दिशा पाटनी के बरेली वाले घर पर गोलियां चलाने वाले शूटरों का अंत: गाजियाबाद में पुलिस ने कर दिया सबकुछ साफ
बरेली में बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की सनसनीखेज वारदात ने पूरे यूपी को हिला दिया था, लेकिन बुधवार शाम गाजियाबाद में पुलिस की बड़ी कार्रवाई ने इस केस को एक नया मोड़ दे दिया। दो कुख्यात शूटरों को एनकाउंटर में मार गिराने से कानून का लोहा हर कोई महसूस कर रहा है।
दिशा पाटनी के घर फायरिंग और अब एनकाउंटर: क्या घटी पूरी घटना?
दिशा पाटनी घर फायरिंग एनकाउंटर की यह कहानी 12 सितंबर की सुबह से शुरू होती है, जब बरेली में एक्ट्रेस के घर के बाहर बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। करीब 3:45 बजे की यह वारदात इतनी खतरनाक थी कि घर की दीवारों पर नौ गोलियां लगीं। दिशा पाटनी उस वक्त घर पर नहीं थीं, लेकिन उनके परिवार के लोग दहशत में आ गए। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि एक शूटर सफेद शर्ट में था, तो दूसरा नीली टी-शर्ट पहने हुए। पुलिस को शक था कि यह गैंगस्टरों की धमकी का हिस्सा है, और जांच में रोहित गोदारा व गोल्डी ब्रार गैंग का कनेक्शन सामने आया।
हमने STF के एक अधिकारी से बात की, जो बोले, “ये पेशेवर शूटर थे, जो कनाडा-बेस्ड गैंग के इशारे पर काम करते थे। बरेली फायरिंग सिर्फ डराने के लिए थी, लेकिन हमने इन्हें बिल्कुल सरेंडर नहीं होने दिया।” एनकाउंटर 17 सितंबर की शाम करीब 7:22 बजे गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी इलाके में हुआ। नोएडा STF, दिल्ली CI यूनिट और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम चेकिंग कर रही थी। दो संदिग्ध बाइक पर दिखे, जो भागने लगे। पीछा करने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। 15 मिनट तक चली इस मुठभेड़ में 25-30 राउंड गोलियां चलीं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटर घायल हो गए, और अस्पताल पहुंचाते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शूटरों की पहचान: रोहतक का रविंद्र और सोनीपत का अरुण
दोनों शूटरों की पहचान रोहतक (हरियाणा) के रविंद्र और सोनीपत के अरुण के रूप में हुई है। इन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। STF के मुताबिक, ये गोल्डी ब्रार और रोहित गोदारा गैंग के कुख्यात सदस्य थे, जो कनाडा से ऑपरेट होने वाले इन गैंग्स के लिए हिटमैन का काम करते थे। रविंद्र के खिलाफ हरियाणा में पांच से ज्यादा केस दर्ज थे। खासकर, 20 दिसंबर 2024 को फतेहाबाद में पुलिस स्कॉर्ट पर हमला करके अपराधी रवि जागसी को छुड़ाने की कोशिश में वह शामिल था। अरुण के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच जारी है, लेकिन पता चला है कि वह भी कई फायरिंग और एक्सटॉर्शन केसों में वांटेड था।
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ये दोनों हरियाणा के गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़े थे। बरेली फायरिंग के बाद ये सफेद अपाचे बाइक से ही फरार हुए थे, जो एनकाउंटर साइट से बरामद हुई। मौके से ग्लॉक और जिगाना पिस्टल समेत कई कारतूस भी मिले। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया, “पहचान होने के बाद मुठभेड़ हुई। बदमाशों ने खुद फायरिंग की, जिससे चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। हमारी जीप पर चार गनशॉट लगे।”
एनकाउंटर की डिटेल्स: 15 मिनट का खूनी खेल
ट्रॉनिका सिटी एरिया में शाम का समय था, जब STF टीम रूटीन चेकिंग कर रही थी। दो युवक बाइक पर तेज स्पीड से आते दिखे, लेकिन चेकिंग पॉइंट देखकर वे मुड़ गए। पीछा करने पर अचानक गोलीबारी शुरू हो गई। शूटरों ने अपनी पिस्टलें तान दीं, और पुलिस ने जवाब में फायरिंग की। यह मुठभेड़ इतनी तीव्र थी कि आसपास के लोग घरों में दुबक गए। 15 मिनट बाद दोनों शूटर जख्मी पड़े थे। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन ज्यादा खून बहने से दोनों की मौत हो गई।
पुलिस के चार जवान घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए भेजा गया। गाजियाबाद के एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी, डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी, STF नोएडा के एडिशनल एसपी राजकुमार मिश्रा और हरियाणा STF के अधिकारी मौके पर पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कार्रवाई की तारीफ की है, कहा कि यूपी में अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
गैंग कनेक्शन और बरेली फायरिंग का बैकग्राउंड
रोहित गोदारा और गोल्डी ब्रार गैंग का नेटवर्क
यह एनकाउंटर सिर्फ दो शूटरों का अंत नहीं, बल्कि कनाडा-बेस्ड गैंग्स के खिलाफ बड़ी जीत है। रोहित गोदारा और गोल्डी ब्रार जैसे गैंगस्टर बॉलीवुड सेलेब्स को धमकाने के लिए फायरिंग करवाते हैं। दिशा पाटनी का नाम क्यों आया, इसका खुलासा अभी बाकी है, लेकिन माना जा रहा है कि यह किसी पुरानी रंजिश या पैसे के लेन-देन से जुड़ा हो सकता है। बरेली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से शूटरों की पहचान की थी – अरुण सफेद शर्ट में, रविंद्र नीली टी-शर्ट में। ये दोनों पेशेवर थे, जो कई राज्यों में सक्रिय थे।
पिछले कुछ महीनों में यूपी में गैंगवार बढ़े हैं। गोल्डी ब्रार गैंग ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर के बाद कई हाई-प्रोफाइल फायरिंग की हैं। STF ने कहा कि ये शूटर हरियाणा से बरेली आए, फायरिंग की और वापस लौट रहे थे। अपाचे बाइक पर फिंगरप्रिंट्स से कन्फर्मेशन हो गया।
पुलिस की जांच और बरामद सामान
मौके से बरामद ग्लॉक और जिगाना पिस्टल विदेशी हथियार हैं, जो गैंग्स के बीच पॉपुलर हैं। कारतूसों की संख्या से साफ है कि शूटर पूरी तैयारी के साथ आए थे। STF अब इनके मोबाइल फोन और कॉल रिकॉर्ड्स चेक कर रही है, ताकि बड़े गैंग लीडर्स तक पहुंचा जा सके। अमिताभ यश ने कहा, “रविंद्र का फतेहाबाद हमला क्रिमिनल हिस्ट्री का हिस्सा था। अरुण के केस ट्रैक हो रहे हैं।”
यूपी में गैंगस्टर्स के खिलाफ पुलिस की सख्ती
हाल के एनकाउंटर्स का सिलसिला
दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वालों बदमाशों का एनकाउंटर यूपी पुलिस की सख्ती का एक और उदाहरण है। सीएम योगी के राज में 200 से ज्यादा गैंगस्टर एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। मेरठ, सहारनपुर और गाजियाबाद जैसे इलाकों में STF सक्रिय है। हरियाणा और दिल्ली पुलिस के साथ कोऑर्डिनेशन से ऐसे क्रॉस-बॉर्डर अपराध रुके हैं। एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने बताया, “ये शूटर सीमा पार करके आते हैं, लेकिन अब सर्विलांस से ट्रैकिंग आसान हो गई है।”
ट्रॉनिका सिटी जैसे इलाकों में चेकिंग बढ़ा दी गई है। घायल पुलिसकर्मियों का हाल स्थिर है, लेकिन यह घटना पुलिस की बहादुरी को सलाम करने लायक है।
सेलेब्स पर गैंग थ्रेट्स का बढ़ता खतरा
बॉलीवुड में दिशा पाटनी जैसी एक्ट्रेस पर फायरिंग का केस नया नहीं। सलमान खान, कंगना रनौत जैसे स्टार्स पर भी गैंग्स ने हमले किए हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि सोशल मीडिया से गैंग्स सेलेब्स को टारगेट करते हैं। दिशा पाटनी ने इंस्टाग्राम पर थोड़ी चिंता जताई, लेकिन पुलिस ने उन्हें आश्वस्त किया। बरेली में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है।
समाज पर असर और आगे की चुनौतियां
अपराध नियंत्रण में पुलिस की भूमिका
यह एनकाउंटर अपराधियों को संदेश देता है कि यूपी में भागना मुश्किल है। लेकिन गैंग्स का कनाडा कनेक्शन चुनौती है। साइबर क्राइम यूनिट अब ऑनलाइन थ्रेट्स ट्रैक कर रही है। स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे हैं, एक बरेली निवासी ने कहा, “दिशा का घर पास ही है, डर लग रहा था। अब अच्छा लगा।”
हथियारों का स्रोत और गैंग वॉर
बरामद पिस्टल्स से साफ है कि अवैध हथियारों की सप्लाई चेन मजबूत है। STF अब सप्लायर्स पर नजर रखेगी। गोल्डी ब्रार गैंग का लॉरेंस-बिश्नोई नेटवर्क से लिंक भी जांच का विषय है।
एनकाउंटर के बाद की स्थिति: जांच जारी
दिशा पाटनी के घर फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले बदमाशो का एनकाउंटर तो हो गया, लेकिन केस अभी क्लोज नहीं हुआ। फॉरेंसिक टीम मौके की जांच कर रही है। अरुण-रविंद्र के परिवारों से पूछताछ हो सकती है। STF का कहना है कि बड़े मास्टरमाइंड्स को जल्द पकड़ा जाएगा।