शेयर बाजार में मानसिक थकान: FOMO, डर और लालच से बाहर निकलने की रियल साइकोलॉजिकल गाइड
पब्लिशर: Smart Khabari | अपडेट: 23 मई 2025
भूमिका: स्टॉक मार्केट में मानसिक थकान
शेयर बाजार में सफलता सिर्फ रणनीति की नहीं, बल्कि मानसिक संतुलन की भी कहानी है। जब तक आप अपने दिमाग की चाल नहीं समझते, तब तक कोई भी चार्ट, कोई भी एनालिसिस आपको नहीं बचा सकता। इसे अगर नजरअंदाज किया तो शेयर बाज़ार के चक्कर में मानसिक थकान का शिकार हो सकते है। आज एल्गो ट्रेडिंग के दौर में युवा शेयर बाज़ार से निकलकर क्लिनिक पहुँच रहे है अगर आप FOMO, डर और लालच से बाहर निकलकर बाज़ार में ट्रेड करना चाहते है तो इस रियल साइकोलॉजिकल गाइड को तुरंत पढ़े
1. FOMO: सब कमा रहे हैं और तुम डर रहे हो?
FOMO (Fear of Missing Out) का असली शिकार वो होता है जो खुद के बजाय दूसरों के ट्रेड पर भरोसा करने लगता है।
FOMO को कंट्रोल करने का फार्मूला:
- If: मन बोले “ये स्टॉक छोड़ मत देना”,
- Then: उसे 24 घंटे वॉचलिस्ट में डालो और खुद से 3 सवाल पूछो:
- क्या यह तेजी बस दिखावटी है?
- क्या मुझे कंपनी की कहानी पता है?
- क्या ये मेरी स्ट्रैटजी में आता है?
2. डर (Fear): लॉस के बाद हर ट्रेड दुश्मन लगता है
ट्रेडिंग में डर तब आता है जब आप अपने रूल्स से नहीं, इमोशन्स से फैसले लेने लगते हैं।
डर हटाने का Drill:
- पिछले 10 लॉस की लिस्ट बनाओ।
- हर लॉस के आगे लिखो: “गलती मेरी थी या मार्केट की?”
- हर ट्रेड से 1 सीख निकालो।
“मैं लॉस से नहीं डरता, मैं बिना रूल्स के ट्रेडिंग से डरता हूँ।”
3. लालच (Greed): “थोड़ा और ऊपर जाएगा” की बीमारी
लालच से बड़ा कोई दुश्मन नहीं। जब तक एग्जिट स्ट्रैटजी क्लियर नहीं, तब तक प्रॉफिट सिर्फ सपना है।
Exit Strategy कैसे बनाएं:
- Target पहले से तय करो (जैसे +3%)
- Stop Loss उतना ही पक्का रखो
- Exit का टाइम नोटबुक में लिखकर एंट्री करो
4. माइंडफुलनेस: ट्रेडिंग से पहले दिमाग सेट करो
हर ट्रेडिंग सेशन से पहले 3-Minute Mind Reset करो:
- 5 सेकंड की गहरी सांस लो
- मन में बोलो: “मार्केट से सीखना है, लड़ना नहीं”
- केवल 1 ट्रेड चुनो
5. मानसिक ब्रेक: थक गए हो, यह पहचानो
अगर आप बार-बार पोर्टफोलियो चेक कर रहे हैं, तो आपको ब्रेक की जरूरत है।
20-20 Rule:
- हर 20 मिनट बाद – 20 सेकंड स्क्रीन से दूर
- हर 3 ट्रेड के बाद – 10 मिनट ऑफलाइन
निष्कर्ष
शेयर बाजार में सबसे बड़ा गेम “मन” से खेला जाता है। अगर आपने अपने इमोशन्स को जीत लिया, तो पैसा खुद हार जाएगा।
याद रखो: हर ट्रेड एक मौका है — सीखने का, जीतने का नहीं।
यह लेख भी पढ़े – बाजार से निकलकर क्लिनिक पहुंच रही न्यू जनरेशन।
अस्वीकरण- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। बाजार में निवेश करने से पहले कृपया सेबी पंजीकृत वित्तीय सलाहकार की सलाह अवश्य लें। हम बाजार में खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं।