बिहार के गोपालगंज जिले में एक पुराना जमीनी झगड़ा खूनी मोड़ ले आया। शुक्रवार देर शाम बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बनकट गांव में चाकूबाजी की इस वारदात ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
जमीनी विवाद को लेकर गोपालगंज हत्या: क्या हुआ था शाम को?
जमीनी विवाद को लेकर गोपालगंज हत्या की यह घटना बनकट गांव के भगवान तिवारी और उनके पड़ोसियों के बीच लंबे समय से चले आ रहे टकराव का नतीजा बताई जा रही है। करीब पांच कट्ठा की विवादित जमीन को लेकर दोनों पक्षों में तनाव चरम पर था। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी पक्ष ने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के दम पर जमीन की रजिस्ट्री करा ली थी, जिससे विवाद और भड़क गया। शुक्रवार शाम जब भगवान तिवारी ने इस पर सवाल उठाए, तो बातचीत झगड़े में बदल गई। देखते ही देखते हमलावर घर में घुस आए और चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इस चाकूबाजी में भगवान तिवारी के बेटे रवि की पत्नी रिंकू तिवारी (25) को कई घाव लगे, जो मौके पर ही दम तोड़ बैठी। वहीं, बुजुर्ग भगवान तिवारी भी गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने किसी तरह दोनों को बैकुंठपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने रिंकू को मृत घोषित कर दिया। भगवान तिवारी को प्राथमिक उपचार के बाद गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रेफर कर दिया गया, जहां उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है। परिवार वाले बताते हैं कि यह सब जमीन की लालच का नतीजा है, जो अब खून से सन गया।
पुराना संपत्ति विवाद: फर्जी कागजातों का खेल?
बनकट गांव में यह जमीनी विवाद कोई नई बात नहीं। स्थानीय लोग बताते हैं कि भगवान तिवारी का परिवार सालों से इस जमीन पर खेती करता आ रहा था। लेकिन पड़ोसी पक्ष ने कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फर्जी पेपर तैयार कर रजिस्ट्री करा ली। तहसील के रिकॉर्ड में भी कुछ गड़बड़ी की शिकायतें पुरानी हैं। शुक्रवार की यह चाकूबाजी योजनाबद्ध लग रही है, क्योंकि हमलावर सीधे घर में घुसकर वार किए। परिजनों का आरोप है कि आरोपी पक्ष ने पहले से ही साजिश रच रखी थी, ताकि विवाद का अंत हो जाए। पुलिस को मौके से खून से सने चाकू और कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच चल रही है।
पुलिस कार्रवाई: छापेमारी तेज, गांव में तनाव
घटना की खबर मिलते ही बैकुंठपुर थाना प्रभारी सुभाष कुमार अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। मृतका रिंकू तिवारी का शव पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। प्रारंभिक जांच में हमलावरों की पहचान हो चुकी है, जो उसी गांव के ही बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपी पक्ष के खिलाफ हत्या और मारपीट के धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। छापेमारी अभियान तेज कर दिया गया है, और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गांव में तनाव को भांपते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है, ताकि कोई उपद्रव न हो। स्थानीय प्रशासन ने भी संपत्ति विवाद सुलझाने के लिए राजस्व टीम को अलर्ट कर दिया है।
यह गोपालगंज की जमीनी विवाद को लेकर गोपालगंज हत्या जैसी घटनाएं बिहार के ग्रामीण इलाकों में बढ़ती जा रही हैं। अपडेट्स के लिए बने रहें, क्योंकि पुलिस की अगली कार्रवाई पर नजर टिकी है।