Credit Score kitna Hona Chahiye | आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के 7+ पावरफुल तरीके बताने जा रहे है। इसके साथ ही हम Credit Score के बारे में कई अन्य तथ्य भी जानेगे, जैसे –
- लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए।?
- Credit Score क्यों और कैसे प्रभावित होता है?
- Credit Score कम होने पर क्या नुकसान होता है?
- अपने क्रेडिट स्कोर को कैसे बढ़ाए?
- क्रेडिट स्कोर फ्री में घर बैठे कैसे चेक करें?
- क्रेडिट स्कोर और सिबिल स्कोर में क्या अंतर है?
तो आइए शुरुआत करते है और सबसे पहले यह जानते है कि यह क्रेडिट स्कोर कौन सी बला है। उसके बाद सिबिल स्कोर के बारे में भी आगे इसी आर्टिकल में जानेगे।
Credit Score क्या होता है?
क्रेडिट स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है, जो आपकी क्रेडिटवर्थिनेस (Creditworthiness) यानी साख/योग्यता को दर्शाती है। यह स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, पेमेंट बिहेवियर, और अन्य वित्तीय कारकों पर डिपेंड करता है। आमतौर पर, क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। अब आगे जानते है कि, Credit Score kitna Hona Chahiye
क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए?
क्रेडिट स्कोर को आमतौर पर निम्नलिखित श्रेणियों में बांटा गया है। जो इस प्रकार है:
क्रेडिट स्कोर रेंज | स्थिति |
---|---|
300 – 579 | बहुत खराब |
580 – 669 | औसत |
670 – 739 | अच्छा |
740 – 799 | बहुत अच्छा |
800 – 900 | उत्कृष्ट |
यदि आप लोन या क्रेडिट कार्ड (Credit card) अप्लाई करना चाहते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर कम से कम 700 या उससे ऊपर होना चाहिए।
अगर इससे ऊपर यानी 700+ होगा तो ब्याज दर और अधिक क्रेडिट लिमिट मिलने की संभावना बढ़ जाती है। तो अब आप बखूबी जान गए कि, Credit Score 700+ Hona Chahiye तभी आपको कम कम
क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले टॉप 5 फैक्टर
- भुगतान इतिहास: समय पर भुगतान न करने से क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव इम्पेक्ट पड़ता है।
- क्रेडिट उपयोग दर: यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा (Limit) का 30% से अधिक उपयोग करते हैं, तो क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है।
- क्रेडिट अवधि: पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री को बनाए रखना आपके स्कोर के लिए अच्छा होता है।
- क्रेडिट इनक्वायरी: बार-बार नए क्रेडिट कार्ड या लोन अप्लाई करने से स्कोर पर नकारात्मक (Negative) प्रभाव पड़ सकता है।
- क्रेडिट मिक्स: विभिन्न प्रकार के लोन पर्सनल लोन, होम लोन, ऑटो लोन (Personal Loan, Home Loan, Auto Loan रखने से स्कोर बेहतर हो सकता है।
क्रेडिट स्कोर कैसे बढ़ाएं? (7+ पावरफुल टिप्स)
1. समय पर भुगतान करें
- क्रेडिट कार्ड की EMI (Equated Monthly Installment) और अन्य लोन का भुगतान समय पर करें।
- देर से भुगतान करने से क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है और ब्याज भी अधिक लगता है।
2. क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें
- अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से कम उपयोग करें।
- यदि आपकी क्रेडिट लिमिट ₹1,00,000 है, तो कोशिश करें कि ₹30,000 से ज्यादा खर्च न करें।
3. नए क्रेडिट कार्ड बार-बार न लें
- ज्यादा बार नया क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने से क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- केवल तभी क्रेडिट कार्ड लें जब आपको वास्तव में जरूरत हो।
4. पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री बनाए रखें
- यदि आपके पास पुराना क्रेडिट कार्ड है, तो उसे बंद न करें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री लंबी बनी रहेगी, जो स्कोर सुधारने में मदद करता है।
5. क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें
- समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें और कोई गलती हो तो उसे सुधारने के लिए संबंधित संस्था से संपर्क करें।
6. विविध प्रकार के क्रेडिट लें
- केवल क्रेडिट कार्ड पर निर्भर न रहें, अन्य प्रकार के लोन (जैसे होम लोन, ऑटो लोन) का भी उपयोग करें।
- इससे आपकी क्रेडिट प्रोफाइल मजबूत होती है।
7. अनावश्यक लोन लेने से बचें
- जितना आवश्यक हो उतना ही लोन लें।
- अधिक कर्ज (Loan) लेने से उसका भुगतान आपके ऊपर एक बड़ा बोझ बन जाता है।
- एक कहावत है, “जितनी बड़ी चादर हो उतना ही पैर पसारे।” इसलिए टेंशन फ्री जीने के लिए आय (Income) के अनुसार ही Loan ले, जिसका भुगतान आप आसानी से न कर सके।
- अपनी इनकम से अधिक का लोन आपको मानसिक परेशानी में डाल सकती है।
क्रेडिट स्कोर चेक करने के फ्री तरीके
आप निम्नलिखित प्लेटफॉर्म्स पर अपना क्रेडिट स्कोर मुफ्त में चेक कर सकते हैं:
- CIBIL (TransUnion CIBIL)
- Experian
- Equifax
- CRIF High Mark
इन वेबसाइटों पर जाकर आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट और स्कोर की जांच कर सकते हैं। अगर कोई गलती हो, तो तुरंत सुधार करवाएं।
क्रेडिट स्कोर कम होने के नुकसान
- उच्च ब्याज दर: खराब स्कोर होने पर आपको लोन की उच्च ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।
- लोन और क्रेडिट कार्ड रिजेक्शन: कम स्कोर होने पर बैंक और NBFCs आपका लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन अस्वीकार कर सकते हैं।
- कम क्रेडिट लिमिट: खराब क्रेडिट स्कोर होने पर आपको कम क्रेडिट लिमिट दी जा सकती है।
- रेंटल और नौकरी में कठिनाई: कई बार मकान मालिक और कंपनियां भी क्रेडिट स्कोर देखकर निर्णय लेती है।
क्रेडिट स्कोर और सिबिल स्कोर में क्या अंतर है?
अगर आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो बैंक या वित्तीय संस्थान आपका क्रेडिट स्कोर चेक करेंगे। लेकिन अक्सर लोग क्रेडिट स्कोर और सिबिल स्कोर को एक ही समझ लेते हैं, जबकि ये दोनों अलग-अलग चीजें हैं।
सिबिल स्कोर, क्रेडिट स्कोर का ही एक प्रकार है, लेकिन यह खासतौर पर TransUnion CIBIL द्वारा जारी किया जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि इन दोनों में क्या फर्क है।
Credit Score के इन तथ्यों को जाने
जैसा कि हमने शुरुआत में बताया, क्रेडिट स्कोर एक संख्यात्मक मूल्यांकन (numerical representation) है, जो किसी व्यक्ति की वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है और जितना अधिक स्कोर होगा, आपकी क्रेडिट योग्यता उतनी ही बेहतर मानी जाएगी। इस स्कोर को विभिन्न क्रेडिट ब्यूरो तैयार करते हैं, जैसे:
- TransUnion CIBIL
- Experian
- Equifax
- CRIF High Mark
इनमें से हर एक क्रेडिट ब्यूरो अपना अलग स्कोर जारी करता है, लेकिन सभी का उद्देश्य एक ही होता है—बैंकों और वित्तीय संस्थानों को यह बताना कि कोई व्यक्ति लोन चुकाने में कितना सक्षम या कैपिबल है।
सिबिल स्कोर क्या होता है?
सिबिल स्कोर वास्तव में क्रेडिट स्कोर का ही एक प्रकार है, जिसे TransUnion CIBIL नामक संस्था द्वारा जारी किया जाता है। यह स्कोर भी 300 से 900 के बीच होता है, और भारत में सबसे अधिक मान्यता प्राप्त क्रेडिट स्कोर है। अधिकांश बैंक और वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले सबसे पहले सिबिल स्कोर चेक करते हैं।
क्रेडिट स्कोर और सिबिल स्कोर में मुख्य अंतर
विशेषता | क्रेडिट स्कोर | सिबिल स्कोर |
---|---|---|
परिभाषा | व्यक्ति की वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाने वाला स्कोर | TransUnion CIBIL द्वारा जारी किया गया एक विशिष्ट क्रेडिट स्कोर |
स्कोर रेंज | 300 – 900 | 300 – 900 |
प्रदान करने वाली संस्थाएं | CIBIL, Experian, Equifax, CRIF High Mark | केवल TransUnion CIBIL |
बैंकों में उपयोग | अलग-अलग बैंक विभिन्न स्कोर को मानते हैं | भारत में सबसे ज्यादा मान्यता प्राप्त स्कोर |
लोकप्रियता | सभी क्रेडिट ब्यूरो का स्कोर वैध होता है | भारतीय बैंकों द्वारा सबसे अधिक उपयोग किया जाता है |
क्या सिबिल स्कोर बेहतर है?
चूंकि भारत में अधिकांश बैंक और NBFC (Non-Banking Financial Companies) सिबिल स्कोर को अधिक प्राथमिकता देते हैं, इसलिए यह अन्य क्रेडिट स्कोर की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि, Experian, Equifax और CRIF High Mark जैसे अन्य क्रेडिट ब्यूरो भी विश्वसनीय होते हैं, लेकिन बैंकिंग सेक्टर में सिबिल स्कोर की स्वीकार्यता सबसे अधिक है।
कैसे जाने अपना क्रेडिट स्कोर?
आप अपना क्रेडिट स्कोर विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चेक कर सकते हैं। कुछ प्रमुख तरीके हैं:
- CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट (www.cibil.com) पर जाकर चेक करें।
- बैंक और वित्तीय संस्थानों की वेबसाइट पर मुफ्त में स्कोर प्राप्त करें।
- फिनटेक प्लेटफॉर्म जैसे Paisabazaar, BankBazaar, Paytm, आदि का उपयोग करें।
क्रेडिट स्कोर सुधारने के तरीके
अगर आपका Credit Score कम है, तो इसे सुधारने के लिए कुछ ज़रूरी बातें अपनाएं:
- बिल समय पर चुकाएं – क्रेडिट कार्ड और लोन की EMI समय पर भरें।
- क्रेडिट उपयोग कम रखें – क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें।
- बार-बार लोन के लिए आवेदन न करें – बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने से स्कोर घट सकता है।
- पुराने लोन अकाउंट बंद न करें – लंबे समय से चल रहे क्रेडिट अकाउंट बनाए रखें, यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत बनाता है।
संक्षेप में, सिबिल स्कोर और क्रेडिट स्कोर में केवल इतना फर्क है कि सिबिल स्कोर TransUnion CIBIL द्वारा जारी किया जाता है, जबकि क्रेडिट स्कोर अन्य क्रेडिट ब्यूरो (Experian, Equifax, CRIF High Mark) द्वारा भी प्रदान किया जाता है।
भारत में अधिकतर बैंक सिबिल स्कोर को ही प्राथमिकता देते हैं, इसलिए अगर आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो अपने सिबिल स्कोर को 750+ बनाए रखें। इससे आपकी लोन अप्रूवल की संभावना बढ़ जाएगी।
निष्कर्ष
अच्छा Credit Score होना वित्तीय स्थिरता का संकेत है। अगर आपका स्कोर 700 से ऊपर है, तो आपको लोन और क्रेडिट कार्ड आसानी से मिल सकते हैं। यदि आपका स्कोर कम है, तो ऊपर बताए गए 7+ पावरफुल टिप्स अपनाकर इसे सुधार सकते हैं।
🚀 क्या आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है? नीचे कमेंट में बताएं।
इसके साथ ही Credit Score को लेकर कोई दुविधा या प्रश्न, आपके मन में है तो हमे अवगत कराए। ताकि आगे हम आपके प्रश्नों का उत्तर एक विस्तृत आर्टिकल के द्वारा दे सके।