बिहार के पटना अंतर्गत जीवराखन टोला से थोड़ी दूरी पर भूधर टोला की भगवनिया देवी का कहना है कि सिपाही ने कहा, यह मर गई है इसे गंगा में फेंक दो। इस महिला के दावे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
बिहार प्रान्त से उत्तर प्रदेश में लगे कुंभ मेला में लाखों की संख्या में लोग आए। जिनमे महिलाएं भी शामिल थी। 28-29 जनवरी की रात कुंभ मेले में मची भगदड़ में यूपी सरकार के अनुसार 30 लोगों की मौत हुई।
वही सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कई लोगो का दावा है कि भगदड़ में मरने वालों की संख्या हज़ार में है। वायरल वीडियो में तो यहां तक कहा जा रहा है कि1400 लोगो की मौत हुई है।
समाचार एजेंसी बीबीसी ने अपने एक आर्टिकल में लिखा है कि, बिहार के पटना स्थित जीवराखन टोला से थोड़ी दूरी पर भूधर टोला है। जहां से 5 महिलाएं कुंभ स्नान के लिए गईं थीं।
भूधर टोला की भगवनिया देवी का दावा, सिपाही ने कहा यह मर गई है इसे गंगा में फेंक दो।
इन्ही 5 महिलाओं में से एक महिला है जिसका नाम भगवनिया देवी है। इस महिला की आंखों देखी बात, अगर आप सुनेंगे तो यकीन मानिए आप की आंखों गीली हो जाएगी। यहां हम केवल और केवल महिला के उस बयान पर ही बात करेंगे जो उसने प्रतिष्ठित न्यूज़ एजेंसी बीबीसी को बताया।
कुम्भ में स्नान करने गई भगवनिया देवी बीबीसी से कहती हैं, “भगदड़ में फंसने के बाद कोई हमारे साथ का दिखाई नही दे रहा था। हम सबसे हाथ जोड़ रहे थे, लेकिन लोग मेरा बैग छीन लेना चाहते थे। बैग नहीं देने पर एक आदमी मुझको छाती पर मारा। हम बेसुध हो गए।”
भगवनिया देवी ने दावा किया, “थोड़ा होश आया तो सिपाही को बोलते सुना कि ये मर गई है, इसको गंगा में फेक दो। इतने में एक औरत ने सिपाही को डांटते हुए कहा, तुम्हारे घर में मां, बहन नहीं है क्या।
भगवनिया देवी ने बताया, उस औरत ने मेरे मुंह पर पानी डाला तब हम होश में आए। और लोगों से विनती करते-करते शुक्रवार सुबह लौटे हैं।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीबीसी की इस रिपोर्ट, जिसमे भगवनिया देवी का जिक्र है उसे पोस्ट कर कहा कि,
जिन पर है बीती, दुख वो ही जाने
बाक़ी सत्ता के दावे, तो हैं ‘फ़साने’
24 वर्षीय मुन्नी कुमारी महाकुंभ में हुई लापता
गोपालगंज के थावे थाना के इंदिरवा ओबेदुल्लाह गांव के ज्ञानी प्रसाद की 24 वर्षीय पुत्री मुन्नी कुमारी महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के दिन से ही लापता है। वह अपने परिजनों के साथ 27 को कुंभ में अमावस्या स्नान के लिए गई थी। मुन्नी की तलाश में उसके परिजन व रिश्तेदार प्रयागराज में भटक रहे है। लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिलने से परिजन किसी अनहोनी से आशांकत है।
मिली जानकारी के अनुसार, गोपालगंज जिला के भोरे थाना क्षेत्र के रामनगर गांव निवासी दिवंगत भूटेली मांझी की 68 वर्षीय पत्नी सरस्वती देवी अपने 14 साल के भतीजे दीपू कुमार के साथ कुंभ में स्नान करने गई थी। जहां गांव से 11 लोग एक साथ बोलेरो पर सवार होकर यूपी के देवरिया जिले के भटनी जंक्शन गए थे, ये सभी लोग वहां से ट्रेन पकड़ कर प्रयागराज गए।
इन लोगों के साथ उचकागांव थाना इलाके के श्यामपुर गांव निवासी धुरेन्द्र गोड़ और उनकी पत्नी तारा देवी भी प्रयागराज गई थी।
सूचना के अनुसार अमृत काल में स्नान करने को लेकर यह परिवार मेले में विश्राम कर रहा था। तभी एक रथ तेजी के साथ आगे बढ़ा और उसके पहिये के नीचे आने से कुछ लोग दब गए। जिसके बाद मची भगदड़ में तारा देवी और सरस्वती देवी की भगदड़ में दबने से मौत हो गई, जबकि रामनाथ खटीक सहित चार लोग अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे है।
गोपालगंज के ही बरौली थाना क्षेत्र के माड़नपुर गांव निवासी स्व तारकेश्वर सिंह की पत्नी शिव कली देवी है। दूसरी उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा गांव के बच्चा दुबे की पत्नी सुशीला देवी के भी मौत की सूचना है।
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