देवरिया के एकौना थाना क्षेत्र में एक सफाई कर्मचारी साइबर ठगी का शिकार हो गया। ठगों ने उनके बैंक खाते से 2,30,950 रुपये उड़ा लिए। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
देवरिया साइबर फ्रॉड: सफाई कर्मचारी OTP फिशिंग का शिकार बना
जगरनाथपुर गांव निवासी व्यास प्रसाद, जो पंचायत राज विभाग में सफाई कर्मचारी हैं, ने बताया कि 9 अगस्त 2025 को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके खाते में पैसे आए हैं और इसके लिए ओटीपी (OTP) की आवश्यकता है।
व्यास प्रसाद ने बिना किसी संदेह के ओटीपी बता दिया। ओटीपी बताते ही उनके इंडियन बैंक खाते से 2,30,950 रुपये कट गए।
घटना के तुरंत बाद उन्होंने 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, दो महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद व्यास प्रसाद ने एकौना पुलिस को लिखित तहरीर देकर अपने पैसे वापस दिलाने की गुहार लगाई।
पुलिस ने व्यास प्रसाद की तहरीर पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 318(2) और सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम की धारा 66डी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
एकौना थानाध्यक्ष अजय कुमार पांडेय ने इस बात की पुष्टि की है कि मामले की जांच चल रही है और साइबर सेल से समन्वय स्थापित किया जा रहा है। व्यास प्रसाद का सैलरी अकाउंट विकास भवन देवरिया की इंडियन बैंक शाखा में है।
यह घटना फोन पर आने वाली संदिग्ध कॉल्स से जुड़े खतरों को उजागर करती है। ग्रामीण इलाकों में डिजिटल साक्षरता की कमी अक्सर ठगों के लिए आसान शिकार बनाती है।