देवरिया: जनपद के एकौना थाना क्षेत्र के दोआबा में स्थित करहकोल-तिघरा खैरवा मार्ग की बदहाल स्थिति ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। इस पूरे मार्ग की सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है और कहीं-कहीं इतने बड़े और गहरे गड्ढे बन गए हैं कि थोड़ी सी भी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। यह मार्ग राप्ती नदी के किनारे बना हुआ है और इसके एक तरफ नदी है तो दूसरी तरफ खाई, जिससे खतरा और भी बढ़ गया है।
🚧 ग्रामीणों के लिए बनी मुसीबत | करहकोल-तिघरा खैरवा मार्ग
यह मार्ग स्थानीय लोगों के लिए न सिर्फ गांवों को जोड़ता है बल्कि इसी रास्ते से वे पड़ोसी जिला गोरखपुर भी जाते हैं। इतना महत्वपूर्ण होने के बावजूद इसकी हालत अत्यंत दयनीय है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें अपनी ही सड़क पर चलने के लिए जान हथेली पर रखकर चलना पड़ता है।
💬 ग्रामीणों ने जताई परेशानी | करहकोल-तिघरा खैरवा मार्ग
इस मामले पर जब ग्रामीणों से बात की गई तो करहकोल गांव के संजय चौधरी ने बताया, “यह मार्ग हमेशा से उपेक्षा का शिकार रहा है। हर दो-चार साल बाद इसका निर्माण होता है, लेकिन भारी वाहनों के चलने के कारण कुछ ही दिनों में यह टूट जाता है।”
वहीं, करहकोल गांव के ही रहने वाले संदीप चौधरी ने एक Permanent Solution की मांग करते हुए कहा, “अगर ठोस निर्माण कार्य कराया जाए तो यह सड़क नहीं टूटेगी। हमें बार-बार मरम्मत के लिए नहीं, एक मजबूत सड़क के लिए सरकार से गुहार है।”
🏛️ प्रशासन तक पहुंचा मामला?
करहकोल के ग्राम प्रधान अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि इस समस्या से केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान, क्षेत्रीय विधायक जयप्रकाश निषाद, एमएलसी धर्मेंद्र सिंह को अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने कहा, “संबंधित अधिकारियों को भी इस मार्ग की बदहाली के बारे में बताया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इस ओर ध्यान दिया जाएगा।”
🚗 लोगों को तय करनी पड़ रही लंबी दूरी
तिघरा खैरवा के रहने वाले संतोष यादव ने बताया कि सड़क की हालत इतनी खराब है कि अब लोग गोरखपुर जाने के लिए लंबा चक्कर लगाकर दूसरे रास्ते से जा रहे हैं, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है।
❓ आखिर कब होगा समाधान?
ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन तुरंत इस मार्ग की ओर ध्यान दे और ठोस और टिकाऊ निर्माण कराए, ताकि उन्हें हर कुछ साल बाद इस समस्या का सामना न करना पड़े। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क मरम्मत का काम नहीं शुरू हुआ, तो वे बड़ा प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
“रुद्रपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र से 2 एमएलसी है तथा एक विधायक व एक केंद्रीय मंत्री है जो इसी क्षेत्र से चुने गए है इनकी गाड़ियां भी इस मार्ग से कभी-कभार गुजरती है और हिचखोले खाते हुए निकल जाती है लेकिन दुःख की बात है कि चारों माननीय इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नही दे रहे है।” – हरेंद्र सिंह त्यागी, जिला उपाध्यक्ष समाजवादी पार्टी
नोट: यह रिपोर्ट जमीनी हकीकत और स्थानीय निवासियों के बयानों पर आधारित है। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।