
हमले के बाद की कार्रवाई
सुरक्षाबलों ने बैसरन घाटी में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। CRPF, सेना की विक्टर फोर्स, और QAT आतंकियों की तलाश में जुटी हैं। क्षेत्र को सील कर दिया गया है, और पर्यटकों को निकालने के लिए एयर इंडिया और इंडिगो ने श्रीनगर से अतिरिक्त उड़ानें शुरू कीं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम 23 अप्रैल को जांच के लिए पहलगाम पहुँची। जम्मू में चैंबर एंड बार एसोसिएशन ने बंद का आह्वान किया। स्थानीय लोग सड़कों पर उतरे और कैंडल मार्च निकाला।
विश्लेषण: कश्मीर और भारत के लिए प्रभाव
पहलगाम हमला कश्मीर के पर्यटन उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब राज्य में पर्यटन चरम पर है और अमरनाथ यात्रा नजदीक है। पहलगाम अमरनाथ यात्रा का प्रमुख बेस कैंप है, जिससे सुरक्षा चिंताएँ बढ़ गई हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला कश्मीर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को नुकसान पहुँचाने की साजिश का हिस्सा है। रक्षा विशेषज्ञों ने खुफिया तंत्र की विफलता पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि हमलावरों ने रेकी कर हमले को अंजाम दिया।
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है। पाकिस्तान की चुप्पी और TRF की जिम्मेदारी ने तनाव बढ़ा दिया है। यदि जांच में पाकिस्तान का कनेक्शन साबित हुआ, तो भारत सैन्य या कूटनीतिक जवाब दे सकता है।
[Live Update] Pahalgam Terror Attack 2025: भारत के इन पांच फैसलों के बाद पाकिस्तान में आ सकती है मंदी। आगे पढ़े आखिर भारत ने ऐसा कौन सा कदम उठाया?
CCS के 5 बड़े फैसले
- सिंधु जल समझौता स्थगित: 1960 के समझौते के तहत पाकिस्तान को जाने वाले 20% पानी पर पूर्ण अधिकार।
- अटारी चेक पोस्ट बंद: 1 मई से पाकिस्तानी नागरिकों की आवाजाही और छोटे व्यापार प्रतिबंधित।
- वीजा सेवाएं रद्द: SAARC वीजा छूट सहित सभी श्रेणियों पर रोक।
- रक्षा सलाहकार वापस बुलाए: दोनों देशों के दूतावासों से मिलिट्री एडवाइजर्स हटाए गए।
- डिप्लोमैटिक स्टाफ कम: पाकिस्तानी हाई कमीशन के कर्मचारी 55 से घटाकर 30 किए गए।
पहलगाम आतंकी हमला के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कठोर कदम उठाया है, दरअसल भारत ने चौबीस घंटे के भीतर पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का फरमान जारी कर दिया है। बता दे,सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों के पानी पर रोक से पाकिस्तान की 80% कृषि और बिजली उत्पादन प्रभावित होगा। अटारी बॉर्डर बंद होने से छोटे व्यापारियों को भारी नुकसान। जिस कारण पाकिस्तान में मंदी के संकट मंडराने लगे है।
2025 की सबसे दुःखद घटना।
पहलगाम आतंकी हमला 2025 एक दुखद घटना है, जिसने न केवल भारत बल्कि वैश्विक समुदाय को प्रभावित किया है। यह हमला आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और ठोस कदमों की आवश्यकता को रेखांकित करता है। भारत सरकार, विपक्ष, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षा है कि वे इस चुनौती का सामना करें और कश्मीर में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करें। Smart Khabari इस मुद्दे पर ताज़ा अपडेट लाता रहेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
पहलगाम आतंकी हमला कब और कहाँ हुआ?
पहलगाम आतंकी हमला 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले की बैसरन घाटी में हुआ।
हमले में कितने लोग मारे गए?
हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय टूर ऑपरेटर शामिल थे।
भारत सरकार और विपक्ष ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकियों को कड़ा जवाब देने का वादा किया, जबकि राहुल गांधी और महबूबा मुफ्ती ने हमले की निंदा की और एकजुटता की बात कही।
खरी खोटी: पहलगाम आतंकी हमला: विदेशी मीडिया और भारतीय लोगो की प्रतिक्रियाएं
पाकिस्तान की क्या भूमिका थी?
पाकिस्तान ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन खुफिया सूत्रों ने दावा किया कि हमले की रेकी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने करवाई थी।