Burhanpur Gold Coins News: मध्य प्रदेश के असीरगढ़ किले के पास ग्रामीण रातभर सोने के सिक्कों की खोज में खुदाई कर रहे हैं। आधी रात के बाद हुई खुदाई के बाद खेतो में जगह-जगह गड्ढे हो गए है। जानिए इस वायरल मामले की सच्चाई और प्रशासन की प्रतिक्रिया।
असीरगढ़ किले के पास Treasure Hunt! सोने के सिक्कों की अफवाह से मचा हड़कंप

बुरहानपुर (Burhanpur, MP): मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में इन दिनों एक अनोखी अफवाह (Rumor) लोगों को रातों-रात खजाना खोजने (Treasure Hunt) पर मजबूर कर रही है। असीरगढ़ किले (Asirgarh Fort) के पास खेतों में सैकड़ों ग्रामीण रातभर टॉर्च (Torch) लेकर खुदाई (Digging) कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है।
खजाने की अफवाह कैसे फैली?
बुरहानपुर जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित असीरगढ़ किला, एक ऐतिहासिक धरोहर (Historical Monument) है। कुछ दिन पहले यहां यह अफवाह फैली कि खेतों में मुगलकालीन (Mughal Era) सोने के सिक्के (Gold Coins) गड़े हुए हैं। यह सुनते ही लोग खेतों में खुदाई करने (Excavation) पहुंच गए।
मूवी ‘छावा’ से कनेक्शन?
माना जा रहा है कि विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ (Chhava Movie) के बाद इस अफवाह ने तूल पकड़ा। फिल्म में दिखाया गया है कि मुगलों ने मराठों से लूटे गए खजाने (Looted Treasure) को असीरगढ़ किले में गाड़ दिया था। इस कहानी से प्रेरित होकर स्थानीय ग्रामीणों ने खुदाई शुरू कर दी।
सोने के सिक्कों को लेकर ग्रामीणों का दावा: सिक्के मिल रहे हैं!
असीरगढ़ निवासी वसीम खान के मुताबिक, “हारून शेख के खेत में सोने के सिक्के (Gold Coins) मिल रहे हैं। शाम 7 बजे से लोग खेतों में जुट जाते हैं और रात 3 बजे तक खुदाई करते हैं।”
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सैकड़ों लोग मोबाइल टॉर्च और फावड़े (Shovels) लेकर खेतों में गड्ढे खोदते दिख रहे हैं। हालांकि, अब तक किसी के पास किसी भी सिक्के (Coin) का ठोस प्रमाण नहीं है।
पुलिस की कार्रवाई, लेकिन लोग लापता!
वायरल वीडियो के बाद निंबोला थाना (Nimbola Police Station) की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन वहां लोगों की भीड़ नदारद थी। हालांकि, जगह-जगह खुदे हुए गड्ढे मिले, जिससे साफ जाहिर होता है कि रात के अंधेरे में खुदाई जारी थी।
क्या वाकई यहां कोई खजाना है?
इतिहासकारों का मानना है कि असीरगढ़ किला एक रणनीतिक किला (Strategic Fort) था, जहां से मुगलों और मराठों ने कई युद्ध लड़े। लेकिन अब तक यहां किसी खजाने के अस्तित्व का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड (Official Record) नहीं है।
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कुछ लोग इसे आस्था (Superstition) और अंधविश्वास (Blind Faith) से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे आकस्मिक खोज (Accidental Discovery) का मौका मान रहे हैं।
की-पॉइंट
विक्की कौशल की फ़िल्म Chhava आई, इस फ़िल्म में दिखाया गया कि, मुगलों ने मराठों से सोने के सिक्के और खजाना लूटकर असीरगढ़ किले में कहीं गाड़ दिया था। हाल में रिलीज हुई इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा रखा है। इसकी पॉपुलैरिटी के कारण लोग जब इस मूवी को देखे तो सोने के सिक्के के तलाश में जुट गए।
जिसका नतीजा है कि अब असीरगढ़ किले के आसपास के खेतों में लोग भारी संख्या में रात में टॉर्च से खुदाई कर रहे हैं ताकि उन्हें भी सोने के सिक्के में मिल जाए।
असीरगढ़ किले का रहस्य।
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर असीरगढ़ किला मौजूद है। सतपुरा पहाड़ियों के के शीर्ष पर स्थित असीरगढ़ किले के बारे में कहा जाता है कि यह अजेय किला है।
मध्य प्रदेश की ऑफिशियल वेबसाइट पर लिखे लेख के अनुसार पुराने समय मे इस किले को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता था क्योंकि कुछ इतिहासकार ने इसे “डेक्कन की चाबी” नाम से संबोधित किया था। कुछ लेखक ने कहा कि इस किले पर विजय प्राप्त करना, दक्षिणी क्षेत्र या खानदेश पर कब्जा करने के तरीके अधिक आसान हो जाते हैं।
इस किले के अंदर एक मस्जिद, भगवान शिव मंदिर और एक महल है। रिपोर्ट्स के अनुसार यह किला 3 भागों में विकसित किया गया है। जिसमे हर एक भाग का अपना एक यूनिक नाम है।
जिसमे पहले भाग को “असिर्गगढ़” कहा जाता है जबकि दूसरे भाग को “कमगरगढ़” और त्रिभुज भाग “मलयगढ़” कहा जाता है |
अंधविश्वास या लालच!
असीरगढ़ किले के पास रातभर खुदाई करने वाले क्या सच में किसी ऐतिहासिक खजाने की तलाश कर रहे हैं, या यह सिर्फ एक अफवाह (Hoax) है? प्रशासन को चाहिए कि सख्ती से ऐसी गतिविधियों को रोके, ताकि ऐतिहासिक स्थलों (Heritage Sites) को नुकसान न पहुंचे।
आप इस बारे में क्या सोचते हैं? क्या यह अंधविश्वास है या लोगों की बेबुनियाद लालसा? कमेंट में अपनी राय बताएं!