छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षाबलों ने एक बड़े ऑपरेशन में 20 नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ दंतेवाड़ा, नारायणपुर, और बीजापुर जिले की सीमा पर बोटेर इलाके में हुई। सभी मारे गए नक्सलियों के शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। मृतकों में नक्सली संगठन के बड़े कैडर के सदस्य भी शामिल हैं।
अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन अभी भी जारी।
पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के बोटेर में नक्सलियों के पोलित ब्यूरो सदस्य और संगठन के महासचिव बसवा राजू मौजूद हैं, जिन पर 1.5 करोड़ रुपये का इनाम है। इस सूचना के आधार पर दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, और कोंडागांव से डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। सुबह के समय शुरू हुई इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचाया।
7 दिन पहले कर्रेगुट्टा में 31 नक्सली ढेर
यह कार्रवाई हाल ही में हुए कर्रेगुट्टा ऑपरेशन की सफलता के बाद आई है। पुलिस ने 7 दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर 24 दिनों तक चले ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया था, जिनमें 16 महिलाएं और 15 पुरुष शामिल थे। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के ठिकानों को नष्ट कर भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए थे।
हिड़मा: नक्सल संगठन का टॉप लीडर
नक्सल सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में पिछले 40 वर्षों में हिड़मा एकमात्र नक्सली है, जिसे संगठन की टॉप-2 सेंट्रल कमेटी में जगह मिली है। यह उपलब्धि तब हुई, जब नक्सल संगठन में आंतरिक कलह बढ़ी और बस्तर के नक्सलियों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की बात सामने आई। इसके अलावा, डीवीसीएम (डिविजनल कमेटी मेंबर) देवा बारसे को प्रमोट कर डीकेसीजेडसीएम (दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर) कैडर में शामिल किया गया है।
सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन अबूझमाड़ के जंगलों में जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने के लक्ष्य के तहत छत्तीसगढ़ में लगातार ऑपरेशन तेज किए गए हैं।
अपडेट: मुठभेड़ अभी भी जारी
पुलिस के अनुसार, अबूझमाड़ के जंगल में मुठभेड़ अभी भी चल रही है। सुरक्षाबल पूरी तरह अलर्ट हैं और इलाके में सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं।