देवरिया (उत्तर प्रदेश), 18 अक्टूबर: एक अंजान खेत में पड़ा युवती का शव और चारों तरफ फैला सन्नाटा। इस रहस्य को सुलझाने के लिए पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं था, लेकिन भटनी थाना पुलिस ने अपनी सूझबूझ और डिजिटल सबूतों के जरिए मात्र 24 घंटे के भीतर इस देवरिया हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। जांच में सामने आया कि मृतका के प्रेमी ने उसे खेत में बुलाकर गला दबा कर जान ले ली थी।
कैसे मिला शव, क्या थी पुलिस की पहली कार्रवाई?
गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025 की शाम जब हदीश अंसारी नामक शख्स ने भटनी थाने में अपनी पुत्री गुड़िया खातून के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि उनकी बेटी घर से निकली थी लेकिन लौटकर नहीं आई। खोजबीन के दौरान गांव मोतीपुर टिकैत गांव के पास स्थित एक धान के खेत से युवती का शव मिला।
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका की पहचान खामपार थाना क्षेत्र के धर्मखोर दूबे गांव निवासी हदीस अंसारी की 18 साल की बेटी गुड़िया खातून के रूप में हुई।
सीमा विवाद में 3 घंटे हुए बर्बाद
सूचना मिलते ही खामपार थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि, जल्द ही एक नया विवाद खड़ा हो गया। पता चला कि शव वास्तव में भटनी थाना क्षेत्र में मिला है। इसके बाद दोनों थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन यह तय करने में तीन घंटे का कीमती वक्त बर्बाद हो गया कि मामला किसके अधिकार क्षेत्र में आता है। इस पूरे समय में शव खेत में ही पड़ा रहा। आखिरकार, सीओ भाटपाररानी अंशुमन श्रीवास्तव के मौके पर पहुंचने के बाद सीमा विवाद का समाधान हुआ और जांच की जिम्मेदारी भटनी पुलिस को सौंपी गई।
भटनी पुलिस ने शव को कानूनी कार्रवाई के लिए कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती नजरिए में ही यह मामला हत्या का लग रहा था। पुलिस ने गांव वालों और परिवार के लोगों से पूछताछ शुरू की, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा।
मोबाइल की कॉल डिटेल ने पलट दिया पूरा मामला
जब सामान्य तरीकों से कोई खास सफलता नहीं मिली, तो विवेचना अधिकारी ने मृतका के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स (सीडीआर) का विश्लेषण करना शुरू किया। यहीं से बेरहमी पूर्वक गला दबा कर की गई इस हत्या को सुलझाने की दिशा मिल गई। कॉल डिटेल्स से पता चला कि मृतका का गांव के ही एक युवक रोहित कुशवाहा से लंबे समय से लगातार संपर्क बना हुआ था।
“गुड़िया का गांव के रोहित कुशवाहा से अफेयर चल रहा था और परिवार वालों को इस रिश्ते की भनक लग चुकी थी। करीब दो महीने पहले गांव वालों ने दोनों को एक साथ पकड़ा था। इस घटना के बाद गुड़िया के परिजनों ने उसकी पढ़ाई छुड़वा दी थी और उस पर पाबंदियां लगा दी थीं। हैरानी की बात यह है कि हत्या से एक दिन पहले ही, सोमवार को गुड़िया घांटी बाजार गई थी, जहां उसकी मुलाकात उसके प्रेमी रोहित से हुई थी और गांव वालों ने उन्हें साथ देखा था।” – ग्राउंड रिपोर्ट
पुलिस के जांच दल ने इस बात पर गौर किया कि हाल ही में दोनों के बीच बातचीत की आवृत्ति और प्रकृति में बदलाव आया था, जो किसी मनमुटाव का संकेत दे रहा था। इस आधार पर रोहित पर शक किया गया और उसे गिरफ्तार करने की कार्रवाई पुलिस ने तेज कर दी।
कैसे हुई आरोपी की गिरफ्तारी?
शुक्रवार को एक मुखबिर की सूचना पर पुलिस को आरोपी के ठिकाने का पता चला। भटनी पुलिस ने खैराट पुल के पास से रोहित कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से कुछ आपत्तिजनक सामान और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। बरामद मोबाइल के डेटा और मृतका के मोबाइल के बीच के संपर्कों ने आरोपी की संलिप्तता को पुख्ता कर दिया।
पूछताछ में खुली गला दबा कर की गई हत्या की वजह
आरोपी रोहित कुशवाहा से पूछताछ में पता चला कि उसका मृतका से प्रेम संबंध था। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से दोनों के बीच किसी बात को लेकर तनाव और विवाद चल रहा था। पुलिस के अनुसार गुड़िया शादी के लिए रोहित पर प्रेशर डाल रही थी। इसी को लेकर रोहित ने मृतका को गांव के बाहर सुनसान खेत में बुलाया। वहां जाने के बाद बातचीत के दौरान विवाद और बढ़ गया और गुस्से में आकर रोहित ने युवती का गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। शव को वहीं छोड़कर वह फरार हो गया।
कौन है आरोपी रोहित कुशवाहा
युवती की गला दबा कर की गई हत्या का आरोपी रोहित कुशवाहा उम्र लगभग 22 वर्ष, पिता विजय बहादुर कुशवाहा, निवासी ग्राम धर्मखोर दूबे, थाना खामपार, जनपद देवरिया का रहने वाला है। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने अपराध को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
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भटनी थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि बरामद सामान और डिजिटल सबूतों के आधार पर अदालत में मजबूत केस तैयार किया जा रहा है ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।